लोकसभा में विपक्ष के नेता और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे। इस दौरान दलित संवाद को लेकर यहां पर पोस्टरबाजी हुई। युवाओं से संवाद में उनके निशाने पर सरकार और अडानी रहे।
राहुल गांधी ने अपने पत्र में यह भी कहा कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनदेखी करते हुए मुख्य न्यायाधीश (CJI) को चयन समिति से हटा दिया।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पित्रोदा का बयान अलग नहीं है। इससे पहले राहुल गांधी भी ऐसे बयान दे चुके हैं। उन्होंने अपने विदेश दौरे में कहा था कि चीन ने बहुत संघर्ष किया है। हाल ही में राहुल गांधी ने कहा कि चीन ने बेरोजगारी से निपटने पर बहुत अच्छा काम किया है। आज चीन में बेरोजगारी की दर 24 फीसदी है।
कांग्रेस में जो 11 राज्यों के प्रभारी बनाए गए हैं, उनमें से 8 नेता उन्हीं वर्गों के हैं, जिन्हें प्राथमिकता देने की बात राहुल गांधी करते रहे हैं। इन नेताओं में 5 यानी करीब आधे ओबीसी वर्ग के हैं तो वहीं एक दलित, एक मुस्लिम, एक आदिवासी शामिल हैं। इसके अलावा तीन नेता सामान्य वर्ग के हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मोदी सरकार मौतों के बारे में सच्चाई छिपाने का प्रयास कर रही है। यह बेहद शर्मनाक और निंदनीय है।
राहुल गांधी ने कहा कि यह क्रांति सिर्फ युद्ध के बारे में नहीं है। यह उद्योग, एआई और टेक्नोलॉजी की अगली पीढ़ी के बारे में है। उन्होंने कहा, 'दुर्भाग्य से प्रधानमंत्री मोदी इसे समझने में असफल रहे हैं।'
रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया पर जो पोस्ट वायरल हुई उसमें धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली टिप्पणी भी कई गई थी। इससे गुस्साई भीड़ उदयगिरि थाने के बाहर जमा हो गई और आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करने लगी।
कांग्रेस नेता श्रीकांत जेना ने कहा, ‘राहुल गांधी पर लगे आरोप की प्रकृति के बारे में नहीं पता, पहले मुझे देखने दें। कांग्रेस राजनीतिक दल के रूप में भाजपा और आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ लड़ती रही है।’
Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके महाराष्ट्र चुनाव की प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। चुनाव आयोग की तरफ से इन सवालों को लेकर कहा गया है कि वह सभी सवालों का जवाब लिखित रूप से देगा।
इस मसले पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का भी बयान आया है। उन्होंने राहुल गांधी के ज्ञान पर ही सवाल उठा दिया। उन्होंने कहा कि यह सामान्य ज्ञान की बात है कि ऐसे आयोजनों पर प्रधानमंत्री नहीं जाया करते, वह अपने प्रतिनिधियों को भेजते हैं। राहुल गांधी ने संसद में गलत बयानी की है।