कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने सिमरिया धाम में गोबर और बालू खाने जबकि दिलीप जायसवाल ने गया जाकर कांग्रेस को मोक्ष दिलाने की सलाह दी है।
अपने एक वीडियो को पोस्ट करते हुए राहुल गांधी ने लिखा, ‘बिहार के युवा साथियों, मैं 7 अप्रैल को बेगूसराय आ रहा हूं, पलायन रोको, नौकरी दो यात्रा में आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने। लक्ष्य है कि पूरी दुनिया को बिहार के युवाओं की भावना दिखे, उनका संघर्ष दिखे, उनका कष्ट दिखे।'
संसद में वक्फ बिल संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान प्रियंका गांधी के अनुपस्थिति रहने को लेकर बीआरएस ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। के कविता ने दोनों को चुनावी गांधी बताते हुए कहा कि वह चुनावी फायदे के हिसाब से मुद्दों पर बोलते हैं।
राहुल गांधी ने कहा, 'संविधान ही एकमात्र ढाल है जो हमारे लोगों को ऐसे हमलों से बचाता है और इसकी रक्षा करना हमारा सामूहिक कर्तव्य है।' कांग्रेस नेता ने जिस लेख का हवाला दिया, अब ऑनलाइन उपलब्ध नहीं है।
राहुल गांधी ने लोकसभा में अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ को लेकर सरकार से सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि आखिर वह अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ का सामना करने के लिए क्या करने जा रही है।
दिलचस्प बात यह है कि करीब 20 साल पहले ही यह मामला आया था और संविधान में संशोधन के बाद भी तत्कालीन यूपीए-1 सरकार इससे पीछे हट गई थी। इस सरकार का नेतृत्व कांग्रेस की ओर से ही किया जा रहा था। यूपीए सरकार के दौर में ही संविधान में 93वां संशोधन हुआ था, जिसमें आर्टिकल 15(5) लाया गया था।
लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने केरल, गुजरात, अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर अपतटीय खनन के लिए केंन्द्र सरतकार द्वारा दी गई अनुमति का विरोध किया है। उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिखकर इस अनुमति और जारी टेंडरों को रद्द करने की मांग की है।
सदाकत आश्रम में प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस के प्रभारी सचिव सुशील कुमार पासी ने कहा कि सात अप्रैल को राहुल गांधी आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी कृष्ण मेमोरियल हॉल में नमक सत्याग्रह आंदोलन को याद करेंगे।
कांग्रेस के सांसदों ने बिरला से मुलाकात की और नेता प्रतिपक्ष को ‘बोलने का मौका नहीं देने’ को लेकर विरोध दर्ज कराया। राहुल गांधी ने संसद परिसर में ही मीडिया से बातचीत में कहा, ‘लोकसभा अध्यक्ष ने मेरे बारे में कुछ बोला। जब मैं खड़ा हुआ तो वह उठकर चले गए और सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।’
अध्यक्ष पद से हटने के बाद अखिलेश सिंह ने दिल्ली दरबार में हाजिरी लगाई और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से मुलाकात की तस्वीर भी शेयर किया। कांग्रेस छोड़ने के सवाल पर भड़क गए।