झारखंड के 117 मदरसों को हेमंत सरकार ने दिया तोहफा, जानें क्या है
राज्य की 117 मदरसों के 425 शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मियों को 38 महीने के बाद अब अनुदान मिल सकेगा। जुलाई में कैबिनेट की मंजूरी के बावजूद राशि का भुगतान नहीं हो पा रहा था। शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत...
राज्य की 117 मदरसों के 425 शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मियों को 38 महीने के बाद अब अनुदान मिल सकेगा। जुलाई में कैबिनेट की मंजूरी के बावजूद राशि का भुगतान नहीं हो पा रहा था। शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर बैठी त्रिसदस्यीय कमेटी ने राशि भुगतान पर अपनी सहमति जताई। इसके बाद शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने मदरसों के शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मियों की मानदेय भुगतान के लिए 58 करोड़ रुपए जारी कर दिए। राशि भुगतान नहीं हो पाने के कारण मुख्यमंत्री ने संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो और विधायक सुदीप्त कुमार सोनू की तीन सदस्यीय कमेटी गठित की थी।
समिति द्वारा मंजूर किए जाने के बाद अब राज्य के कुल 183 मदरसों के 700 शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मियों को अनुदान का भुगतान हो सकेगा। इसमें 117 मदरसों के 425 शिक्षक शिक्षकेतर कर्मियों को 38 महीने से अनुदान नहीं मिला है, जबकि 66 मदरसों को पांच महीना से अनुदान नहीं मिल रहा है। मदरसों की जांच को लेकर अनुदान का भुगतान नहीं हो पा रहा था। पिछली सरकार में मदरसों की जांच हुई रिपोर्ट भी आई लेकिन वह आधी अधूरी रही। इसमें कई मदरसा अहर्ता पूरा नहीं कर रहे थे। बावजूद इसके हेमंत सोरेन की सरकार ने सभी मदरसों के बकाया अनुदान की राशि जारी करने का निर्देश दिया। साथ ही एक समय सीमा तय की जाएगी जिसमें सभी मदरसों को अपनी अहर्ता पूरी करनी होगी। इसके बाद अहर्ता पूरी होने पर ही अनुदान का भुगतान हो सकेगा।