हिजाब के खिलाफ गाने पर 74 कोड़े खाकर भी ईरानी सिंगर के तेवर बरकरार, बोले- मैं तैयार हूं
- ईरान में सत्ता के हिजाब के खिलाफ गाना लिखने वाले ईरानी गायक मेहदी यारही को 74 कोड़े मारे गए थे। उन्होंने अपनी सजा के बारे में एक्स पर लिखा कि जो स्वतंत्रता की कीमत चुकाने को तैयार नहीं है, वह स्वतंत्रता का हकदार भी नहीं है।

ईरान में लगभग तीन साल से जारी हिजाब विरोधी आंदोलन के लिए गाना लिखने वाले ईरान गायक मेहदी यारही को 74 कोड़े मारे गए। अपनी सजा के बारे में लिखते हुए मेहदी ने 74 कोड़ो की मार को एक अमानवीय यातना बताते हुए इसकी निंदा की। उन्होंने लिखा कि मैंने अपनी सजा स्वीकार कर ली है। क्योंकि जो स्वतंत्रता की कीमत चुकाने को तैयार नहीं है, वह स्वतंत्रता के हकदार भी नहीं है। आपको आजादी की शुभकामनाएं।
ईरान में महीसा अमीनी नामक एक महिला की मौत के बाद से ही हिजाब विरोधी आंदोलन ने तेजी पकड़ ली थी। खामनेई के नेतृत्व वाली ईरानी सरकार ने इस आंदोलन का दमन बड़ी ही क्रूरता के साथ किया। सितंबर 2023 में इस आंदोलन के एक साल होने को यादगार बनाते हुए मेहदी ने इसके लिए रू सरिटो (आपका हेडस्कार्फ) नामक एक गाना रिलीज किया था। इसके लिए ईरानी सरकार ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया था।
जनवरी 2024 में मेहदी को इस गाने के लिए एक साल की सजा सुनाई गई। दिसंबर में उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया। हालांकि इस सजा के दौरान भुगतान की गई 15 बिलियन तोमेन की वापसी के लिए मेहदी को कोड़े मारे जाने थे। इसलिए इस सप्ताह मेहदी को हिजाब का समर्थन करने के लिए इस सप्ताह कोड़ों की मार सहनी पड़ी।
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता नरगिस मोहम्मदी ने इंस्टाग्राम पोस्ट करके मेहदी को अपना समर्थन जाहिर किया। उन्होंने कोड़ों की मार की निंदा करते हुए कहा कि महिलाओं का समर्थन करने के लिए ईरानी सरकार ने मेहदी को सजा दी है। उन्होने लिखा,"मेहदी के शरीर पर कोड़े बरसाना ईरान की गर्वित, प्रतिरोधी महिलाओं और महिला, जीवन, स्वतंत्रता आंदोलन की समृद्ध और शक्तिशाली आत्मा पर कोड़ा है।"
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।