टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, बयान में कहा गया है कि संदिग्ध को दो बार तस्करी कर ईरान लाया गया था और उसे मिशन के लिए पैसे भी मिले थे। फिलहाल, संदिग्ध का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, शिन बेट और पुलिस की जांच में पता चला है कि यहूदी नागरिक एक कारोबारी है।
इजरायल पर साइबर अटैक की खबर है। लोकल मीडिया की रिपोर्ट है कि आधी रात को अचानक इजरायलियों के फोन बजने लगे। उन पर इमरजेंसी मैसेज दिखने लगा। इसके पीछे ईरान कनेक्शन की संभावना है।
ईरान के अधिकारियों ने ऑस्ट्रियाई नागरिक क्रिश्चियन वेबर को रिहा कर दिया है। उसकी रिहाई इस्लामी दया के आधार पर की गई और उसे ऑस्ट्रियाई दूतावास को सौंपा गया। ईरानी न्यायपालिका ने उसकी गिरफ्तारी के...
ईरानी महिला महसा अमिनी की मौत की दूसरी बरसी पर महिलाओं ने एक बार फिर हिजाब के विरोध में सड़क पर उतरना शुरू कर दिया है। ईरानी राष्ट्रपति ने वादा किया है कि नैतिकता पुलिस अब महिलाओं को परेशान नहीं करेगी।
भारत ने ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है और दो टूक कहा है कि दूसरों पर उंगली उठाने से पहले ईरान को अपने अंदर झांक लेना चाहिए।
अली खामेनेई ने एक्स पर पोस्ट करके कहा, ‘अगर हम म्यांमार, गाजा, भारत या किसी अन्य स्थान पर किसी मुस्लिम को होने वाली पीड़ा से बेखबर हैं तो हमें खुद को मुसलमान नहीं मानना चाहिए।’
गाजा में हमास और लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ जंग लड़ रहे इजरायल के लिए अब हुती विद्रोही नई सिरदर्दी बनते जा रहे हैं। हुती विद्रोहियों को ईरान का समर्थन है और इजरायल के खिलाफ ताजा हमले के बाद हालात और बिगड़ने के आसार हैं।
ईरान में मादक पदार्थों का सेवन किए जाने पर भी मौत की सजा मुकर्रर की गई है। ईरान में इस साल अब तक 400 से अधिक लोगों को मौत की सजा दी जा चुकी है।
हमास के साथ पिछले एक साल से जारी जंग के बीच अब इजरायल ने कहा है कि अब हमास का कोई वजूद बाकी नहीं है। इजरायल के रक्षा मंत्री ने इस दौरान हमास के नए कमांडर का खात्मा करने की भी कसम खाई है।
ईरान द्वारा रूस को हथियार आपूर्ति की खबरों के बीच रूस ने ईरान को अपना अहम साथी बताया है। वहीं ईरान ने इन खबरों का खंडन किया है और इस दावे को गलत बताया है।
हमास के साथ लगभग एक साथ से बड़े स्तर पर जंग रहा इजरायल लेबनान के साथ भी संघर्ष कर रहा है। इसके अलावा कब्जे वाले वेस्ट बैंक में भी ईरान समर्थित समूहों के खिलाफ भी छिटपुट हमले जारी हैं। आखिर इजरायल को इतने जंग क्यों लड़ने पर रहे हैं?
चित्र परिचय:17: भारतीय टीम के हैंडबॉल कोच मो: हकीम।बोकारो के मो. हकीम बने एशियन यूथ हैंडबॉल में भारतीय टीम के कोच बोकारो के मो. हकीम बने एशियन यूथ हैं
चित्र परिचय:17: भारतीय टीम के हैंडबॉल कोच मो: हकीम।बोकारो के मो. हकीम बने एशियन यूथ हैंडबॉल में भारतीय टीम के कोच बोकारो के मो. हकीम बने एशियन यूथ हैं
इजरायल से तनाव के बीच ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने दुश्मन देश अमेरिका पर अपने सुर बदल दिए हैं। कहा कि दुश्मन से बात करने में कोई दिक्कत नहीं है।
हिजबुल्लाह और इजरायल में पिछले कुछ दिनों से प्रत्यक्ष जंग छिड़ गई है। इसके बाद अब ईरान ने कहा है कि हिजबुल्लाह के हमले से पता चलता है कि इजरायल अब अपनी रक्षा करने में नाकामयाब हो रहा है।
इजरायल पर आज फिर वही संकट है, जो 57 साल पहले था। हमास के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ रहे इजरायल पर अब लेबनान के हिजबुल्लाह आतंकी, ईरान और हूती विद्रोही बड़े हमले को आतुर हैं।
हमास के बाद अब इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध छिड़ गया है। हिजबुल्लाह ने अपने कमांडर की मौत का बदला लेने के लिए इजरायली सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद इजरायल ने भी ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए।
तेहरान में हमास चीफ इस्माइल हानियेह की हत्या के बाद ईरान ने इजरायल से प्रतिशोध की कसम खाई थी। लेकिन अब अमेरिका के दबाव और क्षेत्रीय खतरों के चलते ईरान ने इजरायल पर हमले की योजना को टाल दिया है। अब सवाल उठ रहा है कि क्या खामेनेई की हेकड़ी ठंडी पड़ रही है?
अमेरिका ने कहा है कि गाजा में जंग रोकने की यह आखिरी कोशिश है क्योंकि अगर 40 हजार मौतों के बाद अब भी गाजा में कत्लेआम नहीं रुका तो तृतीय विश्व युद्ध रोकना लगभग असंभव होगा।
अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दी है कि इजरायल से बदला लेने की कोशिश का बुरा अंजाम हो सकता है। अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि ईरान की किसी भी उकसावे वाली कार्रवाई हालात बिगाड़ सकते हैं।
ईरान के सुप्रीम लीडर अली अयातुल्ला खामेनेई ने अब अपने ही देशवासियों से कहा कि अब किसी भी सूरत पर युद्ध से पीछे नहीं हटा जाएगा, अगर ऐसा किया तो हमें अल्लाह भी माफ नहीं करेगा।
केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में जो खुलासा हुआ है, वह अत्यंत गंभीर है। उसको लेकर कांग्रेस 22 अगस्त को देशव्यापी आंदोलन करेगी। कांग्रेस कार्यकर्ता उस दिन पूरे देश में ईडी कार्यालयों का घेराव करेंगे।
हमास लीडर इस्माइल हानियेह की हत्या के बाद ईरान पर बदला लेने का दवाब है लेकिन दो हफ्तों से ज्यादा समय होने के बाद भी ईरान की तरफ से अभी तक कोई बड़ा हमला नहीं हुआ है। विश्लेषकों का मानना है कि ईरान इस दौरान कई कारकों को व्यवस्थित करने की कोशिश कर रहा है।
तेहरान में घुसकर हमास नेता इस्माईल हानियेह की हत्या के बाद ईरान इजरायल पर तिलमिलाया हुआ है। इजरायल को सजा भुगतने की धमकी देने के बाद ईरान ने खुली चुनौती दे दी है। इस बीच यूरोपीय देशों के कुछ नेताओं ने ईरान से शांति बनाए रखने की अपील की थी जिसे ईरान ने ठुकरा दिया है।
31 जुलाई को इजरायल ने तेहरान में हमला करके हमास नेता इस्माइल हानियेह की हत्या कर दी। इसके बाद लेबनान में हिज्बुल्लाह के सीनियर कमांडर फुआद शुक्र को हवाई हमले में ढेर कर दिया।
हिजबुल्लाह और ईरान के साथ बढ़ते तनाव के बीच पूर्व इजरायली मिलिट्री चीफ ने कहा है कि युद्ध की सभावना बहुत करीब है। इस बीच अमेरिका ने मिसाइलों से लैस पनडुब्बी भेज दी है।
हमास लीडर पर इजरायल के हमले के बाद अब ईरान और इजरायल के बीच जंग के हालात है। वहीं इजरायल ने हाल ही में लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर भी हमला कर हिजबुल्लाह कमांडर फाउद शुकर को मार गिराया था। अब खबर है कि हिजबुल्लाह बेरूत के ठिकानों को खाली कर रही है।
इजरायल से जारी तनातनी के बीच ईरान के उप राष्ट्रपति जावेद ज़रीफ़ ने कार्यभार संभालने के कुछ दिनों बाद ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफ़े के कई कारण बताए हैं जिनमें सबसे प्रमुख बात यह है कि वे नए मंत्रिमंडल के सदस्यों से खुश नहीं थे।
ईरान के खिलाफ इजरायल को समर्थन मिलने की खबरें हैं, जिसमें मुस्लिम देश जॉर्डन का नाम उछल कर सामने आया है। क्या जॉर्डन ने इजरायल को अपनी एयरस्पेस का उपयोग करने की पेशकश की है?
इस घटना ने तेहरान में हमास नेता इस्माइल हनीयेह की हत्या पर ईरान की प्रतिक्रिया के भविष्य को अधर में लटका दिया है। द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, ईरानी सरकार इस बात पर एकमत नहीं है कि हत्या के बाद इजरायल के खिलाफ कैसे जवाबी कार्रवाई की जाए।