गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ साथ बेहतर संस्कार प्रदान करने हेतु प्रसिद्ध: संत अतुलानंद आवासीय विद्यालय
सारा में अंग्रेजी शिक्षा अवश्य दी जाती हैं, लेकिन हम भारतीय सभ्यता को नहीं भूले। भारतीय संस्कृति के साथ विद्यार्थियों का व्यवहार कैसा होना चाहिए हम उन्हें अवश्य अवश्य सिखाते हैं।

शैक्षिक नगरी वाराणसी में संत अतुलानंद आवासीय विद्यालय ने अपनी एक अलग पहचान बना ली है। यह विद्यालय यानि सारा पिछले 41 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहा है। यहाँ के अनेकों विद्यार्थी डॉक्टर, इंजीनियर, आइएएस, पीसीएस, प्रोफेसर और न जाने कितने पदों को देश-विदेश तक सुशोभित करते हुए विद्यालय के नाम व अपने माता-पिता और हम शिक्षकों को गौरवान्वित कर रहे हैं। जब भी वे विद्यार्थी यहाँ आते तो उन्हें देखकर हमें उतनी ही प्रसन्नता होती है,जितने उनके माता-पिता प्रसन्न होते हैं।
सारा विद्यालय के सभी शिक्षक, डायरेक्टर, प्रिंसीपल, समस्त कर्मचारी अपने बच्चों को सारा में शिक्षा दिलाते हैं। यहाँ के मेंटर श्री विशाल सिंह जी ने सारा में ही अपनी शिक्षा प्राप्त की है। वे इस समय अयोध्या में आईएएस अधिकारी हैं। उनके सुपुत्र मास्टर आदित्य सिंह आईआईटी की परीक्षा उत्तीर्ण करके इंजीनियरिंग कर रहे हैं। उन्होंने ने भी सारा में ही शिक्षा प्राप्त की है।
अक्सर ऐसा होता है कि हम जहाँ पढ़ाते हैं, या हमारा अपना विद्यालय होता है तो वहाँ हम अपने बच्चों को नहीं पढ़ाते। सारा विद्यालय में ऐसा नहीं होता क्योंकि हमें पता है कि हम कैसी शिक्षा दे रहे हैं।
सारा का विजन है- भारतीय मूल्यों के साथ वैश्विक शिक्षा
सारा में अंग्रेजी शिक्षा अवश्य दी जाती हैं, लेकिन हम भारतीय सभ्यता को नहीं भूले। सारा की शिक्षा विश्वस्तरीय है, लेकिन भारतीय संस्कृति के साथ। विद्यार्थियों का व्यवहार कैसा होना चाहिए हम उन्हें अवश्य सिखाते हैं। अपने से बड़ों का सम्मान, छोटों के प्रति स्नेह करना हम बताते रहते हैं। बच्चे जो संस्कार अपने माता-पिता से सीख कर आते हैं, सारा परिवार उसे आगे बढ़ाता है।
सारा विद्यालय शिक्षा की नई-नई तकनीक को अपनाने में विश्वास करता है
कोरोना काल में जब विद्यार्थियों को घर में रहने पर विवश होना पड़ा, उस समय सबसे पहले ऑनलाइन शिक्षा सारा ने ही प्रारंभ की। वाराणसी में ई- मैगज़ीन निकालने वाला पहला विद्यालय संत अतुलानंद आवासीय विद्यालय ही है। सारा ने ऑनलाइन शिक्षा और ई- मैगज़ीन तब तक जारी की, जब तक शिक्षा पूरी तरह ऑफ़लाइन नहीं हो गई।
लड़के और लड़कियों के लिए छात्रावास की सुविधा
सारा विद्यालय में पिछले 21 वर्षों से लड़के और लड़कियों के लिए छात्रावास की सुविधा भी है। यहां के छात्रवास में हम उन्हें घर जैसा आभास कराते हैं। और इस छात्रवास में मिलने वाली सुविधा भी घर जैसी ही होती है।
सारा विद्यालय सनातन परंपरा को आत्मसात करते हुए कार्य करता है।
गुरु और शिष्य एक ही परिसर में रहते हैं। प्रत्येक भवन का नामकरण भी हमें भारतीय संस्कृति के दर्शन कराता है। जैसे—मैत्रेयी छात्रावास, आर्यभट्ट छात्रावास, विद्या भवन, संस्कार भवन, गंगोत्री, कावेरी, नर्मदा, गोदावरी भवन।
हरियाली युक्त्त है छात्रावास
सारा के छात्रावास में हरियाली अधिक है। मुख्य शहर से 3 किलोमीटर दूर प्रदूषण रहित वातावरण में शांति निकेतन सा आभास होता है। यहां समस्त खाद्य सामग्री अपने ही खेतों में उगाई जाती है। सारा की अपनी डेयरी है। यहाँ पढ़ने वाले विद्यार्थी, शिक्षक जब कभी भी मिलते हैं तो सारा को अवश्य याद करते हैं।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व बेहतर अनुशासन
संत अतुलानंद आवासीय अकादमी शिक्षा और अनुशासन के लिए आज भी जाना जाता है। छात्रावास के लिए दूर-दूर से लोग बस नाम सुनकर आते हैं। प्राचीन विद्यार्थी और अभिभावक हमसे अधिक सारा को जानते हैं। मैंने यहाँ के विद्यार्थियों के बच्चों को भी पढ़ाया है। चार दशकों से काशी की पहचान बना सारा अब धरोहर बनने की ओर अग्रसर है।
डॉ पूनम सिंह
एच.एम. पीजीटी हिंदी
वेबसाइट : https://saravns.ac.in
संपर्क : 7521826111, 7497901616
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