बिहार में क्रिमिनल डिसऑर्डर, डबल इंजन फेल; नीतीश और नरेंद्र मोदी पर तेजस्वी का हमला
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार से बिहार अब संभल नहीं रहा। यहां डबल इंजन की सरकार फेल है क्योंकि मुख्यमंत्री कुछ कर नहीं पा रहे हैं और केंद्र सरकार के राज्य को ठोस मदद नहीं मिल रहा। नरेंद्र मोदी तीन बार प्रधानमंत्री बन गए लेकिन बिहार से किया वादा पूरा नहीं हुआ।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कार्यकर्ता दर्शन यात्रा पर हैं। शुक्रवार को पूर्णिया तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला किया। उन्होंने नीतीश कुमार को थका हुआ सीएम बताते हुए कहा कि बिहार में क्रिमिनल डिसऑर्डर की स्थिति बन गयी है। सीएम ने रिटायर्ड अधिकारियों के हाथो में बिहार को डाल दिया है क्योंकि उनसे कुछ हो नहीं रहा है। तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी बिहार से वादाखिलाफी का आरोप लगाया और कहा कि राज्य में डबल इंजन फेल है।
पूर्णिया में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार से बिहार अब संभल नहीं रहा। यहां डबल इंजन की सरकार फेल है क्योंकि मुख्यमंत्री कुछ कर नहीं पा रहे हैं और केंद्र सरकार के राज्य को ठोस मदद नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा कि बिहार को सीएम ने रिटायर हो चुके अधिकारियों के हवाले कर दिया है। कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी खराब है कि क्रिमिनल डिसऑर्डर की स्थिति बन गई है। इन्फ्रास्ट्रक्चर की बात करें तो इसका फ्रैक्चर हो चुका है। पुलिस पुलिए धराशायी हो रहे हैं, बांध को चूहा खा जाता है। हर साल बाढ़ से तबाही आती है लेकिन केंद्र सरकार से कोई मदद नहीं मिलती।
पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि मोदी जी ने बिहार को बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने या विशेष सुविधा देने का वादा किया था। तीन तीन बार प्रधानमंत्री बन गए लेकिन वादा पूरा नहीं हुआ। चीनी मिल खोलने की बात कही थी लेकिन अबतक एक भी मिल नहीं खुला। बिहार को स्पेशल पैकेज भी नहीं मिला उलटे केंद्र प्रायोजित सुविधाओं में कटौती कर दी गई। तेजस्वी ने कहा कि बिहार के लोगोंके वोट से वे बार बार प्रधानमंत्री बने पर बिहार के हिससे मं कुछ नहीं मिला। हम लोगों की पुरानी मांग थी कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले। मुख्यमंत्री जी की भी यह मांग थी। लेकिन अब वे भी खामोश हो गये हैं जबकि उनके सहयोग से केंद्र में सरकार चल रही है। आज की स्थिति में भी अगर सीएम बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिलवा पाए तो इसे क्या कहा जाए।
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार बीस साल से सीएम हैं पर उनके पास विकास का कोई रोडमैप नहीं है। जिस लकीर को हमने खींचा था आज उसी की बात कर रहे हैं। उनके राज में पेपर लीक की भरमार हो गई है। परीक्षाओं को रद्द करना पड़ रहा है और हक अधिकार की लड़ाई में डंडे बरसाए जा रहे हैं। किसानों को भी उनका हक नहीं मिल रहा। मौजूदा सरकार से सभी वर्ग परेशान हैं। कहा कि बीस साल में सीएम ने सीमांचल के विकास के लिए कुछ नहीं किया। इस वजह से इस इलाके से भारी पलायन हो रहा है।
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि अधिकारी सीएम की नहीं सुनते हैं क्योंकि नीतीश कुमार काफी कमजोर हो चुके हैं। बड़े से बड़े मुद्दे पर चुप्पी साध लेते हैं। विधान मंडल के सत्र में एक शब्द भी नहीं बोले।