राजपूत बीजेपी की तरफ झुके, यादव-मुस्लिम हाथी पर चढ़ गए; रामगढ़ उपचुनाव में आरजेडी की करारी हार
बिहार की रामगढ़ सीट पर आरजेडी को करारी हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी के अशोक सिंह ने बसपा के सतीश कुमार सिंह को रोचक मुकाबले में हराया। वहीं, आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा।
बिहार के कैमूर जिले की रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के अशोक कुमार सिंह ने 1362 मतों से जीत दर्ज की है। इन्होंने बसपा प्रत्याशी सतीश सिंह उर्फ पिंटू यादव को हराया है, जो पूर्व विधायक अंबिका यादव के भतीजे हैं। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के छोटे पुत्र अजीत कुमार सिंह तीसरे स्थान पर रहे। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर की घोषणा 'राजद प्रत्याशी तीसरे-चौथे स्थान पर रहेंगे' सच साबित हुई। लेकिन, खुद पीके की पार्टी के प्रत्याशी सुशील कुमार सिंह को 6513 मतों पर संतोष करना पड़ा।
राजद के वोटरों के बंटने और विपक्षी पार्टियों द्वारा परिवारवाद का मुद्दा बनाकर राजद पर लगातार हमला करना अजीत की हार का कारण बना है। इस उपचुनाव में भाजपा ने राजद के राजपूत व बसपा ने मुस्लिम-यादव मतदाताओं को साधा है। युवाओं ने उच्च शिक्षा व रोजगार के मुद्दे पर एकजुटता दिखाई। ऐसा भी नहीं कि विपक्षी हमला करते रहे और राजद चुप्पी साधे रहा।
सोशल मीडिया पर राजद ने परिवारवाद के मुद्दे पर बसपा और भाजपा पर खूब हमला बोला। बसपा प्रत्याशी सतीश पर निशाना साधा गया कि इनके चाचा अंबिका सिंह इनसे पहले तीन बार चुनाव लड़े और दो बार विधायक बने। भाजपा प्रत्याशी अशोक कुमार सिंह के पिता, भाई व भवह को प्रखंड प्रमुख के पद पर वर्षों काबिज रहने के मुद्दे पर घेरा। खास यह कि राजद के एमवाई समीकरण व राजपूत वोटर बिखर गए।
राजपूत बीजेपी की ओर झुके, यादव-मुस्लिम हाथी चढ़ गए
रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में राजद की हार के बारे में यहां पहले से चर्चा थी। लड़ाई भाजपा व बसपा के बीच ही थी। अब इन दोनों दलों के बीच राजद के बिखरे वोटरों को अपने पक्ष में करने की होड़ मची। क्षत्रिय मतदाताओं का झुकाव भाजपा की ओर देख यादव व मुस्लिम मतदाताओं ने बीजेपी को रोकने के लिए हाथी की सवारी की। लेकिन, जीत दिलाने में कामयाब नहीं हो सके। आखिरकार यहां से कमल दोबारा खिला।
बसपा के कोई बड़े नेता नहीं आए प्रचार करने
रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए बसपा के कोई बड़े नेता नहीं आए। राजद से पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, सांसद सुधाकर सिंह के अलावा अन्य नेता भी कैंप किए। भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट सिंह, विजय कुमार सिन्हा सहित कई केंद्रीय व राज्य सरकार के मंत्री रामगढ़ पहुंचे थे। इनकी रामगढ़ की यात्रा सफल हो गई।