नाबालिग बेटी ने मुस्लिम प्रेमी संग रची खौफनाक साजिश, मां की हत्या के बाद शव से उतार दिये सारे कपड़े
लखनऊ में प्यार में रोड़ा बन रही मां को रास्ते से हटाने के लिए नाबालिग बेटी ने आशिक संग मिलकर खौफनाक साजिश रच डाली। बेटी ने प्रेमी के साथ मिलकर मां का गला घोंटा फिर कांच के टुकड़े से गला काट दिया। इसके बाद डेडबॉडी से सारे कपड़े हटा दिए।

यूपी की राजधानी लखनऊ से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां प्यार में रोड़ा बन रही मां को रास्ते से हटाने के लिए नाबालिग बेटी ने आशिक संग मिलकर खौफनाक साजिश रच डाली। बेटी ने प्रेमी के साथ मिलकर कपड़े से मां का गला घोंटा फिर कांच के टुकड़े से गला काट दिया। इसके बाद गुमराह करने के लिए दोनों ने डेडबॉडी से सारे कपड़े हटा दिए। हालांकि संदेह होने पर पुलिस ने बेटी को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली।
ये घटना अयोध्या रोड पर चिनहट इलाके के सेमरा का है। पुलिस उपायुक्त (पूर्वी क्षेत्र) शशांक सिंह ने बताया कि चिनहट थाना क्षेत्र में 40 साल की ऊषा सिंह का शव उसके घर में पाया गया। उसकी गला काटकर हत्या की गयी थी। साथ ही डेडबॉडी न्यूड हालत में थी। अपराध स्थल का निरीक्षण करने पर पुलिस को ऊषा की 15 वर्षीय बेटी पर संदेह हुआ। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी तो उसने अपनी मां की हत्या की बात कुबूल कर ली। इस मामले में उसके 17 वर्षीय प्रेमी को भी गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि अभियुक्तों ने कुबूल किया है कि उसने कपड़े से ऊषा सिंह का गला घोंटा और फिर कांच के टुकड़े से उसका गला काट दिया। फिर पुलिस को गुमराह करने के लिए दोनों ने शव को निर्वस्त्र कर दिया। हत्या की योजना बहुत ही सावधानी से बनाई गई थी और इस घटना को दुष्कर्म और हत्या का मामला बनाने की कोशिश की गई थी। हत्या के बाद बेटी अपने प्रेमी के साथ बेंगलुरु भागने की योजना बना रही थी लेकिन पुलिस की टीम ने दोनों को पकड़ लिया।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि नाबालिग लड़की को पिछले साल उसके प्रेमी ने कथित तौर पर अगवा कर लिया था। ऊषा सिंह ने बाद में उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इस मामले में आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। कुछ महीने पहले हिरासत से रिहा होने के बाद युवक ने अपनी प्रेमिका के साथ फिर से संपर्क स्थापित किया और अपने साथ हुई घटना के लिये ऊषा को जिम्मेदार ठहराया। इसके बाद उसने अपनी प्रेमिका के साथ हत्या की योजना बनाई। पुलिस के मुताबिक घर में केवल ऊषा सिंह और उसकी बेटी ही रहती थीं। ऊषा के पति योगेंद्र सिंह का 12 साल पहले निधन हो गया था।