कभी नौबतपुर, कभी फतुहा; प्रशांत किशोर को जांच के लिए सात घंटे एंबुलेंस में घुमाती रही पुलिस
- गांधी मैदान से अहले सुबह लगभग 4 बजे गिरफ्तार जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर की पटना सिविल कोर्ट में पेशी से पहले मेडिकल जांच के लिए पुलिस को फतुहा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक जाना पड़ा।
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा दोबारा कराने की मांग को लेकर गांधी मैदान में बेमियादी भूख हड़ताल पर बैठे जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर को पटना पुलिस ने लगभग 4 बजे सुबह गिरफ्तार करने के बाद सात घंटे एंबुलेंस में पटना घुमाया। कभी एम्स पटना तो कभी नौबतपुर तो कभी पीपलवां। जन सुराज के कार्यकर्ताओं के जुटान की वजह से प्रशांत किशोर को पटना सिविल कोर्ट में पेश करने से पहले अनिवार्य मेडिकल जांच के लिए पुलिस को उन्हें शहर से 30 किलोमीटर दूर फतुहा लाना पड़ा। फतुहा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में प्रशांत किशोर की स्वास्थ्य जांच कराई गई है और अब पुलिस उन्हें पेश करने कोर्ट ले जा रही है।
चुनाव रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर की यह पहली कोर्ट यात्रा होगी जो जमानत ना मिलने पर पहली जेल यात्रा में बदल जाएगी। प्रशांत किशोर पर जिला प्रशासन ने पहला मुकदमा 26 दिसंबर को बीपीएससी परीक्षार्थियों को गांधी मैदान में जुटाने के आरोप में किया है। उस दिन छात्र-छात्रा गांधी मैदान से सीएम आवास मार्च करने निकल गए थे। रास्ते में प्रशांत किशोर निकल गए और बाद में पुलिस ने पानी और लाठी बरसाया।
BPSC Protest LIVE: प्रशांत किशोर का फतुहा में मेडिकल चेकअप, पटना कोर्ट ला रही पुलिस, वैनिटी वैन जब्त
प्रशांत किशोर पर दूसरा मुकदमा गांधी मैदान में बिना इजाजत भूख हड़ताल करने के लिए दर्ज हुआ। जिला प्रशासन ने उन्हें इसके लिए नोटिस भी जारी किया था और कहा था कि हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक धरना-प्रदर्शन के लिए निर्धारित गर्दनीबाग इलाके में वो अपना आंदोलन ले जाएं। लेकिन प्रशांत किशोर ने ऐसा करने से मना कर दिया और पिछले छह दिन से गांधी मैदान में गांधी प्रतिमा के नीचे भूख हड़ताल पर बैठे थे। इस दौरान वहां मौजूद एक वैनिटी वैन भी चर्चा में रही जिसे प्रशांत और उनके साथ बैठे लोग शौचालय के लिए इस्तेमाल कर रहे थे।
गिरफ्तारी के बाद प्रशांत किशोर की वैनिटी वैन जब्त, लग्जरी अनशन बता जमकर हुई थी सियासत
बीपीएससी ने 13 दिसंबर को 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 912 केंद्रों पर किया था। पटना के बापू परीक्षा केंद्र की परीक्षा हंगामे के कारण रद्द कर दी गई हुई थी जिसके परीक्षार्थीयों के लिए 4 जनवरी को दोबारा परीक्षा ली गई। परीक्षार्थियों का एक समूह सभी केंद्रों की परीक्षा को रद्द करके पूरी परीक्षा दोबारा लेने की मांग कर रहा है। छात्र-छात्राओं की इस मांग को लेकर बीते कुछ दिनों में प्रशांत किशोर के अलावा पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव, कांग्रेस और वामपंथी दलों के विधायक सड़क पर बंद और मार्च करते दिखे हैं। तेजस्वी यादव की राष्ट्रीय जनता दल (राजद) इस आंदोलन को नैतिक समर्थन दे रही है।