वैनिटी वैन में तो एक्टर बैठते हैं, प्रशांत किशोर पर निशाना साध बोले तेजस्वी - डायरेक्टर कौन है...
- बीपीएसी छात्रों के आंदोलन पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा, 'हम तो शुरू से ही कहते रहे हैं कि पूरी तरीके से आंदोलन को तोड़ने की कोशिश की गई है। कुचलने की कोशिश की गई है। यह बात अभ्यर्थी भलीभांति जानते हैं कि किस प्रकार से हाईजैक किया गया।
पटना में BPSC अभ्यर्थियों के समर्थन में गांधी मूर्ति के नीचे आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर के प्रदर्शनस्थल के पास खड़ी वैनिटी वैन को लेकर काफी चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि इस शानदार वैनिटी वैन के अंदर कई तरह की सुविधाएं मौजूद हैं। अब बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने वैनिटी वैन के मुद्दे पर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पर निशाना साधा है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि वैनिटी वैन में तो एक्टर-एक्ट्रेस बैठते हैं।
पीके के अनशन में वैनिटी वैन को लेकर हो रही चर्चा को लेकर पूछ गए एक सवाल के जवाब में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा, 'जहां तक वैनिटी बैन की बात है तो उसमें तो एक्टर और एक्ट्रेस बैठते हैं। बैठाने वाला प्रोड्यूसर और डायरेक्टर है। हम सभी लोग जानते हैं कि डायरेक्टर-प्रोड्यूसर कौन है और एक्टर को बैठाया गया है। सब लोग जानते हैं।
पीके को JDU का उपाध्यक्ष क्यों बनाया - तेजस्वी
तेजस्वी ने आगे कहा कि पहली बात तो यह है कि प्रशांत किशोर ने आज तक यह स्पष्टीकरण नहीं दिया कि आखिर अमित शाह ने उन्हें नीतीश कुमार की पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष क्यों बनवाया? वो किसने कहने पर बन थे यह सभी को स्पष्ट है। लेकिन उनको बताना चाहिए कि आखिर अमित शाह क्यों चाहते थे कि प्रशांत किशोर जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनें।
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सरकार से क्या डील हुई है - तेजस्वी यादव
बीपीएसी छात्रों के आंदोलन पर तेजस्वी यादव ने कहा, 'हम तो शुरू से ही कहते रहे हैं कि पूरी तरीके से आंदोलन को तोड़ने की कोशिश की गई है। कुचलने की कोशिश की गई है। यह बात अभ्यर्थी भलीभांति जानते हैं कि किस प्रकार से हाईजैक किया गया। शुरू से छात्रों ने कहा था कि कोई भी राजनीतिक पार्टी इसका राजनीतिकरण ना करे। इसी को देखते हुए हम सब लोग छात्रों का सम्मान करते हुए उनको नैतिक समर्थन हम लोगों ने दिया था। छात्रों के बुलाने पर हम वहां गए थे और उनसे मिले भी।
उनके कहने पर हमने दो बार सीएम को खत भी लिखा। हमन इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया। हम लगातार छात्रों से कहते रहे कि यह उनका आंदोलन है और हमारा समर्थन हमेशा उनके साथ रहेगा। उनके साथ अन्याय हुआ है। न्याय की लड़ाई में हम उसके साथ खड़े हैं। लेकिन बहुत लोगों ने इसका राजनीतिकरण किया। कैसे लाठियों से पिटवाया गया? सरकार से क्या डील हुई है? किन लोगों ने आंदोलन को कुचला है औऱ किन लोगों ने इस आंदोलन को खत्म करने में सबसे बड़ा योगदान किनका रहा है यह सब लोग जानते हैं।