NDA में जीतनराम मांझी भी BJP को धमकाने लगे? बोले- लगता है कि कैबिनेट छोड़ना पड़ेगा
- पहले झारखंड और फिर दिल्ली चुनाव में एक भी सीट नहीं मिलने से नाराज केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने खुले मंच से कैबिनेट छोड़ने की धमकी दी है।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही एनडीए में सीट पर खींचतान शुरू हो गई है। बिहार में 20 सीट की खुली मांग कर चुके हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी दिल्ली के चुनाव में एक सीट भी नहीं मिलने से नाराज हैं। उन्होंने खुले मंच से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को कैबिनेट छोड़ने की धमकी तक दे डाली है। मांझी ने कहा है कि एनडीए ने हम को कमजोर समझने की गलती की है। दरअसल दिल्ली में नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और चिराग पासवान की लोजपा-आर को एक-एक सीट मिली है। मांझी को एक सीट भी नहीं मिली है। मांझी ने इसे अन्याय बताया कि उन्होंने सीट नहीं मांगी तो नहीं मिली। महाराष्ट्र में भी अजित पवार की एनसीपी और बीजेपी की नजदीकी बढ़ने से पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी बार-बार भाजपा को मूड दिखा रहे हैं। शिंदे के रूठने से शिवसेना और भाजपा की दूरी बढ़ रही है।
मांझी ने मुंगेर में भूइयां-मुसहर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड में चुनाव हुआ तो हमारी पार्टी को कोई सीट नहीं दी गई। दिल्ली में चुनाव है तो वहां भी हमें कोई सीट नहीं दी। वो (बीजेपी) कहते हैं कि हम नहीं मांगे थे इसलिए नहीं मिला। ये तो अन्याय है। मांझी ने आगे कहा कि वो समझते हैं कि हमारा अस्तित्व नहीं है। इसलिए हमें सीट नहीं दी गई। हमारा जनाधार देखना हो तो मेरी जनसभाओं को देखें।
केंद्रीय मंत्री मांझी ने कहा कि जब लोग हमारे साथ हैं, मेरे पास वोट है तो हमें सीट क्यों नहीं मिली, ये सवााल करना है। हमारा स्टैंड साफ है। जो हमारा अस्तित्व है, उसके मुताबिक सीट दो। अपने फायदे के लिए नहीं बल्कि दलितों के फायदे के लिए सीट मांग रहे हैं। मांझी ने कहा कि मेरी बात आगे बढ़ती है तो लग रहा है कि मुझे कैबिनेट छोड़ना पड़ेगा। विधानसभा चुनाव से पहले मांझी का बदलता तेवर बिहार में एनडीए के लिए तनाव का कारण बन सकता है। भाजपा के लिए संतोष की बात ये है कि मांझी का अब तक का स्टैंड यही है कि घर की बात है, घर में सुलझ जाएगी।