छात्रों को लंग्स इन्फेक्शन हो गया, किडनी की भी समस्या है; BPSC अभ्यर्थियों से मिल बोले खान सर- सुप्रीम कोर्ट जाएंगे
खान सर ने कहा, ‘छात्र 4-5 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं और कोई इनका सुध लेने वाला नहीं है। अब स्थिति गंभीर हो गई है। कुछ छात्र को फेफड़े का इन्फेक्शन हो गया है। किडनी की भी समस्या हो गई है। छात्र एडमिट हैं। कही ना कही आयोग को अपनी भी साख बचाने की जरुरत है।’
बिहार की राजधानी पटना में BPSC अभ्यर्थियों का धरना प्रदर्शन जारी है। छात्र हाल ही में आयोजित हुई बीपीएससी की पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं। अब पटना के प्रतिष्ठित खान सर ने गर्दनीबाग इलाके में धरने पर बैठे छात्रों से मुलाकात की है। छात्रों से मिलने के बाद खान सर ने कहा है कि वो इस मामले में सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में खान सर ने कहा, 'छात्र 4-5 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं और कोई इनका सुध लेने वाला नहीं है। अब स्थिति गंभीर हो गई है। कुछ छात्र को फेफड़े का इन्फेक्शन हो गया है। किडनी की भी समस्या हो गई है। छात्र एडमिट हैं। कही ना कही आयोग को अपनी भी साख बचाने की जरुरत है। आयोग को भी सोचना चाहिए कि कोई बच्चा अगर परीक्षा देने के बाद पांच दिन से भूख हड़ताल पर बैठा है तो उसको यहां कितनी दिक्कत होगी। आयोग को सुनने की जरुरत है।
जैसे ही परीक्षा खत्म हुई थी तब हमने उसी वक्त हाई कोर्ट में एक पीआईएल दायर किया था कि जितनी भी जगहों पर परीक्षा हुई है वहां के सीसीटीवी फुटेज को सार्वजनिक किया जाए। जब सीसीटीवी फुटेज आ जाएगा तो पता चल जाएगा कि क्या अफवाह है और क्या हकीकत? दूसरी बात यह है कि जिस किसी पर भी शक है उसका नार्को टेस्ट किया जाए। पीआईएल में हमने इससे संबंधित मांग रखी है और अगर जरूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे।' खान सर ने आगे यह भी बताया कि 4-5 छात्रों की हालत गंभीर है और उन्हें आईसीयू में भर्ती करवाना पड़ गया।
आपको बता दें कि तेरह दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में प्रदेश की राजधानी पटना के एक परीक्षा केंद्र पर प्रश्नपत्र लीक होने की अफवाह फैल गई थी जिसके बाद सैकड़ों उम्मीदवारों ने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए परीक्षा का बहिष्कार भी किया था। हालांकि, बीपीएससी और स्थानीय प्रशासन ने दावा किया कि ऐसी अफवाह फैलाने वाले लोग "असामाजिक तत्व" थे और यह 900 से अधिक केंद्रों पर लगभग पांच लाख उम्मीदवारों द्वारा दी गई परीक्षा को "रद्द कराने की साजिश" का हिस्सा है।
हालांकि बीपीएससी ने बापू परीक्षा परिसर में परीक्षा देने वाले 5,000 से अधिक उम्मीदवारों के लिए फिर से परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया है। छात्र परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पटना के गर्दनीबाग में धरने पर बैठे हुए हैं। प्रदर्शनकारियों का तर्क है कि परीक्षा रद्द करने का आदेश सभी के लिए होना चाहिए, क्योंकि केवल एक केंद्र के लिए फिर से परीक्षा "समान अवसर प्रदान किए जाने" के सिद्धांत के खिलाफ होगी।