बिहार में लागू शराबबंदी के बावजूद शराब और नशीले पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगती नहीं दिख रही है। कुछ दिन पहले तेल टैंकर से 5 हजार लीटर से ज्यादा विदेशी शराब जब्त हुई थी। और अब मोतिहारी में नेपाली टैंकर से एक करोड़ का गांजा बरामद हुआ है।
बेगूसराय के मटिहानी में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने के बाद दो युवकों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग बीमार हैं। इससे पहले भी बेगूसराय, सारण, सीवान और गोपालगंज में जहरीली शराब से कई लोग जान गंवा चुके हैं।
नालंदा जिले के एक सरकारी स्कूल में हेडमास्टर और एक अन्य शिक्षक गुरुवार को शराब पीकर पहुंच गए और नशे की हालत में झूमने लगे। स्कूल में भारी हंगामा हो गया। लोगों की भीड़ जमा हो गई, पुलिस दोनों को पकड़कर थाने ले गई।
नालंदा जिले के सोहसराय थाना पुलिस ने देर रात एक स्कॉर्पियो कार से भारी मात्रा में देसी शराब की खेप बरामद की। जिस गाड़ी से शराब ले जाई जा रही थी, उस पर पुलिस लिखा हुआ था।
किशनगंज जिले की बहादुरगंज पुलिस ने इंडियन ऑयल लिखे के तेल टैंकर से करीब 5 हजार लीटर विदेशी शराब बरामद की है। शराब की इतनी बड़ी खेप को तेल टैंकर में छिपा कर लाया जा रहा था। इस मामले में टैंकर के ड्राइवर और सह चालक को भी हिरासत में ले लिया गया है।
वैशाली एसपी हर किशोर राय के निर्देश पर महुआ एसडीपीओ सुरभ सुमन और महुआ पुलिस ने संयुक्त छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान एएलटीएफ टीम के आवास से देसी और विदेशी शराब का स्टॉक बरामद किया गया।
पकड़े गए चालक की पहचान असम राज्य के गुवाहाटी के कामरूप मेट्रो सतगांव के बिट्टू सोनार के रूप में की गई। इस दौरान ट्रक से 30420 बोतल बरामद किए गए। सुरक्षा बलों को शराब की बोतल गिनती करने के लिए कई घंटे का समय लगा।
बिहार में शराबबंदी को लेकर पटना हाई कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी की है। कोर्ट ने कहा कि शराबबंदी कानून ने शराब और अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं अनधिकृत व्यापार को बढ़ावा दिया है। साथ ही ये सरकारी अधिकारियों के लिए मोटी कमाई का एक साधन बन गया है।
लाइसेंसी हथियार धारकों की मृत्यु के बाद उनके हथियार और लाइसेंस के दुरुपयोग की आशंका है। उनके लाइसेंस पर गोलियां खरीदकर अपराधियों को बेचे जाने की बात सामने आ रही है। इसके मद्देनजर पुलिस ने मृत हथियार धारकों के हथियार और लाइसेंस का सुराग ढूंढना शुरू कर दिया है।
लकड़ी नबीगंज थाना क्षेत्र के लकड़ी के रहने वाले अमरजीत यादव की सीवान सदर अस्पताल में इलाज के क्रम में मौत हो गई है। वहीं उमेश राय को आंख से दिखाई नहीं दे रही थी। उसे बेहतर इलाज के लिए पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है। पीड़ित उमेश राय ने बताया कि बुधवार की देर शाम शराब लेकर पिया था>
राज्य सरकार के एक आदेश में कहा गया है कि जिस पुलिस अधिकारी के क्षेत्राधिकार में शराब की बरामदगी होती है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसी आदेश के तहत इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
बेतिया के मानपुर थाना के पुलिस अवर निरीक्षक सुरेश कुमार मंडल को शराब के नशे में गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई पब्लिक की सूचना पर की गई है। नरकटियागंज एसडीपीओ जय प्रकाश सिंह ने इस बात की जानकारी दी है।
ट्रक को थाना लाकर जांच किया गया तो ऑक्सीजन चैंबर से के कार्टन्स में अंग्रेजी शराब की 12204 बोतलें बरामद की गईं। कुल 6147 लीटर शराब बरामद की गयी। पुलिस ने ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया।
दिवाली की पार्टी में मेहमानों को मेमने का कबाब, बीयर और वाइन परोसी गई। ध्यान देने वाली बात है कि पिछले साल जब ऋषि सनक ने दिवाली उत्सव की मेजबानी की थी तो मांस और शराब मेनू में शामिल नहीं था।
बेगूसराय जिले के मुफस्सिल थाना इलाके में शुक्रवार को जहरीली शराब पीने से एक शख्स की मौत होने के बाद भारी हंगामा हो गया। ग्रामीणों ने शराब बेचने वाले माफिया के घर पर तोड़फोड़ कर दी। वहीं, देरी से पहुंचने पर पुलिस टीम को भी खदेड़ दिया।
बिहार चुनाव से पहले ही शराबबंदी बड़ा मुद्दा बन गया है। प्रशांत किशोर के बाद नई नवेली पार्टी बनाने वाले आरसीपी सिंह भी उनकी राह पर निकल पड़े हैं। और कहा किसी के खान-पान पर रोक नहीं लगा सकते हैं। जिस उद्देश्य से शराबंदी की गई थी। वो सफल नहीं हो पाई है।
बिहार में शराब पर जारी सियासत के बीच बिहा बीजेपी के अध्यक्ष सह मंत्री दिलीप जायसवाल ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होने कहा कि शराब कौन पीता है? ये बहुत जल्द पता चल जाएगा। महागठबंधन के ही 6-7 नेता हैं। विभाग लिस्ट भी जारी करेगा।
पुलिस को अंतरराज्यीय शराब तस्करों की ओर से पंजाब से ट्रक पर शराब की बड़ी खेप मंगाए जाने की सूचना मिली। पुलिस ने छापेमारी करके 50 लाख का दारू जब्त किया।
बिहार के पूर्व मंत्री और आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने शराबकांड पर बड़ा बयान दिया है। उन्होने कहा कि अगर सरकार ईमानदारी से बड़े-बड़े पदाधिकारी के यहां छापा मारे, तो उनके घरों में शराब की बोतलें मिलेगी।
जहरीली शराबकांड पर तेजस्वी यादव ने एक बार फिर नीतीश सरकार को घेरा है। और कहा कि सरकार ही राज्य में शराब बिकवा रही है। मुख्यमंत्री से बिहार संभल नहीं रहा है। वहीं बिहार उपचुनाव की चारों सीटें जीतने का दावा किया है।
जांच की जिम्मेवारी एएसपी पूर्वी शहरेयार अख्तर को दी गई है। उन्होंने कहा कि अब तक खुलकर शराब से मौत के संबंध में कोई बयान नहीं दे रहा है। बताया कि गांव में जाकर छानबीन की जाएगी। रविवार की रात में तीन लोगों ने मुर्गा पार्टी के दौरान मिलावटी शराब पी थी।
बिहार में जहरीली शराब से मौत के बाद हरकत में आई पटना पुलिस अब शराब माफियाओं पर सीसीए कानून लगाकर उनकी कमर तोड़ेगी। सभी थानेदारों को ऐसे लोगों की लिस्ट बनाने कहा गया है जो शराबबंदी केस में जेल से निकलने के बाद फिर इस धंधे में लगे हैं।
शराबबंदी पर निशाना साध रही आरजेडी पर जेडीयू ने पलटवार किया है। जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि अगर तेजस्वी यादव शराबबंदी के खिलाफ बोलते हैं तो उन्हें आगामी चुनाव में नुकसान झेलना पड़ सकता है।
इस मुद्दे को लेकर अब बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने जदयू पर निशाना साधा है। राष्ट्रीय जनता दल ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से जदयू का मतलब समझाते हुए शराब को लेकर तंज कसा है।
बेतिया के एसपी शौर्य सुमन ने शराब तस्कर के साथ घूमने के आरोप में दारोगा प्रदीप कुमार को सस्पेंड कर दिया है। वहीं आरोपी शराब तस्कर विशाल चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। दारोगा पर कार्रवाई एसडीपीओ की जांच रिपोर्ट के बाद की गई है।
एसपी कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि मद्यनिषेध विभाग पटना से जिला आसूचना इकाई और भह्वा टीओपी प्रभारी पुरुषोत्तम कुमार को सूचना प्राप्त हुई कि अररिया से एक लाल रंग के ट्रक पर एक कन्टेनर में भारी मात्रा में विदेशी शराब का खेप जीरोमाईल होते हुए ले जाया जा रहा है।
जहरीली शराब से हुई मौतों के मास्टरमाइंड मंटू सिंह को छपरा पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। सारण, सीवान और गोपालगंज में 45 से ज्यादा लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो चुकी है।
नकली शराब बनाने के लिए ले जाई जा रही स्प्रिट के साथ ट्रैक्टर चालक मीनापुर थाना के राघोपुर निवासी मो. शमशाद और हथोड़ी इलाका निवासी मानिशंकर कुमार कुमार को गिरफ्तार किया है। स्प्रिट की खेप को बोलेरो गाड़ी से माफिया स्कॉर्ट कर रहे थे।
राज्य में शराब से मौत के मामले पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है। उन्होने शराबबंदी को सरकार का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार बताया। और कहा कि शराब के नाम पर अवैध कारोबार के रूप में लगभग 𝟑𝟎 हजार करोड़ की समानांतर अर्थव्यवस्था चलाई जा रही है
पप्पू यादव ने कहा कि शराबंदी में और कड़े कानून बनाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि अगर कभी वह सत्ता में आए तो सबसे पहले ऐसा कानून बनाएंगे कि जहरीली शराब बनाने और बेचने वाले को आजीवन कारावास की सज़ा होगी और उस इलाकें में जो भी पदाधिकारी होंगे उनको बर्खास्त किया जाएगा।