नीतीश कुमार को इंट्री नहीं करने देंगे, मीसा के स्वागत वाले बयान के बाद बोले तेज प्रताप
- लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव से नीतीश कुमार के लिए दरवाजे खुला रखने को लेकर सवाल पूछा गया तब तेज प्रताप यादव ने साफ कहा, ‘नीतीश जी को आने का कोई इनविटेशन देने का हमको मन नहीं है और ना हम नीतीश जी को 10 नंबर में इंट्री करने देंगे।’
मकर संक्रांति के मौके पर राजद सांसद मीसा भारती के एक बयान से बिहार की सियासत गरमा गई है। मीसा भारती ने कह दिया है कि खरमास के बाद शुभ काम होते हैं और नीतीश कुमार के लिए दरवाजे खुले हुए हैं। मीसा भारती के इस बयान के बाद जदयू और राजद के नई नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। लेकिन राजद के ही नेता तेज प्रताप यादव ने मीसा भारती से उलट यह कह दिया है कि वो राबड़ी आवास में नीतीश कुमार की इंट्री नहीं होने देंगे।
दरअसल राबड़ी आवास पर मंगलवार को चूड़ा-दही भोज का आयोजन किया गया था। इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल के कई कार्यकर्ता और नेता यहां मौजूद थे और सभी ने चूड़ा-दही का आनंद लिया। आवास से निकलने के बाद मीसा भारती ने पत्रकारों से कहा था कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है। खरमास के बाद ही शुभ काम शुरू होते हैं। उन्होंने कहा था कि सीएम हमारे गार्जियन हैं। उनके लिए दरवाजे हमेशा खुले हैं। वो परिवार के सदस्य की तरह हैं। नीतीश जब भी आने चाहें तो उनका स्वागत है।
लेकिन राबड़ी आवास से बाहर निकलने के बाद जब राजद नेता और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव से नीतीश कुमार के लिए दरवाजे खुला रखने को लेकर सवाल पूछा गया तब तेज प्रताप यादव ने साफ कहा, ‘नीतीश जी को आने का कोई इनविटेशन देने का हमको मन नहीं है और ना हम नीतीश जी को 10 नंबर में इंट्री करने देंगे।’
सांसद और लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती के बयान के बाद कई नेताओं की प्रतिक्रिया आई। बिहार सरकार के मंत्री रत्नेश सदा ने कहा कि यह उनका अपना बयान है लेकिन मुख्यमंत्री ने जिस चीज को नकार दिया है उसको अब सकारने वाले नहीं है। वो लोग देख रहे हैं कि साल 2025 में वो जीरो पर आउट होने जा रहे है। इसीलिए बिलबिला रहे हैं।
कांग्रेस नेता राजेश राठौर ने कहा कि राजनीति में कभी दरवाजा बंद नहीं होता है। आज अच्छे दिन की शुरुआत हैं। नीतीश जी पहले जिधर हैं उधर से हटें तब तो लेकिन नीतीश कुमार वहां से हट ही नहीं सकते हैं क्योंकि भारतीय जनता पार्टी ने ठाना है कि नीतीश को साथ रख कर बर्बाद करना है क्योंकि उन्हें चिराग के नेतृत्व में चुनाव लड़ना है।