2005 से पहले बिहार में टायर्ड सीएम नहीं थे, तेजस्वी का नीतीश पर तंज; बोले- पीके, RCP का मेल सियासी गेम
तेजस्वी ने कहा कि 2005 के पहले बिहार को टायर्ड मुख्यमंत्री और रिटायर्ड अफसर नहीं चलाते थे। उस समय बिहार में सुनवाई और कार्रवाई होती थी, अफसरशाही नहीं थी। वहीं प्रशांत किशोर और आरसीपी सिंह के साथ आने को सियासी मेल बताया है। और कहा कि जनता जानती है कि किसके इशारे पर दोनों साथ आए हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘2005 से पहले कुछ होता था’ वाले बयान पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने पलटवार किया है। रविवार को पत्रकारों से बातचीत के जवाब में तेजस्वी ने कहा कि 2005 के पहले बिहार को टायर्ड मुख्यमंत्री और रिटायर्ड अफसर नहीं चलाते थे। उस समय बिहार में सुनवाई और कार्रवाई होती थी, अफसरशाही नहीं थी। उस वक्त जो काम हुआ, उसकी तारीफ यूएन के लोग तक करते थे। लेकिन सत्ता में बैठे लोगों के मन में 2005 बैठ गया है।
वहीं आरसीपी सिंह के जनसुराज में शामिल होने पर तेजस्वी ने कहा कि प्रशांत किशोर और वो पहले एक ही दल में थे। किसके इशारे पर दोनों साथ आये हैं, जनता यह जानती है। वहीं ऑपरेशन सिंदूर के बाद दुनिया भर में पाकिस्तान के आतंकवाद के खिलाफ संदेश पहुंचाने के लिए अलग-अलग देशों में मोदी सरकार अपना प्रतिनिधिमंडल भेज रही है। सांसदों के सात प्रतिनिधिमंडल दुनियाभर में जाकर आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का पक्ष रखेंगे और पाकिस्तान को घेरने की कोशिश करेंगे। तेजस्वी ने सांसदों की टीम को विदेश भेजने का स्वागत किया है।
नेता प्रतिपक्ष ने बिहार में भ्रष्टाचार बढ़ने का आरोप भी लगाया। उन्होने कहा कि पहले करप्शन इतना नहीं था, यह बात भी उन्हें समझना चाहिए। सिर्फ बोल देने से कुछ होने वाला नहीं है। जनता ने सब कुछ देखा है और अभी क्या बिहार की स्थिति है। यह भी जनता समझ रही है, जनता समय आने पर इन्हें जवाब देगी।