मांग किससे रहे हैं, सरकार एनडीए की है; नीतीश के लिए भारत रत्न मांगने पर गिरिराज से बोली आरजेडी
गिरिराज सिंह द्वारा नीतीश कुमार को भारत रत्न दिए जाने की मांग उठाए जाने पर आरजेडी ने चुटकी ली है। लालू एवं तेजस्वी यादव की पार्टी ने कहा कि बीजेपी द्वारा गिरिराज को भारत रत्न देने की मांग महज एक ड्रामा है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग पर राजनीतिक पारा गर्मा गया है। विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने इस मांग को हास्यास्पद बताया है। आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय कुमार ने कहा कि केंद्र में एनडीए की सरकार है, तो गिरिराज किससे नीतीश के लिए भारत रत्न मांग रहे हैं। भारत रत्न ही क्यों, नोबल पुरस्कार की मांग भी कर लें। आरजेडी ने दावा किया कि यह एक ड्रामा है जो सिर्फ विधानसभा चुनाव तक चलेगा। इसके बाद नीतीश को महाराष्ट्र जैसी स्थिति का सामना करना पड़ेगा।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बुधवार को बेगूसराय में मीडिया से बातचीत में नीतीश और ओडिशा के पूर्व सीएम नवीन पटनायक को भारत रत्न देने की मांग की। गिरिराज ने कहा कि नीतीश के सत्ता में आने से पहले बिहार खस्ताहाल सड़कों, जर्जर स्कूलों और इमारतों के लिए जाना जाता था। नीतीश ने बिहार को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। उनके जैसे नेता को भारत रत्न जैसा सर्वोच्च सम्मान देना चाहिए।
गिरिराज का यह बयान ऐसे समय में आया है जब आरजेडी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी नीतीश को कंट्रोल कर रही है। पूर्व डिप्टी सीएम सह आरजेडी नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने मंगलवार रात को ही कहा था कि बीजेपी ने सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) को अपने नियंत्रण में कर लिया है। नीतीश के चार करीबी नेता जिनमें से दो दिल्ली में हैं, वे बीजेपी के संपर्क में हैं। उन्होंने बिहार में अमित शाह का कंट्रोल होने का आरोप भी लगाया।
हालांकि, दो दिन पहले ही हरियाणा में हुई बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल समेत अन्य नेताओं ने नीतीश के नेतृत्व में ही 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ने पर सहमति जताई थी। गिरिराज सिंह ने भी कहा था कि नीतीश हमारे नेता हैं और रहेंगे, इसमें कोई संशय नहीं है। बीजेपी के अलावा एनडीए में शामिल चिराग पासवान की लोजपा रामविलास और जीतनराम मांझी की हम पार्टी भी नीतीश के नेतृत्व में चुनाव में जाने पर सहमति जता चुकी है।