दिवाली पर खरीदारी के बिल संभालकर रखिएगा, यूपी के इस जिले में GST विभाग देगा इनाम; जानिए कैसे
- इस दीपावली पर मुजफ्फरनगर सहित कहीं से भी मिठाई, ड्राई फू्ट्स और इससे जुड़े गिफ्ट हैंपर खरीदने पर दुकानदार से जीएसटी नंबर वाला पक्का बिल लेने वाले ग्राहक को उपहार मिलेगा। राज्य कर विभाग के व्हाट्एप मोबाइल नंबर जारी किए हैं।

Diwali Gift: दीवाली की खरीदारी के साथ ग्राहकों को यदि गिफ्ट पाने का मौका मिल जाए तो, इससे बेहतर क्या होगा। स्टेट जीएसटी विभाग ने ग्राहकों को बिलिंग के प्रति जागरूक करने के लिए पहली बार नया तरीका अपनाया है। दीवाली सहित आगामी त्यौहारी पर ग्राहक अपने बिलों की फोटो जीएसटी विभाग द्वारा जारी नम्बर पर व्हाट्सएप करने पर ग्राहकों को लाटरी सिस्टम में शामिल कर उन्हें जागरूक ग्राहक के रूप में उपहार मिलेगा।
इस दीपावली पर मुजफ्फरनगर सहित कहीं से भी मिठाई, ड्राई फू्ट्स व इससे जुड़े गिफ्ट हैंपर खरीदने पर दुकानदार से जीएसटी नंबर वाला पक्का बिल लेने वाले ग्राहक को उपहार मिलेगा। राज्य कर विभाग ने व्हाट्एप मोबाइल नंबर जारी किए हैं। इन नंबरों पर ग्राहक अपना बिल भेज सकते हैं। स्टेट जीएसटी विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर जेएस शुक्ला ने बताया कि इन पक्के बिलों पर ग्राहक का नंबर होना भी जरूरी है, ताकि लाटरी निकलने पर ग्राहक से संपर्क किया जा सके।
लाटरी में भाग्यशाली विजेता को राज्य कर विभाग पुरस्कार देगा। उन्होंने बताया कि योजना 31 अक्टूबर तक के लिए लागू की गई है। इस अवधि में मिठाई, ड्राई फ्रूट्स आदि खरीदने वाले दुकानदार से उसका पक्का बिल जरूर लें। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से दस मोबाइल नंबर जारी किए गए हैं।
ग्राहक व्हाट्एसएप पर भेज सकते हैं बिल
इनमें से किसी भी एक नंबर पर बिल को वाट्सएप के जरिये भेजा जा सकता है। जारी किए गए नंबरों में 7235001060, 7235001061, 7235001062, 7235001104, 723 5001109, 7235001141 , 7235001142, 7235001143, 7235002833 और 7235002834 हैं। इस तरह की योजना के पीछे विभाग का बड़ा मकसद जीएसटी की चोरी पर अंकुश लगाने के साथ ही कर चोरी को पकड़ना भी है। ग्राहकों के बिलों के हिसाब से भी सूची तैयार होगी