बुलंदशहर हादसा: कड़ी मशक्कत के बाद कैंटर में फंसे लोगों को बाहर निकला
बुलंदशहर में शुक्रवार की शाम को भीषण हादसा हो गया। चालक को झपकी आने के कारण पंजाब से मजदूरी कर लौट रहे शाहजहांपुर और हरदोई के लोगों से भरी कैंटर की आगे चल रहे ट्रक से जोरदार भिड़ंत हो गई।

बुलंदशहर में शुक्रवार को सुबह हादसा हो गया। इसमें पांच लोगों की मौत हो गई। सभी पंजाब से मजदूरी करके वापस घर लौट रहे थे। पुलिस ने बताया, जहांगीराबाद में गुरुवार शाम को शाहजहांपुर और हरदोई निवासी मजदूर पंजाब के मोडा भट्ठी स्थित ईंट भट्ठे से मजदूरी कर कैंटर में सवार होकर वापस गांव लौट रहे थे। पंजाब से ही कैंटर किराए पर लिया था। पुलिस के मुताबिक तीन गाड़ियों में मजदूर पंजाब से चले थे, जिनमें से दो गाड़ियों में सवार लोग सुरक्षित गांव पहुंच गए, जबकि एक कैंटर जहांगीराबाद क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। पुलिस के मुताबिक कैंटर में चालक समेत 36 लोग सवार थे। हादसे के दौरान सभी लोग सोए हुए थे।
एसपी देहात डॉक्टर तेजवीर सिंह ने बताया कि कैंटर चालक को नींद की झपकी आने पर आगे चल रहे ट्रक से भिड़ गया। हादसे में कैंटर के चालक समेत पांच लोगों की मौत हो गई। हालांकि एक साथ मजदूर घर क्यों जा रहे थे, इस बात की अभी जानकारी नहीं लग पाई है। घायल कुछ बताने की स्थिति में नहीं हैं, इनके परिजन अभी तक बुलंदशहर नहीं पहुंचे हैं। परिजनों के बुलंदशहर पहुंचने पर ही सभी एक साथ गांव आने का कारण भी स्पष्ट होगा। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रामफल सिंह ने बताया कि पंजाब से भट्ठा मजदूरों को लेकर तीन गाड़ियां एक साथ चली थीं। जिनमें से दो गाड़ी पहुंच गईं जबकि एक गाड़ी के साथ हादसा हुआ है। 27 घायलों को मेरठ मेडिकल के लिए रेफर किया गया है, अन्य का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है।
डीएम-एसएसी पहुंचे जिला अस्पताल
सड़क हादसे में पांच की मौत और 31 से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना पर जिलाधिकारी श्रुति और एसएसपी दिनेश कुमार सिंह जिला अस्पताल पहुंचे। डीएम और एसएसपी ने घायलों का हाल जाना और स्वास्थ्य अधिकारियों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए।
बुलंदशहर एसपी देहात डॉ. तेजवीर सिंह ने बताया, कैंटर चालक को नींद की झपकी आने के कारण हादसा हुआ है। पांच लोगों की मौत हुई है और 31 घायल हैं। घायलों का इलाज चल रहा है। जहांगीराबाद थाने पर विधिक कार्रवाई की जा रही है।