अमेठी हत्याकांड: छेड़छाड़ के केस में पुलिस ने भेजा था जेल, छूटने के बाद चंदन ने खाया था जहर
- अमेठी में गुरुवार की शाम को हुए जघन्य हत्याकांड में एक और खुलासा हुआ है। हत्याकांड को लेकर विवाद कोई नया नहीं था। काफी पहले से शिक्षक परिवार से हत्यारोपी का विवाद चला आ रहा था।
अमेठी में गुरुवार की शाम को हुए जघन्य हत्याकांड में एक और खुलासा हुआ है। हत्याकांड को लेकर विवाद कोई नया नहीं था। काफी पहले से शिक्षक परिवार से हत्यारोपी का विवाद चला आ रहा था। दरअसल शिक्षक सुनील कुमार अपनी पत्नी को दिखाने के लिए बीती 18 सितंबर को शहर के सुमित्रा हास्पिटल में आया था। यहां पर चंदन वर्मा और शिक्षक परिवार में विवाद हुआ। शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर किया और आरोपी को जेल भेज दिया। जेल से छूटने के बाद आरोपी ने घर में जहर भी खा लिया था।
बीती 18 सितंबर को शहर के सुमित्रा हास्पिटल में शिक्षक अपनी पत्नी पूनम को डॉक्टर को दिखाने के लिए पहुंचे थे। यहां पर आरोपी चंदन वर्मा भी पहुंच गया। अस्पताल में दोनों में विवाद हो गया था। कोतवाली रायबरेली में शिक्षक की पत्नी पूनम ने आरोपी चंदन वर्मा के खिलाफ शिकायती पत्र देकर छेड़ाछाड़ किए जाने का आरोप लगाया था। इसमें आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करके उसे गिरफ्तार किया गया था। जेल से छूटने के बाद बीती 22 सितंबर को अपने घर पर जहर खा लिया था। इसका जिला अस्पताल और एम्स में इलाज हुआ था।
गदागंज में भी दी थी शिकायत
इसके बाद शिक्षक की पत्नी ने गदागंज थाने में भी शिकायती पत्र देकर जान माल की गुहार लगाई थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। शिक्षक का परिवार आरोपी चंदन की करतूतों से परेशान रहता था। इसके चलते शिक्षक पूरे परिवार के साथ शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी चौराहे पर किराए के मकान में रहने लगा। यहां पहुंचने पर भी चंदन ने पीछा नहीं छोड़ा। अब तीन अक्टूबर को वारदात को अंजाम दे दिया।
शिक्षक को गांव तक धमकाने गया था हत्यारोपी, समझाने के बाद भी पड़ा था पीछे
हत्यारोपी के हौसले इतने बढ़े थे कि वह सुदामापुर तक जाकर सुनील व उसके परिवार को घमकाया था। बात आगे बढ़ी तो मामला गदागंज थाने तक पहुंचा, लेकिन मामला शांत हो गया। हत्यारोपी के हौसले के आगे पूरा परिवार परेशान हो चुका था। घर की इज्जत के लिए परिवार सालों से दंश झेलता रहा। आरोपी परिवार पर दबाव बनाता रहा और परिवार उससे छुटकारा पाने के लिए पुलिस के पास भागता रहा। पुलिस अगर प्रभावी कार्रवाई करती तो यह घटना होने से बच सकती थी।
मृतक शिक्षक परिवार व आरोपी चंदन के मध्य रिश्ते कितने सालों से थे इसके बारे में तो कोई नहीं बता पा रहा है। लेकिन रिश्तों को उसने हथियार करीब दो साल पहले से बनाना शुरू किया। गांव वालों की माने तो दो लाख रुपये के लेनदेन को लेकर एक बार विवाद हुआ। इसके बाद सुनील ने पैसा वापस किया। इसके बाद तो वह खुलकर सामने आ गया। आए दिन किसी ने किसी बहाने वह सुनील व उसकी पत्नी को धमकाने लगा। अपनी बात न मनवाने के लिए वह इस कदर तक आगे बढ़ गया था कि पूरे परिवार को घर से निकलना दूभर कर दिया था। उसके इस व्यवहार से पूरा परिवार परेशान था। जबकि इसको लेकर कई बार मृतक सुनील व उसकी पत्नी ने उसे कई बार समझाया लेकिन वह किसी की बात मानने को तैयार नहीं था। हत्यारोपी ने अपनी सनक में हंसते-खेलते परिवार को उजाड़ दिया।
पूनम ने शिवरतनगंज थाना प्रभारी से लगाई थी गुहार
मृतक शिक्षक सुनील कुमार की पत्नी पूनम ने करीब एक सप्ताह पूर्व पूनम ने शिवरतनगंज थाने में आरोपी चंदन वर्मा के खिलाफ तहरीर दी थी। जिसमें आरोपी पर जान से मारने की धमकी दिए जाने का आरोप लगाया था। पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। अब आरोपी ने पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया। अगर समय से थाने की पुलिस चेत जाती तो शायद पूरे परिवार की जान बच जाती।