पीएम मोदी का कल यानी 24 अप्रैल को कानपुर का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। इस बीच पहलगाम हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी के घर पर सांत्वना देने बुधवार सुबह विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना पहुंचे। उन्होंने पीएम के 24 अप्रैल को कानपुर के प्रस्तवित दौरे को स्थगित किए जाने की पुष्टि की।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने समग्र विकास को लेकर बुलाई गई समीक्षा बैठक में कानपुर में चल रही विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी पर नाराजगी जताई। महाना ने अधिकारी को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा तुम्हारी जांच करा ली तो जेल चले जाओगे।
यूपी विधानसभा में पान-मसाला खाने पर रोक लगा दी गई है। नए नियम के तहत विधानसभा में पान मसाला खाते हुए पकड़े जाने पर एक हजार जुर्माना लगेगा। यह जानकारी बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने दी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को पान मसाला की थूक देख स्पीकर सतीश महाना भड़क गए। उन्होंने कालीन बदलवाने और उसकी वसूली उस विधायक से करने का आदेश दिया है, जिसने मसाला थूका था।
अफसरों द्वारा सांसद, विधायकों के फोन नहीं उठाने जाने का मामला एक बार फिर गरमा गया है। विधायकों ने विधानसभा में ये मुद्दा उठाया है। विधायकों ने स्पीकर सतीश महाना से जनप्रतिनिधियों के फोन नहीं उठाने जाने की शिकायत की है।
यूपी विधानसभा सत्र के चौथे दिन चालू सदन से विधायकों के निकलने पर स्पीकर सतीश महाना भड़क गए। लंच बाद सदन में विधायकों की संख्या में कमी देखकर स्पीकर ने मौजूद विधायकों को चेताया। उन्होंने कहा, मैं यहां विधायकों की हाजिरी लगाने के लिए नहीं बैठा हूं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में बुधवार को सपा विधायकों के दो सवाल पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ऐसा भड़के कि उससे शुरू हुए हंगामे के बाद सरधना के विधायक अतुल प्रधान को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में गंभीर बहस को भी हास-परिहास के साथ चलाने के लिए मशहूर स्पीकर सतीश महाना बुधवार को सदन में ही भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि विधानसभा में उनसे कमजोर कोई आदमी नहीं है जिसका कोई वोट बेस नहीं है।
समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने बुधवार को सदन में विपक्षी दलों के नेताओं को हाउस अरेस्ट करने के मामलों को उठाकर आरोप लगाया कि योगी सरकार गलत परंपरा डाल रही है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कांग्रेस के विधानसभा घेराव में शामिल कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और नेताओं को घर में नजरबंद करने का सवाल उठाने की कोशिश की।