दरअसल जदयू के आधिकारिक एक्स हैंडल से एक पोस्टर शेयर किया गया है। इस पोस्टर में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी समेत पूरे परिवार को दिखाया गया है। सभी की तस्वीर इस पोस्टर में है।
Tejashwi Yadav Poster: इस पोस्टर में तेजस्वी यादव हाथ में लालटेन लेकर इलाज करते हुए नजर आ रहे हैं। पोस्टर में तेजस्वी अपने किए गए वादों को पूरा करते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है पटना में अलग-अलग जगहों पर यह पोस्टर लगाया गया है।
तेजस्वी यादव ने कहा, ‘नीतीश कुमार मौन हैं। आज कल नीतीश कुमार पकड़ुआ मुख्यमंत्री हो गए हैं। यानी सिर्फ देह है, चेहरा है लेकिन चला कोई और रहा है। वो हमारे बुजुर्ग हैं। हम उनका सम्मान करते हैं लेकिन अब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के योग्य नहीं रह गए हैं।'
तेजस्वी के लालू यादव को भारत रत्न दिए जाने वाली भविष्यवाणी पर तंज कसते हुए केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि क्या बिहार को बर्बाद करने के लिए उन्हें भारत रत्न दिया जाए।
बायसी से आरजेडी विधायक रूकनुद्दीन अहमद पर जेडीयू नेता रेहान फैजल ने अपहरण कर मारपीट का आरोप लगा है। जिसमें वो बुरी तरह घायल हुए हैं। यही नहीं पानी मांगने पर पेशाब पिलाने का आरोप लगा है। घायल अवस्था में जदयू नेता का इलाज चल रहा है।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि हमलोग के रहते हुए भाजपा कैसे सरकार बना लेगी। गुरुवार की सुबह दस सर्कुलर रोड आवास के समीप मीडिया से बातचीत में लालू प्रसाद ने कहा कि सब लोग भाजपा को जान चुके हैं।
बजट का विरोध कर रहे विपक्षी दलों पर भड़कते हुए केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि अपोजिशन का काम ही यही है, मत जाइए बिहार में चुनाव लड़नें, क्यों जाइएगा। बिहार का तो सब हो गया। विपक्ष को क्या किसानों और युवाओं को लाभ मिलने पर भी आपत्ति है।
रोहिणी आचार्य ने कहा है कि कुशासन की पोल खुल रही है तो बौखलाहट में नीतीश कुमार जी की ही पार्टी के सांसद पत्रकारों को भी नहीं बख्श रहे। सीएम को संबोधित करते हुए लिखा है कि नीतीश कुमार जी, ये आपका तांडव राज है।
वीडियो शेयर करते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा, ‘जेडीयू सांसद पत्रकारों को गाली के साथ पीट रहे है लेकिन सत्ता परस्त पत्रकारों ने बिहार में जंगलराज घोषित नहीं किया है क्योंकि बीजेपी साष्टांग होकर सत्ता की मलाई चाट रही है।’
सोशल मीडिया के दो पत्रकारों की पिटाई और मोबाइल छीनने के आरोपों पर सफाई देते हुए जेडीयू सांसद अजय मंडल ने कहा कि वो तो अपने बॉडीगार्ड का बचाव करने गए थे। वहीं पीड़ित पत्रकारों का कहना है कि उन्हें सड़क पर गिराकर लात-घूंसे से पीटा, मोबाइल का सारा डाटा भी डिलीट कर दिया।