PPF Calculator: PPF अकाउंट केंद्र सरकार द्वारा समर्थित एक रिस्क फ्री इन्वेस्टमेंट और टैक्स-सेविंग टूल है। अगर आप पब्लिक प्रोविडेंट फंड में हर महीने 12,500 रुपये का निवेश करते हैं तो आप निवेश अवधि के दौरान करीब 41 लाख रुपये का अच्छा फंड जमा कर सकते हैं।
सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के लिए सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) और अन्य लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर 8.2 प्रतिशत, जबकि...
शोल्डर : बैंकों में बचत जमा को बढ़ाने के लिए सरकार कर सकती है बढ़ोतरी
सरकार डाकघर की छोटी बचत योजनाओं में अहम बदलाव करने जा रही है। इसमें पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना और राष्ट्रीय बचत खाता शामिल हैं। एक से अधिक पीपीएफ खाते होने पर ब्याज में कटौती होगी। नए नियम एक...
लोग छोटी बचत योजनाओं में निवेश कर रहे हैं, जैसे किसान विकास पत्र, पीपीएफ, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना और सुकन्या समृद्धि योजना। इन योजनाओं में निवेश पर अच्छा रिटर्न मिलता है और आयकर में छूट भी मिलती है।...
केंद्रीय कैबिनेट ने नॉमिनी के लिए नए नियम को मंजूरी दी है, जिससे बैंक खातों में अब एक से ज्यादा लोगों को नॉमिनी बनाने की सुविधा होगी। इसके अलावा, PPF में भी एक से अधिक नॉमिनी तय करने की सुविधा मिलेगी।
PPF खातों में निवेश करने वाले लोगों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका पैसा 5 अप्रैल से पहले खाते में जमा हो जाए। अगर ऐसा नहीं करते तो उन्हें लाखों का नुकसान हो सकता है।
सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) और राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) को एक्टिव रखने के लिए मिनिमम एनुअल कंट्रीब्यूशन की जरूरत होती है।
वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के लिए अलग-अलग स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर ब्याज दरें चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च, 2024) के लिए अधिसूचित दरों के समान होंगी।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर केंद्र सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दर पर बड़ा ऐलान किया है। अगली तिमाही यानी अप्रैल से जून तक के लिए छोटी बचत योजनाओं की दर में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
महंगाई के दौर में जिंदगी की तमाम जरूरतें पूरी करने के लिए आम लोग जद्दोजहद कर रहे हैं। ऐसे में बड़े घरेलू कार्यों शादी-विवाह, त्योहार तथा अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए लोगों की बचत पर निर्भता बढ़ी।
PPF New Rules: नए नियमों में विस्तारित अवधि वाले पीपीएफ खातों (PPF Accounts) को समय से पहले बंद करने पर लगने वाले जुर्माने में बड़ी राहत दी गई है। यह बदलाव नौ नवंबर 2023 से लागू हो गया है।
छोटी बचत योजनाओं में लोग जमकर निवेश कर रहे हैं। सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) और महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट (MSSC) जैसी छोटी बचत योजनाओं में निवेश रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
PPF News: केंद्र सरकार ने दिसंबर तिमाही के लिए सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) की ब्याज दरों में भले ही बदलाव ना किया हो लेकिन यह नौकरीपेशा लोगों के बीच आज भी लोकप्रिय है।
Small Savings Scheme Interest Rate: सरकार ने अक्टूबर-दिसंबर 2023 तिमाही के लिए स्मॉल सेविंग्स स्कीम की ब्याज दरों की घोषणा कर दी है।
सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दर में एक बार फिर बढ़ोतरी की है। यह बढ़ोतरी 10 से 30 बीपीएस तक की हुई है। 2 साल की सावधि जमा दर में 10 बीपीएस की वृद्धि हुई है।
PPF स्कीम के तहत सामान्यत: 15 साल तक निवेश किया जा सकता है। इस अवधि में सालाना कम से कम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं।
वर्तमान में सरकार डाकघर बचत, पीपीएफ, सुकन्या, वरिष्ठ नागरिक, राष्ट्रीय बचत पत्र समेत कुल 12 तरह की छोटी बचत योजनाएं चला रही है। इन योजनाओं की ब्याज दरों में भी संशोधन किया जा सकता है।
PPF) पर इस समय सालाना 7.1 फीसदी ब्याज मिल रहा है। वैसे तो डाकघर में भी पीपीएफ खाता खोला जा सकता है, लेकिन आप भारतीय स्टेट बैंक जैसे कुछ बैंक भी पीपीएफ खाता खोलने का विकल्प दे रहे हैं।
पहले खाताधारक सिर्फ NEFT और RTGS सर्विस का यूज करके अपने बैंक खातों से पोस्ट ऑफिस (PO) बचत खाते, पब्लिक प्रोविडेंड फंड (PPF) और सुकन्या समृद्धि खातों (SSA) में पैसे ट्रांसफर करते थे।
अगर आप पब्लिक प्रॉविडेंट फंड में पैसे जमा करते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। आपको PPF में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कंट्रीब्यूशन 5 अप्रैल तक जमा कर देना चाहिए, इससे आपको निवेश पर बेहतर लाभ मिलेगा।
ईपीएफ के तहत कर्मचारी और कंपनी, दोनों ही कंट्रीब्यूट करते हैं। इसके तहत 12, 12 प्रतिशत का कंट्रीब्यूश होता है। इस कंट्रीब्यूशन को आप वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड (VPF) के तहत बढ़ा सकते हैं।
सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-जून तिमाही के लिए ज्यादातर छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। कुछ बचत योजनाओं की ब्याज दरों में 0.1 प्रतिशत से 0.7 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
सरकार ने कोविड के दौरान लगातार नौ तिमाहियों तक स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था। हालांकि, पिछले छह महीनों में ब्याज दरों में 30-140 आधार अंकों की बढ़ोतरी देखी गई है।
Small savings scheme latest update: पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि जैसी छोटी बचत योजना (Small Savings Scheme) में बड़े बदलाव की तैयारी चल रही है।
निवेशक 100 रुपये जमा करके किसी भी बैंक या नजदीकी डाकघर में PPF अकाउंट खोल सकता है। हालांकि, किसी को अपने PPF अकाउंट में न्यूनतम ₹500 प्रति वर्ष जमा करने की जरूरत है।
PPF की ब्याज दर 7.10 प्रतिशत प्रति वर्ष पर स्थिर रही है जबकि EPF की ब्याज दर 8.10 प्रतिशत प्रति वर्ष बनी हुई है। इसी तरह, पिछले एक साल में बैंक एफडी दरें लगभग 6-7 प्रतिशत के बीच हैं।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि ओल्ड टैक्स स्ट्रक्चर में 1 लाख 50 हजार रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट का प्रावधान है। इसके उलट न्यू टैक्स रिजीम में निवेश पर छूट नहीं मिलती है।
इस बदलाव के बाद लोकप्रिय स्मॉल सेविंग स्कीम्स- सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) और सुकन्या समृद्धि की ब्याज दरों पर क्या असर पड़ा है। आइए डिटेल जान लेते हैं...
सरकार ने एक जनवरी से राष्ट्रीय बचत प्रमाण-पत्र, डाक घर सावधि जमाओं और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। हालांकि, पीपीएफ की दर में कोई बदलाव नहीं हुआ है।