ललन सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव के माता पिता 15 सालों तक बिहार में सरकार चलाई थी। लालू-राबड़ी कौन सी योजना लाए थे, तेजस्वी यादव को पहले यह तो बताना चाहिए। दोनों ने मिलकर बिहार को कहां पहुंचा दिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हमारी सरकार के निर्णयों में लगातार भारत की एकता को मजबूती देने का प्रयास किया जाता रहा है। अनुच्छेद 370 एकता में रुकावट बना हुआ था और इसलिए हमने उसे जमीन में गाड़ दिया।’
तेजस्वी यादव ने कहा कि अभी केंद्र में एनडीए की सरकार है और बिहार में डबल इंजन की सरकार है। नीतीश कुमार पहले से कहते आ रहे हैं कि बिहार पिछड़ा और गरीब राज्य है। राज्य को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार से सहयोग चाहिए। लेकिन अब अपनी मांग क्यों नहीं कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि नए कानून दंड के लिए नहीं, बल्कि न्याय के उद्देश्य से बनाए गए हैं। भारतीय न्याय संहिता इसके लागू होने के बाद जेलों से ऐसे हजारों विचारधीन कैदियों को छोड़ा गया है, जो पुराने कानूनों की वजह से जेलों में बंद थे।
केंद्र सरकार की लखपति दीदी योजना की शुरुआत वर्ष 2023 में हुई थी। ग्रामीण महिलाओं में आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए इस योजना की शुरुआत की गई थी। इसके तहत कृषि, गैर कृषि और सेवा आधारित गतिविधियां शामिल है।
चिराग पासवान ने कहा कि अलग तो वो होते है जो साथ में हों। वे एनडीए में थे कब? वे लोकसभा के चुनाव के समय भी नहीं थे और विधानसभा चुनाव के वक्त भी उनको गिनती में नहीं रखा गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर इशारा करते हुए सीएम ने कहा कि हम हमेशा के लिए इनके साथ रहेंगे। बीच में गलती हुई थी। हमारे कुछ लोगों ने गलती कर दी। तो इधर-उधर चले गए थे। मगर बीजेपी के साथ वे 1995 से हैं।
गिरिराज सिंह ने कहा कि आज दुनिया भर के इस्लामिक देशों में भी महिला सशक्तिकरण को लेकर बुर्का पर बहस हो रही है। वहां भी बुर्का के खिलाफ कई जगह आंदोलन चल रहे हैं। लेकिन भारत के अंदर कट्टरपंथियों के कारण एक नई संस्कृति की शुरुआत हो रही है।
बोकारो में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस ने देश की आजादी के बाद समाज के इस बिखराव का चुनावी फायदा उठाया और केंद्र में सरकारें बनाती रही।
चित्रगुप्त पूजा के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी नेता आर के सिन्हा पहुंचे थे। पटना सिटी के नौजर घाट स्थित आदि चित्रगुप्त मंदिर के कार्यक्रम के मंच पर नीतीश कुमार मौजूद थे। नीतीश कुमार उठे और आरके सिन्हा का पैर छू कर प्रणाम किया।