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31 लाख जीविका दीदी बनीं लखपति, टॉप पर बिहार, क्या कहती है नरेंद्र मोदी सरकार की रिपोर्ट

केंद्र सरकार की लखपति दीदी योजना की शुरुआत वर्ष 2023 में हुई थी। ग्रामीण महिलाओं में आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए इस योजना की शुरुआत की गई थी। इसके तहत कृषि, गैर कृषि और सेवा आधारित गतिविधियां शामिल है।

Sudhir Kumar हिन्दुस्तान, पटनाSun, 24 Nov 2024 07:34 AM
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बिहार की 31 लाख जीविका दीदी लखपति दीदी के रूप में चिह्नित की गयी है। इन दीदियों का चयन एक साल के अंदर किया गया है। इनकी सालाना आमदनी एक लाख या उससे अधिक है। राष्ट्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार जीविका के तहत लखपति दीदियों की संख्या बिहार में सबसे ज्यादा है। बिहार पहला राज्य है जहां पर 31 लाख से अधिक जीविका दीदी लखपति बनी है।

केंद्र सरकार की लखपति दीदी योजना की शुरुआत वर्ष 2023 में हुई थी। ग्रामीण महिलाओं में आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए इस योजना की शुरुआत की गई थी। इसके तहत कृषि, गैर कृषि और सेवा आधारित गतिविधियां शामिल है। लखपति दीदी योजना के तहत महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त किया गया। महिलाओं को खेती, पशुपालन, छोटे व्यवसाय से जोड़ा गया। उन्हें आर्थिक सशक्तीकरण के साथ सामाजिक सशक्तीकरण,स्थानीय रोजगार का सृजन और स्थायी विकास के प्रति जागरूक किया गया।

लखपति दीदी देंगी उद्यमिता का प्रशिक्षण

राज्यभर की सभी लखपति दीदियों का एक समूह बनाया जाएगा। इसके माध्यम से अन्य ग्रामीण महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। महिलाओं को छोटे स्तर पर कैसे व्यवसाय शुरू कर सकते हैं, इसकी जानकारी दी जाएगी। दीदियां अपने संघर्ष के बारे में सभी को बताएंगी। उन महिलाओं को मोटिवेट करेंगी जो घर से ही बैठकर कुछ करना चाहती है।

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क्या कहते हैं अधिकारी?

लखपति दीदी के रूप में चिह्नित होने से महिलाओं में आत्मविश्वास आ रहा है। राज्यभर से 31 लाख से अधिक लखपति दीदी चिह्नित हो चुकी है। यह देशभर में सबसे ज्यादा है। सालाना एक लाख या उससे अधिक इनकी आमदनी है। - राजेश कुमार, ओएसडी, जीविका बिहार

शिवहर जिला की गीता देवी आत्मनिर्भर होने के लिए आइसक्रीम की फैक्ट्री चलाती हैं। प्रत्येक माह औसतन लाख रुपये की आमदनी होती है। आइसक्रीम फैक्ट्री में 20 से 25 परिवारों को रोजगार दे रही है। वो एक सफल उद्यमी के रूप में काम कर रही है।

भागलपुर की झुना देवी चटोरी नमकीन बनाने का उद्यम शुरू की। इसके लिए जीविका से एक लाख रुपये का कर्ज लिया। अब रोजाना सात सौ रुपये की आमदनी हो रही है। झुना अब दूसरों को नौकरी दे रही है। अब सालाना एक लाख से अधिक कमाती है।

मुजफ्फरपुर की रीना देवी बकरी पालन करके प्रति माह 20 से 25 हजार रुपये कमाती है। इनका नाम लखपति दीदी की सूची में जोड़ा गया है। कोरोना काल में इन्होंने कई लाख मास्क बनाये थे।

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