सना खान ने हाल ही में अपनी प्रेगनेंसी न्यूज को शेयर किया है। अदाकारा दूसरी बार मां बनने वाली हैं। यहां हम बता रहे हैं बच्चे के जन्म के कितने दिन बाद प्लान करें दूसरा बेबी-
अपने बच्चे को बेहतर तरीके से समझना चाहती हैं? मुश्किल बातचीत के लिए सुरक्षित और भरोसे से भरा माहौल बनाना चाहती हैं? इसके लिए बच्चे से भावनात्मक जुड़ाव विकसित करना जरूरी है। कैसे भावनाओं के स्तर पर अपने बच्चे से जुड़ें, बता रही हैं दिव्यानी त्रिपाठी
How To Deal Kids Tentrum: बच्चा हर बात पर रोने-चिल्लाने लगता है तो उसकी डिमांड पूरी करने की बजाय करें ये काम, एक्सपर्ट ने दी एडवाइज।
सर्दियों में छोटे बच्चों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। खासतौर से उन्हें नहलाने का सही तरीका जान लेना बहुत जरूरी है वरना वो बहुत जल्दी बीमार भी पड़ जाते हैं। तो चलिए आज इसी बारे में जानते हैं।
Good manners for kids: बच्चे को 5 साल की उम्र से पहले ही ये 6 तरह के बिल्कुल बेसिक से मैनर जरूर सिखा देने चाहिए।
बच्चे दूसरों को देखकर और सुनकर सीखते हैं। पर, अगर वो ठीक से सुन ही न पा रहे हों तो? दुनिया भर के बच्चों में तेजी से कानों से जुड़ी समस्या बढ़ रही है। क्या हैं इसके कारण और कैसे अपने बच्चे को इससे बचाएं, बता रही हैं शमीम खान
3-4 month old baby development: बच्चे पैदा होने के साथ ही ग्रोथ करते हैं लेकिन 3-4 महीने का होने तक बच्चों में ये ग्रोथ जरूर होनी चाहिए।
Mustard seeds pillow for newborn baby: न्यू बॉर्न बेबीज को अक्सर दादी-नानी मस्टर्ड पिलो लगाने की सलाह देती हैं लेकिन कई बार ये तकिया बच्चे के लिए नुकसानदेह हो जाती है।
बचपन में सिखाई गईं आदतें बड़े होने के बाद भी हमारी लाइफ का हिस्सा बनी रहती हैं। ऐसे में एक जिम्मेदार पेरेंट होने के नाते आप भी अपने बच्चे के मॉर्निंग रुटीन में कुछ ऐसी हैबिट्स शामिल कर सकते हैं, जो उन्हें आगे तक फिजिकली और मेंटली फिट बनाएं रखेंगी।
6 महीने का होने के बाद बच्चे को ठोस डायट खिलाना शुरू कर देना चाहिए। ऐसे में यहां हम बता रहे हैं टेस्टी बेबी फूड की रेसिपी, जो आपको जरूर ट्राई करने चाहिए।
माता-पिता बच्चों के लिए जो सबसे ज्यादा जरूरी काम कर सकते हैं, वह है उन्हें सुरक्षित महसूस कराना। सुरक्षा का भाव बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने के साथ उन्हें जिंदगी जीने का सही तरीका सिखाने में मददगार होता है। कैसे अपने बच्चे को दें सुरक्षित बचपन, बता रही हैं दिव्यानी त्रिपाठी
Baby Vomits In Sleep: बच्चा नींद में लेटे हुए अक्सर उल्टी कर सकता है। ऐसे में बच्चे को किसी भी तरह की दिक्कत और चोकिंग से बचाने के लिए जानना जरूरी है कि आखिर सबसे पहले क्या करें?
सिर्फ पढ़ाई ही नहीं बल्कि जीवन में और भी कई चीजें हैं जो हर मां-बाप को अपने बच्चों को जरूर बतानी चाहिए। डॉ विकास दिव्यकीर्ति की बताई हुई ये 5 बातें उन्हीं में से एक हैं।
Foods For Strong Bones: बच्चों की हड्डियों को मजबूत बनाना चाहती हैं जिससे बड़े होकर चोट लगने पर हड्डियों के टूटने का खतरा कम हो और साथ ही माइंड शार्प हो तो इन फूड्स को डाइट में शामिल करें।
How To Celebrate Diwali With Kids: दिवाली के त्योहार पर बच्चों की लंबी छुट्टियां होती है। बच्चे पूरा दिन धमाचौकड़ी और पटाखे फोड़ते हैं। तो उनसे इन कामों को जरूर करवाएं जिससे बच्चे को दिवाली का महत्व पता चले।
दूध और दही यूं तो दोनों ही बच्चों की हेल्थ के लिए काफी बेनिफिशल हैं। लेकिन दोनों में से बच्चों के लिए क्या ज्यादा फायदेमंद है और क्या उनकी डाइट में शामिल जरूर करना चाहिए, आज इसपर बात करेंगे।
हर एक हैप्पी और सक्सेसफुल फैमिली में कुछ बातें कॉमन देखने को मिलती हैं। ऐसी परिवारों में लोग खुश तो रहते ही हैं, साथ ही इन परिवारों में पले बढ़े बच्चे भी अपने जीवन में खूब तरक्की करते हैं।
Baby Names for Boys: आपके घर में बेबी बॉय ने जन्म लिया है तो आप उन्हें मीनिंगफुल नेम दें। यहां पर ग अक्षर से शुरू होने वाले यूनीक नेम देखें
इन दिनों डेंगू के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में अपने बच्चों को लेकर चिंता करना लाजमी है। आज हम आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं, जिनकी मदद से आप बच्चों को डेंगू से प्रोटेक्ट कर सकते हैं।
कुछ बच्चों में देर से बोलने की वजह ऑटिज्म या सुनने की कमी होती है। लेकिन जो बच्चे बिल्कुल नॉर्मल होते हैं, उनके दो साल तक ठीक से ना बोल पाने के लिए पैरेंट्स की ये गलतियां जिम्मेदार हो सकती हैं।
किसी भी जोड़े के बीच कभी-कभार होने वाली तकरार आम बात है। पर, अगर पति-पत्नी अकसर ही लड़ते-झगड़ते रहते हैं, तो इसका बच्चों की जिंदगी और कोमल मन पर गहरा असर पड़ता है, बता रही हैं मोनिका शर्मा
बच्चों की डाइट में अगर कुछ चीजों को शामिल कर दिया जाए तो उनकी हाइट ग्रोथ में काफी मदद मिलती है। आज ऐसे ही 5 बीजों के बारे में जानते हैं जो लंबाई बढ़ाने के साथ उनकी सेहत का भी पूरा ध्यान रखेंगे।
रामायण सिर्फ एक धार्मिक ग्रंथ ही नहीं है बल्कि जीवन जीने के कई सूत्र भी सिखाता है। अपने बच्चों की सही परवरिश के लिए उन्हें आप रामायण की कुछ बातें जरूर सिखाएं ताकि भविष्य में वो सफल और संस्कारी दोनों बनें।
जब महिला बच्चे को जन्म देती है तो उसे बहुत केयर की जरूरत होती है। यही वजह है कि जच्चा को 40 दिन तक पूरी तरह से आराम करने को कहा जाता है। इस दौरान दादी-नानी जच्चा को स्पेशल लड्डू खिलाती हैं। देखिए, कैसे बनते हैं-
कुछ ऐसी ट्रिक्स हैं जिन्हें अपनाकर पढ़ाई को और इफेक्टिव ढंग से किया जा सकता है। अब शीशे के आगे बैठकर पढ़ाई करने को ही देख लो। इसके इतने सारे फायदे हैं कि बच्चे की ओवरऑल ग्रोथ में काफी हेल्प मिल सकती हैं
बहुत से सेलेब्स ऐसे हैं जिन्होंने बेटी को जन्म दिया है और उनका बहुत प्यारा और यूनीक नेम रखा है। अगर आपके घर में भी बेटी ने जन्म लिया है तो आप इनमें से कोई एक नाम बेबी गर्ल को दे सकते हैं।
अगर आपका बच्चा भी शर्मीले स्वभाव का है और दूसरों के आगे खुद को ठीक से नहीं रख पाता है, तो ऐसे में मां-बाप की जिम्मेदारी बनती है कि उसके आत्मविश्वास को बढ़ाएं। चलिए जानते हैं इस स्थिति में कैसी परवरिश की जाए।
बच्चों की हॉलिस्टिक ग्रोथ के लिए उनका डेली टाइम टेबल होना बहुत जरूरी है। इसमें सिर्फ पढ़ाई ही नहीं बल्कि खेलकूद के लिए भी समय होना चाहिए। चलिए जानते हैं बच्चों के लिए परफेक्ट रूटीन बनाते हुए किन बातों का ध्यान रखें।
Baby Names With Meaning: अगर इस नवरात्रि आप भी अपने बच्चे को कोई यूनिक और मीनिंगफुल नाम देना चाहते हैं तो ये बेबी नेम लिस्ट आपके काम आ सकती है। इस बेबी नेम लिस्ट में शामिल हर नाम बेहद खूबसूरत और अर्थपूर्ण है।
Tips To Maximize Time With Kids: ऐसे पेरेंट्स के बच्चे थोड़े समय बाद अपनी लाइफ में खालीपन या बोरियत महसूस करने लगते हैं और गलत संगत में पड़ सकते हैं। ऐसे में अगर आप भी काम-काज और जीवन के बीच अच्छा संतुलन नहीं बना पाने की वजह से निराश होते जा रहे हैं तो ये पेरेंटिंग टिप्स आपके काम आ सकते हैं।