Hindi Newsलाइफस्टाइल न्यूज़पेरेंट्स गाइड6 effective ways to motivate kids for study without yelling or hitting him

बच्चे को बिना मारे-पीटे कैसे पढ़ने के लिए बैठाएं, पैरेंट्स जान लें ये तरीका

How to encourage toddlers for study: छोटे बच्चे अक्सर पढ़ाई के लिए नहीं बैठना चाहते। जिसकी वजह से कई बार पैरेंट्स उन्हें डांट-मारकर पढ़ाने लगते हैं। लेकिन बच्चों को बिना मारे-डांटे भी पढ़ने के लिए मोटिवेट किया जा सकता है।

Aparajita लाइव हिन्दुस्तानThu, 8 May 2025 11:42 AM
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बच्चे को बिना मारे-पीटे कैसे पढ़ने के लिए बैठाएं, पैरेंट्स जान लें ये तरीका

बच्चे अक्सर स्कूल से लौटने के बाद पढ़ाई नहीं करना चाहते हैं। ऐसे में काफी सारे पैरेंट्स बच्चों को मार-पीट कर फोर्सफुली पढ़ने के लिए बैठाते हैं। इससे बच्चे के मन में पढ़ाई को लेकर निगेटिव असर होता है। कई बच्चे तो इसी वजह से जल्दी सीख ही नहीं पाते क्योंकि उनका मन लगातार खेल पर लगा होता है। अगर आपका बच्चा भी होमवर्क से जी चुराता है तो डांटने-मारने की बजाय ये तरीके अपनाएं।

बच्चे का शेड्यूल बनाएं

बच्चे के लिए एक निश्चित शेड्यूल फिक्स करें। जिसमे उसके पढ़ाई का एक टाइम हो। इसके साथ ही खेलने-कूदने के साथ ही कुछ फ्री टाइम हो। जब वो अपने मनचाहे काम करे।

छोटे-छोटे टास्क सेट करें

बच्चे के पढ़ने के टाइम पर उसे छोटे-छोटे गोल्स सेट कर के दें। जिसे वो पूरा कर ले तो फौरन तारीफ करें और पढ़ने के लिए मोटिवेट करें। इससे बच्चे को पढ़ने के लिए मोटिवेशन मिलता है।

टीवी वाला कमरा ना चुनें

बच्चा जब पढ़ने के लिए बैठे तो उसके आसपास टीवी,मोबाइल जैसे डिस्ट्रैक्शन वाली चीजें बिल्कुल भी ना हो। यहां तक कि टीवी और मोबाइल जिस कमरे में हो वहां बैठाकर ना पढ़ाएं। जिससे बच्चे का ध्यान पढ़ाई की ओर लगे।

बच्चे को इनाम जरूर दें

बच्चे ने कोई छोटा सा सम भी पूरा कर लिया तो फौरन कोई ना कोई रिवार्ड जरूर दें। इससे बच्चा और ज्यादा मोटिवेट होता है। साथ ही बीच में दो मिनट, तीन मिनट का ब्रेक देते रहें।

बच्चे को पढ़ाते वक्त धैर्य ना खोएं

बच्चे को पढ़ाते वक्त धैर्य नहीं खोना चाहिए। एक बार में बच्चे के समझ में सारी चीजें नहीं आएंगी। कई बार बच्चा भूल जाता है और फिर से या बार-बार पूछता है। ऐसे में खुद पर काबू रखें और डांट कर कड़े शब्द ना बोलें। जिससे बच्चा डरकर दोबारा पूछे ही नहीं।

एक दिन में नहीं बनेगी बात

बच्चे को रोजाना पढ़ाने का रूटीन फिक्स करना है तो वो एक या दो दिन में नहीं होगा। इसके लिए आपको हर रोज मेहनत करनी होगी। छोटे बच्चे जो नया-नया स्कूल जाना शुरू करते हैं। उनके साथ रूटीन बनाने में कई महीनों का समय लग जाता है। लेकिन यही कोशिश बच्चे को बड़े होने पर एक गुड स्टूडेंट बनाती है। जिससे बच्चा बिना कहे रोज मन लगाकर पढ़ने लगता है।

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