डॉ. भुइयां ने कहा, ‘यह एक नियमित जांच थी, जिसके दौरान एचएमपीवी संक्रमण का पता चला। बच्चे की हालत अब स्थिर है। यह एक सामान्य वायरस है और चिंता की कोई बात नहीं है।’
यूपी में एचएमपीवी के दो मामले सामने आए। लखनऊ की महिला की दूसरी एचएमपीवी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। मरीजों को श्वांस के तीव्र संक्रमण के चलते पहले निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। वहीं गाजियाबाद की रिपोर्ट एम्स से आनी है।
HMPV Virus: गाजियाबाद के एक निजी अस्पताल में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) का पहला संदिग्ध मरीज मिला है। बुजुर्ग मरीज का सैंपल जांच के लिए नई दिल्ली एम्स भेजा गया है। बुजुर्ग की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है।
बिहार में एचएमपीवी के सैंपल की जांच शुरू हो गई है। पटना आईजीआईएमएस में फिलहाल यह सुविधा दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जल्द ही जांच सुविधा का विस्तार किया जाएगा।
राजस्थान के बारां जिले के सारथल क्षेत्र के भावपुरा ग्राम पंचायत के बादलड़ा गांव निवासी 6 माह की बालिका की जांच रिपोर्ट में एचएमपीवी वायरस की पुष्टि होने के बाद मेडिकल टीम ने सर्वे किया।
लखनऊ से चाइनीज वायरस HMPV का मामला सामने आया है। दरअसल एचएमपीवी संक्रमण के संदेह में एक महिला को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल के निदेशक डॉ. सुशील प्रकाश ने बताया कि महिला के नमूने को जांच के लिए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजा गया है।
एचएमपीवी वायरस को लेकर झारखंड सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर स्क्रीनिंग के निर्देश जारी कर दिए हैं।
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) भारत में पहले से मौजूद है। इस वायरस का आकार कोरोना से बड़ा जरूर है, लेकिन खतरे के मामले में यह उससे कम है। कोरोना की साइज 90 और एचएमपीवी वायरस की साइज 130 नैनो मीटर है। इससे बचाव के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए।
एचएमपीवी वायरस को लेकर राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी किया है। लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है। लोगों को सर्तक रखने की जरूरत है। बच्चों पर विशेष ध्यान रखने को कहा गया है। यदि बच्चों में सर्दी खांसी बुखार अधिक दिनों तक रहता है तो इसकी जांच कराएं।
इंडोनेशिया और वियतनाम में भी HMPV के केस मिलने लगे हैं। इस स्थिति ने दुनिया भर के देशों की चिंता बढ़ा दी है और ये आशंका जताई जाने लगी है कि क्या कोविड-19 जैसा संकट आ सकता है।
यह वायरस किसी भी उम्र के लोगों को शिकार बना सकता है। खासतौर पर ऐसे युवा भी इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं, जो फेफड़े की बीमारी से पीड़ित हों। या फिर निमोनिया आदि से पीड़ित हों। इसके अलावा अस्थमा, सांस की अन्य बीमारियों, लंग से संबंधित समस्याओं से पीड़ित लोग भी इसकी चपेट में आ सकते हैं।
Share Market Highlights: एचएमपीवी (HMP) वायरस की दस्तक से शेयर बाजार में सोमवार को हाहाकार मच गया। भारी गिरावट से निवेशकों के 10.98 लाख करोड़ रुपये डूब गए। आने वाले दिनों में निवेशकों को सतर्क रहना होगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने सोमवार को कहा कि सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है और चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है।
HMPV वायरस के लक्षणों में कफ, बुखार, नाक में संक्रमण, श्वास में परेशानी, गंभीर स्थिति में ब्रोकांइटिस एवं न्यूमोनिया शामिल है। एचएमपीवी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने अथवा छींकने से फैलता है। संक्रमित व्यक्ति को छूने, एवं संक्रमित वस्तुओं के मुंह, आंख अथवा नाक के संपर्क होने से फैल सकता है।
भारत में भी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस एक सामान्य वायरस है और देश के विभिन्न हिस्सों मेें एक फीसदी से 19 फीसदी तक इसके मामले आते रहे हैं…
HMPV outbreak: चेन्नई में HMPV के दो और मरीज सामने आए हैं। अब पूरे देश में कुल संक्रमितों की संख्या 6 हो गई है। इससे पहले 2 कर्नाटक में और 1 गुजरात और 1 कोलकाता में केस सामने आए थे।
HMPV Virus Update: जेपी नड्डा ने कहा कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है। इसकी पहली बार पहचान 2001 में हुई थी और यह कई वर्षों से पूरी दुनिया में फैल रहा है।
चीन में फैले कोरोना जैसे वायरस HMPV की राजस्थान के डूंगरपुर में दो महीने के बच्चे में पुष्टि हुई है। बच्चा 12 दिन से अहमदाबाद के एक अस्पताल में भर्ती है। बच्चा अभी स्वस्थ बताया जा रहा है। यह देश में तीसरा केस है।
HMPV Virus in India Update: मंत्रालय ने कहा है कि फिलहाल तीनों बच्चे की हालत स्थिर बनी हुई है और सभी चिंता की स्थिति से बाहर हैं। तीनों ही मामलों में यात्रा का कोई इतिहास सामने नहीं आया है।
एचएमपीवी वायरस की आशंका दिल्ली में भी बनी हुई है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग ने इस बीमारी से बचाव और इलाज के लिए सभी तैयारियां करने का निर्देश जारी किया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य सचिव को एक दिन में तीन अस्पतालों का निरीक्षण करने के लिए कहा है।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि हमें घबराना चाहिए क्योंकि एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है। वायरस देश में पहले से ही मौजूद है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि यह भारत में HMPV का पहला मामला है, जो सच नहीं है क्योंकि वायरस देश में पहले से मौजूद है।'
HMPV Virus in India: पांच साल पहले कोरोना ने चीन से दस्तक देकर दुनियाभर में तबाही मचाई थी। आज फिर से चीन से ही आया HMPV वायरस दुनिया के पांच देशों में फैल चुका है। इसकी संक्रमण रफ्तार कोरोना जितनी तेज है। हम जानेंगे कि क्या यह वायरस खतरे की घंटी है?
HMPV Virus: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के दो मामले सामने आने के बाद अब गुजरात में भी एक नवजात बच्चा एचएमपीवी पॉजिटिव पाया है। इसके साथ ही अब देशभर में इसके मामलों की संख्या बढ़कर तीन पर पहुंच गई है।
HMPV Virus: ऑस्ट्रेलिया के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट से जुड़े डॉ. जैकलीन स्टीफंस का कहना है कि यह वायरस बच्चों को ज्यादा प्रभावित करता है। खासतौर पर ऐसे बच्चे जो खांसी, जुकाम और निमोनिया जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं। वह कहते हैं कि इसके संक्रमण से बचने के लिए भी कोरोना जैसी सावधानियां जरूरी हैं।
HMPV virus: चीन में शुरू हुआ एचएमपीवी वायरस का कहर अब भारत तक पहुंच चुका है। आइए जानते हैं आखिर क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं इससे बचाव।