गाजियाबाद में HMPV वायरस की दस्तक, पहला संदिग्ध मरीज मिला; डॉक्टर बोले-डरने की जरूरत नहीं
HMPV Virus: गाजियाबाद के एक निजी अस्पताल में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) का पहला संदिग्ध मरीज मिला है। बुजुर्ग मरीज का सैंपल जांच के लिए नई दिल्ली एम्स भेजा गया है। बुजुर्ग की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है।
गाजियाबाद के एक निजी अस्पताल में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) का पहला संदिग्ध मरीज मिला है। बुजुर्ग मरीज का सैंपल जांच के लिए नई दिल्ली एम्स भेजा गया है। वहीं, लखनऊ में भी इस वायरस से पीड़ित एक संदिग्ध बुजुर्ग मरीज मिली थीं, लेकिन केजीएमयू की रिपोर्ट में उन्हें संक्रमण से मुक्त बताया गया।
नेहरू नगर स्थित एक निजी अस्पताल में सर्दी, जुकाम, खांसी से पीड़ित 93 वर्षीय बुजुर्ग को भर्ती कराया गया। बुजुर्ग को सांस लेने में परेशानी हो रही थी और वह पहले से ही कई बीमारियों से ग्रस्त हैं। इसको देखते हुए अस्पताल की ओर से स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया गया और बुजुर्ग के खून के सैंपल को एचएमपीवी की जांच के लिए एम्स भेजा गया। बुजुर्ग की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि बुजुर्ग की जांच रिपोर्ट अभी नहीं मिल पाई है, इसलिए एचएमपीवी वायरस से ग्रस्त होने की पुष्टि नहीं की जा सकती। वहीं, सरकारी और निजी अस्पतालों को इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस (सारी) के मरीजों की जानकारी देने के निर्देश दिए गए हैं।
एयरपोर्ट पर निगरानी
स्वास्थ्य विभाग की निगरानी समितियां भी अलर्ट हो गई हैं। निगरानी समितियों ने दूसरे राज्यों से यात्रा कर लौट रहे लोगों की स्क्रीनिंग का काम शुरू कर दिया है। सरकारी, प्राइवेट अस्पतालों और निजी लैब को संदिग्धों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देने के निर्देश दिए गए हैं।
डरने की जरूरत नहीं, सतर्क रहें
संयुक्त अस्पताल के फिजिशियन डॉ. राहुल वर्मा का कहना है कि एचएमपीवी से घबराने की जरूरत नहीं है, केवल सावधानी बरतनी है। एचएमपीवी एक श्वसन संक्रमण है, जो हल्के सर्दी-जुकाम से लेकर गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। जो श्वसन संबंधी समस्या से जूझ रहे हैं या जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है, उनपर इसका असर होता है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि वायरस नया नहीं है।
गाजियाबाद के सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने कहा, 'निजी अस्पताल में भर्ती इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस (सारी) के लक्षण वाले मरीज के सैंपल जांच के लिए एम्स भेजे गए थे, लेकिन विभाग के पास अभी बुजुर्ग मरीज में एचएमवीपी वायरस की पुष्टि होने की कोई सूचना नहीं है।'