पटना में HMPV वायरस की जांच शुरू, बिहार के अस्पतालों में कल होगी मॉक ड्रिल
बिहार में एचएमपीवी के सैंपल की जांच शुरू हो गई है। पटना आईजीआईएमएस में फिलहाल यह सुविधा दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जल्द ही जांच सुविधा का विस्तार किया जाएगा।
बिहार में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV) की जांच की सुविधा शुरू हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एचएमपीवी की जांच बिहार में शुरू हो गई है। पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में इस बीमारी आधारित लक्षण वालों के तीन सैंपलों की जांच की गई। इसमें से किसी भी मरीज में एचएमपीवी की पुष्टि नहीं हुई। दूसरी ओर, HMPV के संभावित प्रसार को देखते हुए बिहार के अस्पतालों में शनिवार को मॉक ड्रिल के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शुक्रवार को कहा कि HMPV की जांच का दायरा जल्द ही बढ़ाया जाएगा। पटना स्थित राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीच्यूट (आरएमआरआई) में भी भारत सरकार से बात कर जांच की व्यवस्था कराई जा रही है। जहां 13 जनवरी से जांच की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाएगी। सोमवार से यहां जांच शुरू कर दी जाएगी, जिससे मरीजों के टेस्ट में सुविधा मिलेगी।
पांडेय ने बताया कि HMPV एक सामान्य रेस्पिरेटरी वायरस है, जिसका लक्षण कोविड-19 के समान है। पिछले कई दिनों से चीन के कुछ प्रदेशों में रेस्पिरेटरी लक्षण वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रहा है। चीन द्वारा इसे मौसमी एनफ्लुएंजा माना जा रहा है।
बिहार में एचएमपीवी के प्रसार के पूर्व तैयारियों को लेकर सभी 123 ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांटों की क्रियाशीलता की जांच के लिए मॉक ड्रिल शनिवार को होगी। कोरोना काल के समय से अब तक की यह सातवीं मॉक ड्रिल होगी। शुक्रवार को मिली जानकारी के अनुसार, राज्य स्वास्थ्य समिति के प्रशासी पदाधिकारी राजेश कुमार ने राज्य के स्वास्थ्य संस्थानों में स्थापित ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांटों की क्रियाशीलता को जांचने के लिए मॉक ड्रिल कराने का निर्देश दिया है।
यह निर्देश सभी जिलों के सिविल सर्जन, सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के प्राचार्य एवं अधीक्षक, आईजीआईएमएस, पटना,, एलएनजेपी अस्थि रोग अस्पताल, पटना, राजेंद्र नगर नेत्र रोग अस्पताल, पटना के निदेशकों और सभी सदर एवं अनुमंडल अस्पतालों के अधीक्षक/ उपाधीक्षक को दिया गया है।