HMPV वायरस को लेकर बिहार में एडवाइजरी जारी; अलर्ट पर अस्पताल, बचाव के लिए करें ये काम
एचएमपीवी वायरस को लेकर राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी किया है। लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है। लोगों को सर्तक रखने की जरूरत है। बच्चों पर विशेष ध्यान रखने को कहा गया है। यदि बच्चों में सर्दी खांसी बुखार अधिक दिनों तक रहता है तो इसकी जांच कराएं।
जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और डॉक्टरों को सांस की बीमारी, सर्दी-खांसी और बुखार से पीड़ित मरीजों को विशेष नजर रखने का निर्देश दिया है। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि सरकारी अस्पतालों में खर्दी खांसी बुखार से पीडित मरीजों को बेहतर उपचार हो। ऐसे मरीजों का एचएमपीवी वायरस की जांच कराएं। यदि संदिग्ध मरीज है तो इसकी सूचना जिला प्रशासन को जरूर दें।
डीएम ने कहा है कि एचएमपीवी वायरस को लेकर राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी किया है। लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है। लोगों को सर्तक रखने की जरूरत है। बच्चों पर विशेष ध्यान रखने को कहा गया है। यदि बच्चों में सर्दी खांसी बुखार अधिक दिनों तक रहता है तो इसकी जांच कराएं। एचएमपीवी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने अथवा छींकने से फैलता है। साथ ही संक्रमित व्यक्ति को छूने एवं संक्रमित वस्तुओं के मुंह, आंख अथवा नाक के सम्पर्क होने से फैल सकता है। इसीलिए ऐसे लोगों के संपर्क में आने से बचना चाहिए।
बचाव के लिए क्या करें
- हाथों को साबुन एवं पानी से लगातार धोना
- गंदे हाथों से आंख, नाक अथवा मुंह को नही छूना
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखना
- खांसते एवं छींकते वक्त मुंह को रूमाल से ढंकना
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए वस्तुओं को लगातार साफ करना
- संक्रमण की अवधि में खुद को घर में ही रहने की व्यवस्था करें।
- छोटे बच्चे, 60 वर्षों से अधिक उम्र वाले व्यक्ति तथा कम प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्ति के लिए विशेष एहतियात बरतना चाहिए।
- संक्रमण है तो अधिक पानी का सेवन करें, घर पर आराम करें, डॉक्टर की सलाह पर संक्रमणरोधी दवाएं खाएं