January 2025 mein Ekadashi Vrat Kab Hai: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। मान्यता है कि एकादशी व्रत करने से जीवन में सुख-शांति व खुशहाली आती है। जानें जनवरी 2025 में एकादशी व्रत कब-कब रखे जाएंगे।
Utpanna Ekadashi 2024 : उत्पन्ना एकादशी का व्रत इस साल मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि पर रखा जाएगा। इस व्रत के कुछ नियम हैं, जिनका पालन करना अति आवश्यक माना जाता है।
Mokshada Ekadashi Vrat Niyam: एकादशी व्रत के दिन कुछ व्रत नियमों का पालन किया जाता है। जानें दिसंबर में मोक्षदा एकादशी कब है और व्रत नियम व लाभ-
Utpanna Ekadashi 2024 Kab Hai: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन भगवान श्रीहरि के पूजन का विधान है। जानें एकादशी व्रत कब से प्रारंभ करना चाहिए और उत्पन्ना एकादशी कब है-
Utpanna Ekadashi 2024 Do's and Dont's : उत्पन्ना एकादशी के दिन विष्णुजी की पूजा-आराधना बेहद शुभ फलदायी माना जाती है, लेकिन इस दिन व्रती को कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।
Utpanna ekadashi Kab hai: इस तिथि का समापन अगले दिन 27 नवंबर बुधवार को तड़के 3 बजकर 47 मिनट पर होगा। पंडित रामदेव पांडेय के अनुसार, ऐसे में उदयातिथि के अनुसार, उत्पन्ना एकादशी व्रत 26 नवंबर मंगलवार को है।
Kab hai Utpanna Ekadashi 2024 : उत्पन्ना एकादशी मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनायी जाएगी। श्री हरि को प्रसन्न करने के लिए यह दिन बहुत ही खास और महत्वपूर्ण माना जाता है।
Ekadashi 2024 Date : मार्गशीर्ष महीने की एकादशी प्रभु श्री हरी विष्णु को समर्पित है। इस दिन पूरे विधि-विधान से विष्णु भगवान की उपासना की जाएगी। प्रभु को प्रसन्न करने के लिए यह दिन महत्वपूर्ण माना जाता है।
Margashirsha month me ekadashi kab hain: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। मार्गशीर्ष माह में उत्पन्ना व मोक्षदा एकादशी व्रत आएंगे। जानें कब-कब हैं मार्गशीर्ष माह में एकादशी व्रत-
Dev Uthani Ekadashi Geet आज कार्तिक मास की एकादशी पर भगवान विष्णु निद्रा से जांगेगे। भगवान को शाम को प्रदोष काल में जगाया जाएगा। शाम को उन्हें सभी मौसमी चीजें अर्पित की जाएगीं।उनकी आकृति पाटे पर बनाई जाएगी, जिसे अल्पना कहते हैं। इसके बाद थाली से ढककर गीत गाए जाते हैं
Dev Uthani Ekadashi Upay: श्री हरि विष्णु जी को समर्पित देवउठनी एकादशी का व्रत 12 नवंबर को रखा जाएगा। देवउठनी एकादशी के दिन कुछ उपायों को करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
DevUthani Ekadashi 2024: देवउठनी एकादशी व्रत 12 नवंबर को है। इस शुभ तिथि पर व्रत करके विधिपूर्वक भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने से मनोकामना पूर्ण होती है। जानें, देवउठनी एकादशी मुहूर्त, पूजा-विधि, मंत्र, भोग व उपाय-
Dev Uthani Ekadashi Pujan Muhurat 2024: देवउठनी एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन भगवान श्रीहरि की शुभ मुहूर्त में पूजन करना अत्यंत शुभ व लाभकारी माना गया है। जानें देवउठनी एकादशी पूजन का समय-
Dev Uthani Ekadashi 2024 Vrat Time 2024: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत अत्यंत शुभ फलदायी माना गया है। मान्यता है कि एकादशी व्रत करने से व्यक्ति सभी सुखों को भोगकर अंत में मोक्ष को जाता है। जानें देवउठनी एकादशी व्रत पारण का समय-
Dev Uthani Ekadashi 2024 : इस साल देवउठनी एकादशी पर सर्वार्थ सिद्धि योग का शुभ संयोग है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान विष्णु आषाढ़ शुक्ल एकादशी को चार माह के लिए योग निंद्रा में चले जाते हैं और कार्तिक शुक्ल एकादशी को योग निंद्रा से जागते हैं।
कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी के रूप में मनाया जाता है। इस बार 12 नवंबर मंगलवार को देवउठनी एकादशी है। इस दिन शालिग्राम और तुलसी विवाह की विशेष परंपरा है।
Dev Uthani Ekadashi 2024 : देव उठनी एकादशी कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनायी जाती है। मान्यता है कि देवउठनी एकादशी का व्रत करने से जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस एकादशी को देव प्रबोधिनी एकादशी और देवोत्थान एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु चार महीने का शयन काल पूरा करने के बाद जागते हैं।
Devuthani Ekadashiकार्तिक मास की एकादशी को देवउठान एकादशी कहते हैं। इस साल देवउठान एकादशी 12 नवंबर को नवंबर को होगी। इस दिन भगवान विष्णु को निद्रा से जगाया जाता है, जिसे देव उठाना कहते हैं। देवों के उठने के बाद से शादी विवाह के मुहूर्त शुरू होते हैं।
हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है। इस दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना होती है। 12 नवंबर, मंगलवार के दिन कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है।
Dev Uthani Ekadashi 2024 : देवउत्थान एकादशी कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन मनायी जाएगी। इस दिन भक्तगण उपवास रखकर भगवान विष्णु की विधिवत आराधना करेंगे।
Dev uthani ekadashi 2024 kab hai: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में देवउठनी एकादशी व्रत रखा जाता है। जानें नवंबर में देवउठनी एकादशी कब है-
Rama Ekadashi 2024 : आज शुभ मुहूर्त में व्रत का संकल्प लेकर भगवान विष्णु की विधिवत उपासना की जाएगी। रमा एकादशी की पूजा ही नहीं पारण भी शुभ मुहूर्त में करना जरूरी माना जाता है। जानें रमा एकादशी व्रत पारण का शुभ मुहूर्त-
Rama Ekadashi 2024 Vrat Niyam : आज रखा जाएगा रमा एकादशी का व्रत। रमा एकादशी व्रत के कुछ नियम हैं, जिनका पालन करना अति आवश्यक माना जाता है। जानिए रमा एकादशी के दिन क्या करें, क्या नहीं-
Rama Ekadashi 2024 Muhurat : रमा एकादशी पर आज कई शुभ योग भी बन रहे हैं। सुबह 06:48 तक ब्रह्म योग रहेगा, जिसके बाद इन्द्र योग का निर्माण होगा। जानें रमा एकादशी पूजा के शुभ मुहूर्त, पारण का दिन, भोग, मंत्र, पूजा-विधि व उपाय
Rama Ekadashi :आज रमा एकादशी है। यह दिन विष्णुजी, मां लक्ष्मी और तुलसी माता की पूजा-आराधना के लिए समर्पित होता है। इस दिन पूजा के दौरान तुलसी चालसी का पाठ करना लाभकारी साबित हो सकता है।
Rama ekadashi vrat katha aaj: इस साल रमाएकादशी व्रत 28 अक्टूबर को रखा जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और फिर उनकी कथा पढ़ी जाती है।
Rama Ekadashi 2024 : उदया तिथि की मानें तो 28 अक्टूबर के दिन विष्णु भक्त रमा एकादशी का व्रत रख पूजा-पाठ करेंगे। मान्यताओं के अनुसार, रमा एकादशी का व्रत रखने से जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है।
Rama Ekadashi 2024 kab hai : कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि में विष्णुजी की पूजा-आराधना बेहद शुभ मानी गई है। मान्यता है कि इससे साधक को समस्त कष्टों से मुक्ति मिलती है।
यदि आप जीवन में लंबे समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, तो इस समस्या को दूर करने के लिए रमा एकादशी शुभ मानी जाती है। राम एकादशी के दिन भगवान विष्णु और धन की देवी मांलक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करें।