देवेंद्र फडणवीस ने अपने निजी अनुभव को याद करते हुए कहा, ‘मैं तब 5-6 साल का था और उस दौरान मेरे पिता दो साल तक जेल में रहे थे। अगली पीढ़ियों को आपातकाल के दौरान किए गए अत्याचारों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।’
छगन भुजबल को उम्मीद थी कि उन्हें कम से कम कैबिनेट में जरूरी शामिल किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा था कि मैं किसी के हाथ का खिलौना नहीं हूं कि जब चाहा खेला और जब चाहा रख दिया। बागी रुख के चलते ही उनके भाजपा में जाने की चर्चाएं तेज हैं।
मुख्यमंत्री फडणवीस को गृह मंत्रालय के साथ-साथ कानून और न्याय विभाग का प्रभार दिया गया है। यह विभाग राज्य की कानून व्यवस्था और प्रशासन के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।
CM Fadnavis: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को लेकर सीएम फडणवीस ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव में विदेशी हस्ताक्षेप के सबूत मिले हैं। आतंकी फंडिंग को लेकर एटीएस अभी जांच कर रही है।