देव दीपावली पर वाराणसी पहुंचे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि सनातन हमारी आत्मा है और अगर कोई इसको चुनौती देता है तो यह असहनीय होगा। देव दीपावली के दौरान शुक्रवार को वाराणसी में अद्भुत नमो घाट राष्ट्र को समर्पित करने के बाद उन्होंने कहा कि सनातन ने हमेशा विश्व शांति का संदेश दिया है।
दिवाली रिसेप्शन पार्टी में मांसाहारी खाना और शराब परोसकर आलोचना का सामना कर रहे ब्रिटिश पीएम कार्यालय ने माफी मांगी है। कार्यालय की तरफ से शुक्रवार को कहा गया कि हम हिंदु समुदाय की चिंता को समझते हैं और आश्वासन देते हैं कि भविष्य में होने वाले किसी भी समारोह में ऐसा नहीं होगा।
Dev Deepawali 2024 Deep Daan : आज कार्तिक पूर्णिमा है। इस देव दीपावली भी मनाया जाता है और शाम को घर-आंगन में दीप जलाएं जाते हैं। देव दीपावली के दिन मंदिर और पवित्र नदी में दीपदान भी किए जाते हैं।
कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध कर देवताओं को स्वर्ग पुनः प्रदान किया और इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु ने मत्स्य अवतार धारण कर प्रलय काल में धरती पर जीवन की रक्षा की।
सुबह 6.19 बजे हो रहा पूर्णिमा का प्रवेश इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा की तिथि की शुरुआत 15 नवंबर शुक्रवार की सुबह 6.19 बजे से ही प्रारंभ हो रही है, जो कि देर रात 2.58 बजे तक तक रहेगी। जानें कब करें दीपदान
हिन्दू पंचांग का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण। आइए जानते हैं आज के शुभ, अशुभ मुहूर्त…
देवदीपावली पर शुक्रवार को गंगा के अर्द्धचंद्राकार घाट ही नहीं बल्कि पूरी काशी दीपों की ज्योति से दीप्तिमान होगी। इसके साक्षी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बनेंगे।
कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा 15 नवंबर को भरणी नक्षत्र के सुयोग में मनाई जाएगी। पूर्णिमा के दिन धार्मिक आयोजन, पवित्र नदी में स्नान, पूजन और दान धर्म का विधान है। दान करने से भक्तों को पापों से मुक्ति मिलेगी।
Kartik Purnima 2024 Dev Diwali : इस बार कार्तिक पूर्णिमा पर शुभ योगों का दुर्लभ संयोग बन रहा है। 15 नवंबर के दिन कार्तिक पूर्णिमा व देव दिवाली मनाई जाएगी। गौर करने वाली बात यह है की इस दिन सुबह से ही भद्रा लग रही है।
कार्तिक पूर्णिमा को देव दिवाली के नाम से भी जाना जाता है। कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरी पूर्णिमा भी कहते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था।
प्रथा के अनुसार देव दीपावली पर 11, 21, 51 व 108 की शुभ संख्या में आटे के दीपक जलाकर देवी-देवताओं की स्मृति में उन्हें नदी में प्रवाहित किया जाता है।
Dev Deepawali 2024 : हर साल कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि को देव दीपावली मनाई जाती है। इस साल 15 नवंबर को देव दीपावली है। इस दिन लक्ष्मी-नारायण और शिवजी की पूजा की जाती है। मंदिरों में दीपदान किए जाते हैं।
Dev Diwali 2024 : हर साल कार्तिक मास में देव दीपावली का त्योहार मनाया जाता है। पंडित जी से जानें, देव दीपावाली की सही तिथि, पूजन का शुभ मुहूर्त व विधि-
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को सौगात देंगे। देव दीपावली पर 15 नवंबर को सीएम योगी का आगमन वाराणसी में होने जा रहा है।
Dev Deepawali 2024 Date: कार्तिक मास की पूर्णिमा को देव दीपावली या देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है। देव दिवाली का त्योहार दिवाली से ठीक 15 दिन बाद आता है। जानें क्यों मनाया जाता है देव दिवाली का पर्व, शुभ मुहूर्त व पूजन विधि-