Kartik purnima deepdaan time: कार्तिक पूर्णिमा पर आज दीपदान का क्या समय है
सुबह 6.19 बजे हो रहा पूर्णिमा का प्रवेश इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा की तिथि की शुरुआत 15 नवंबर शुक्रवार की सुबह 6.19 बजे से ही प्रारंभ हो रही है, जो कि देर रात 2.58 बजे तक तक रहेगी। जानें कब करें दीपदान
कार्तिक पूर्णिमा पर शुक्रवार को आस्था की डुबकी लगेगी। सनातन धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन को दामोदर के नाम से भी जाना जाता है। खड़ेश्वरी मंदिर के पुजारी राकेश पांडेय बताते हैं कि दामोदर भगवान विष्णु का ही एक नाम है। कार्तिक पूर्णिमा का दिन काफी पवित्र और शुभ माना जाता है। मान्यता के अनुसार इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली भी कहते हैं।
सुबह 619 बजे हो रहा पूर्णिमा का प्रवेश इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा की तिथि की शुरुआत 15 नवंबर शुक्रवार की सुबह 6.19 बजे से ही प्रारंभ हो रही है, जो कि देर रात 2.58 बजे तक तक रहेगी। हलांकि पूर्णिमा के दिन भद्रा का भी साया रहेगा। पंचांग के अनुसार भद्रा पूर्णिमा तिथि के प्रवेश के साथ ही प्रात काल 0.19 बजे से लग रहा है जो कि संध्या 438 बजे तक रहेगा। ज्योतिषशास्त्रत्त् के अनुसार इस दिन की भद्रा को दिन में दो घंटे अशुभ माना जाता है। हालांकि दिन शुक्रवार को पड़ने वाली भद्रा कल्याणी होती है।
मंदिरों में दीपदान
कार्तिक पूर्णिमा पर शक्ति मंदिर, खड़ेश्वरी मंदिर, भुईंफोड़ मंदिर सहित सभी मंदिरों में दीपदान महोत्सव का आयोजन किया गया है। इस तिथि को देव दीपावली के रूप में मनाई जाती है। भक्त दीपदान करते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन शाम के समय तुलसी, भगवान विष्णु औप भगवान शिव के मंदिर में जाकर भी दीप दान करना चाहिए। 11, 21, 51 दिए जितने आप दान कर सकते हैं, करें, इससे कई गुा फल मिलता है। दीपदान शाम में करना चाहिए
पूजा मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त प्रात 04.27 बजे से प्रात 05.15 बजे तक
● अभिजीत मुहूर्त दिन के 11.07 बजे से 11.50 बजे तक
दीपदान मुहूर्त
अमृत काल संध्या 538 बजे से 703 बजे तक
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