महाराज ने बताया कि सरकार ने चारधाम यात्रा हेतु सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। यात्रा को लेकर श्रृद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।
यह हेली सेवा एक दिन में ही केदारनाथ धाम और बदरीनाथ धाम के दर्शन करवाएगा। हेली सेवा के जरिए यात्री पहले केदारनाथ बाद में बदरीनाथ धाम जाएंगे।
चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु यात्रा मार्ग पर लगे हेल्थ एटीएम के जरिए अपना स्वास्थ्य परीक्षण करा सकेंगे। तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए इस बार यात्रा मार्ग पर करीब पचास हेल्थ एटीएम लगाए जा रहे हैं।
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन काउंटरों में पीने की पानी, टॉयलेट, पंखा, बैठने के लिए कुर्सी आदि बुनियादी सुविधाओं का खासतौर से ख्याल रखा गया है। इसके अलावा, सरकार की ओर से यात्रा रूट पर ट्रैफिक के लिए भी कारगर प्लान बनाया है।
उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग में कुछ स्थानों पर बहुत हल्की बारिश के दौर रहेंगे। उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में बारिश होने पर मैदानी शहरों को भी राहत मिलेगी।
चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम की स्थापना कर ली गई, जो शीघ्र ही काम करने लगेगा। इसके साथ ही भीड़ प्रबंधन को लेकर भी कार्ययोजना तैयार की गई है।
पिछले साल के मुकाबले इस बार यात्रा 10 दिन पहले शुरू होने के कारण ऑनलाइन पंजीकरण को 20 मार्च से शुरू किया। ऑफलाइन पंजीकरण इस बार हरद्विार, ऋषिकेश समेत अन्य स्थानों पर 28 अप्रैल से शुरू होंगे।
एनएच श्रीनगर के इंजीनियर मोहम्मद तहसीन ने स्वीकार किया कि चमधार में सड़क संकरी होने की वजह से दिक्कतें हो सकती हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि सक्रिय जोन में अभी कोई छेड़छाड़ नहीं की जा रही है।
विभाग सख्ती का संदेश देने के उद्देश्य से यात्रा शुरू होने से पहले ऋषिकेश और हरिद्वार क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाएगा। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान प्राइवेट वाहनों का कॉमर्शियल उपयोग बढ़ जाता है।
साइबर ठग अब चारधाम के तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों को निशाना बना रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (आई4सी) ने इस संबंध में राष्ट्रीय स्तर पर अलर्ट जारी किया।