हाईकोर्ट ने सीबीआई को चेतावनी देते हुए कहा कि अगली सुनवाई की तारीख तक यदि काउंटर एफिडेविट दाखिल नहीं किया गया तो एजेंसी को पटना हाईकोर्ट लीगल सर्विसेज कमेटी में 10 हजार रुपये कॉस्ट के जमा करने पड़ेंगे।
सीबीआई निदेशक की नियुक्ति केंद्र सरकार द्वारा तीन सदस्यीय नियुक्ति समिति की सिफारिश पर की जाती है। इस समिति की अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते हैं तथा इसमें लोकसभा में विपक्ष के नेता और भारत के प्रधान न्यायाधीश शामिल होते हैं।
बिहार में रेलवे के एक सीनियर सेक्शन इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया है। आरोप है कि उसने करोड़पति बनने की चाह में ट्रेन के नए पुर्जों को कबाड़ के भाव बेच दिया था।
दरभंगा एयरफोर्स स्टेशन से पटना की सीबीआई टीम ने एक घूसखोर सैन्य इंजीनियर को गिरफ्तार किया। आरोपी 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।
रेलवे की निगरानी विभाग ने अनियमितता और कमीशनखोरी को लेकर सीबीआइ में शिकायत की थी। सत्यापन के बाद सीबीआइ पटना की एसीबी शाखा ने 25 अप्रैल को केस दर्ज कर विधिवत जांच शुरू की।
पटना की सीबीआई स्पेशल कोर्ट ने नीट पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को 4 दिन के लिए सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है। केंद्रीय एजेंसी से पूछताछ में इस केस से जुड़े कई और खुलासे हो सकते हैं।
सीबीआई ने पाखरो में टाइगर सफारी के लिए बिना अनुमति काम, अवैध कटान और अवैध निर्माण को लेकर अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट सोमवार को प्रमुख सचिव आरके सुधांशु को सौंप दी थी।
गया रेल डिपो इंचार्ज पर सीबीआई व रेल विजिलेंस टीम को यह शिकायत मिली कि रेलवे द्वारा ठेकेदार के माध्यम से जो सामग्री डिपो में आता था। उसे ग्रुप डी के कुछ कर्मियों के माध्यम से लेनदेन किया जाता है। जांच में टीम को गड़बड़ी की शिकायत मिली है। सूत्रों ने बताया कि आगे और भी जांच की जाएगी।
अब तक ईओयू की पूछताछ में संजीव मुखिया ने कई अहम खुलासे किए हैं। सूत्रों के हवाले से यह बात सामने आई है कि पूछताछ में संजीव मुखिया ने बताया है कि रेलवे और एनटीए की परीक्षाओं को भी मैनेज कराता था। यह बात भी उजागर हुई है कि उसने कई नेताओं के बच्चों को भी मेडिकल की परीक्षा में बैठाया था।
ईओयू सूत्रों के मुताबिक, नए बहाल इन डॉक्टरों को परीक्षा के दौरान वास्तविक अभ्यर्थी के डमी के रूप में बिठाया जाता था। बदले में उनको पांच से छह लाख रुपये दिये जाते थे। इस दौरान परीक्षा केंद्रों को भी मैनेज रखा जाता था।