शिवकुमार ने कहा कि हर किसी को यह महसूस करना चाहिए कि कर्नाटक में कन्नड़ जाने बिना नहीं रहा जा सकता। स्कूलों और कॉलेजों में 1 नवंबर को कन्नड़ ध्वज फहराने के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाने चाहिए।
पुलिस की ओर से बताया गया कि शिवरामन ने सबसे पहले उस प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल से संपर्क किया। इस दौरान उसने ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित करने की पेशकश रखी।
लड़की के परिवार के लोगों ने कहा कि पहले वह इस घटना के बारे में बताने में झिझक रही थी। मगर, बाद में उसने अपनी मां को इसके बारे में बताया।
आधा दर्जन सड़क योजना का निर्माण चल रहा कच्छप गति से668 कृषि विज्ञान केंद्रों में668 कृषि विज्ञान केंद्रों में668 कृषि विज्ञान केंद्रों में668 कृषि विज्ञान केंद्रों...
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