स्वीकृति के बाद भी वर्षों से सड़क निर्माण की योजनाएं अधर में
आधा दर्जन सड़क योजना का निर्माण चल रहा कच्छप गति से668 कृषि विज्ञान केंद्रों में668 कृषि विज्ञान केंद्रों में668 कृषि विज्ञान केंद्रों में668 कृषि विज्ञान केंद्रों...
शहर की कई विकास योजनाएं इतनी कच्छप गति से चल रही है। काम कब खत्म होगा इसका पता नहीं। खासकर कई महत्वपूर्ण सड़कें जिनको स्वीकृत हुए पांच साल से भी ज्यादा हो गए वो भी आजतक पूरी नहीं हो सकी। इस कारण आज भी हजारों निवासियों को फजीहत झेलनी पड़ रही है। लोगों में आशा जगती है कि इस वर्ष यह सड़क बन जायेगी। लेकिन फिर वो आशा निराशा में बदल जाती है।
शहर की महत्वपूर्ण आधा दर्जन से ज्यादा सड़क योजना का कार्य विगत तीन चार सालों में आजतक पूरा नहीं हो सका। जीडी कॉलेज से मारवाड़ी मोहल्ला तक 3.5 करोड़ की राशि से बनने वाली सड़क, बीपी स्कूल से सर्वोदयनगर होते नौलखा तक 2 करोड़ रुपए की राशि से बनने वाली सड़क, बाघा में 1.50 करोड़ की राशि से बनने वाली सड़क आदि का निर्माण कई वर्षो में नहीं हो पाया। इसके अलावा बीएमपी होते राजापुर सड़क की स्वीकृति होने के बावजूद नहीं बन सकी। वर्षों वर्षो तक इन योजनाओं का पूरा नहीं होने से लोगों का भी सब्र का बांध टूटने लगा है। हर घर नल जल योजना का जुलाई 2020 में ही शहरवासियों को आयरन मुक्त पानी देने का लक्ष्य रखा गया था जो आजतक पूरा नहीं हो सका। इसमें अब तक 40 प्रतिशत ही काम हो सका है।
काम की इतनी धीमी प्रगति के कारण जिले की लगभग 30 प्रतिशत आबादी को इस कारण फजीहत झेलनी पड़ रही है। लोगों को वर्षों से इन्तजार करना पड़ रहा है। स्थानीय लोग बताते है कि आज तक आम लोगों को शुद्ध पेयजल तक नहीं मिल सका। इस कारण बाजार से बिना गुणवत्ता वाला पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है।
कहते हैं जनप्रतिनिधि
निगम प्रशासन द्वारा किये जा रहे शायद ही किसी योजना में धीमी प्रगति हो। लेकिन आधा दर्जन योजना और सड़कें बुडको के द्वारा बनायी जा रही है, जिसमे धीमी प्रगति है। इसकी शिकायत भी लगातार वरीय पदाधिकारी से कर चुके हैं।
उपेन्द्र प्रसाद सिंह, मेयर
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