बिहार में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों द्वारा ई-शिक्षा कोष ऐप के जरिए लगने वाली ऑनलाइन अटेंडेंस में गजब फर्जीवाड़ा देखने को मिला है। कोई शिक्षक गंजी में हाजिरी लगा रहा है तो कोई एक ही ड्रेस में रोज अडेंटेंस बना रहा है। वहीं, कुछ तो रिकॉर्डेड वीडियो से ही उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं।
बिहार शिक्षा विभाग में अब सबसे पहले शिक्षकों के खाते में सैलरी आएगी। उसके बाद डीईओ और जिला स्तर के शिक्षा पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों के खाते में पैसा जाएगा।
बांका जिले के बौंसी में स्कूल जा रही एक शिक्षिका मंगलवार सुबह बाइक से उछल कर गिर गई। सिर पर गंभीर चोट लगने से उनकी मौत हो गई।
लंबे इंतजार के बाद बीपीएससी की तीसरी शिक्षक बहाली परीक्षा से सेलेक्ट हुए 58 हजार से ज्यादा शिक्षकों को 15 मई से 31 मई तक स्कूलों में योगदान मिलना शुरू होगा। जिला शिक्षा पदाधिकारियों के द्वारा इसका आदेश निकाला जाएगा।
सुपौल में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) से चयनित एक शिक्षक को इंटर कंपार्टमेंटल परीक्षा में धांधली के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वह एग्जाम के दौरान छात्र-छात्राओं को गणित के सवालों को हल करके बता रहा था।
पीटीएम को कारगर व प्रभावी बनाने के लिए वार्षिक कैलेंडर विकसित किया गया है। कैलेंडर में प्रत्येक माह के लिए एक थीम निर्धारित की गई है। प्रत्येक थीम के तहत कुछ मुख्य कार्य बिंदु तय किए गए हैं, जिससे सभी विद्यालयों में अभिभावक शिक्षक संगोष्ठी में एकरूपता बनी रहे।
शिक्षा विभाग के जारी आदेश में बांका में 667, भोजपुर में 1178, अरवल में 289, भागलपुर में 961, गोपालगंज में 1315, कैमूर में 959, किशनगंज में 1184, शिवहर में 214, नवादा में 1386, नालंदा में 1465, मुंगेर में 832, बेगूसराय में 1543, पूर्वी चंपारण में 2241 और रोहतास में 1294 शिक्षकों की पोस्टिंग की गई है।
बिहार शिक्षा विभाग के एसीएस एस सिद्धार्थ ने कहा कि अब से शिक्षकों को सबसे पहले सैलरी का भुगतान किया जाएगा। इसके बाद अन्य कर्मियों और पदाधिकारियों का वेतन आएगा।
बीपीएससी टीआरई-3 की नियुक्ति में बहाल हुए 51 हजार 389 शिक्षकों को स्कूल आवंटन का काम शुरू हो गया है। जिसकी शुरूआत अरवल से हुई है। एक सप्ताह के भीतर सभी शिक्षकों को स्कूल आवंटित कर दिया जाएगा। जिसकी जानकारी मोबाइल पर मिलेगी।
सहरसा जिले में शिक्षा विभाग की लापरवाही का मामला सामने आया है। जब मृत शिक्षक के खाते में एक साल से सैलरी जमा होती रही। और प्रशासन को खबर तक नहीं हुई। इस मामले में चार बीईओ को शोकॉज जारी किया गया है।