अररिया जिले में शारीरिक शिक्षक पद से रिटायरमेंट के ठीक अगले दिन ही जलालुद्दीन नाम के टीचर की विशिष्ट शिक्षक के पद पर जॉइनिंग हो गई। जब यह मामला सामने आया तो शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया।
बिहार शिक्षा विभाग शिक्षकों के ट्रांसफर पर विचार कर रहा है। राज्यभर से 1.90 लाख शिक्षकों ने स्थानांतरण के लिए आवेदन किया है, जिसमें सर्वाधिक दरभंगा जिले के हैं। वहीं, पटना से दूसरे जिले में तबादले के लिए सबसे कम आवेदन आए हैं।
शिक्षा विभाग ने तबादले की पहली सूची जारी की है। जिसमें कैंसर बीमारी से ग्रस्त 35 शिक्षकों का तबादला उनके आवेदन में दिए गए प्रथम विकल्प के आधार पर किया गया है। आपको बता दें तबादले के लिए शिक्षकों के आवेदनों को चार अलग-अलग श्रेणियों में बांटा है।
राज्य में 2024 तक 66 लाख 89 हजार 812 बच्चों का ही अपार कार्ड राज्य में बनाया गया है। शिक्षा मंत्रालय ने राज्यभर में 9 और दस दिसंबर को मेगा अपार दिवस मनाने का निर्देश भी दिया था। इसके बाद भी राज्य में 1 करोड़ 7 लाख 36 हजार 312 बच्चों का अपार कार्ड बनना शेष है
जहानाबाद जिले के घोसी के विभिन्न सरकारी स्कूलों में तैनात तीन शिक्षिकाओं की नौकरी जाने वाली है। तीनों महिला टीचर ने फर्जी सर्टिफिकेट दिखाकर जॉइनिंग ली थी। उनकी सेवा समाप्त करने का निर्देश डीडीसी ने दे दिया है।
बिहार में प्राथमिक से उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के चयनित शिक्षकों की काउंसलिंग 30 दिसंबर से 7 जनवरी तक होगी। शिक्षकों को अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्र के साथ उपस्थित होना है। काउंसलिंग की प्रक्रिया...
बिहार शिक्षा विभाग ने 24 जिलों से जनजातीय छात्रावास खोलने के लिए रिपोर्ट मांगी थी। केवल पांच जिलों ने रिपोर्ट भेजी, जिसमें से तीन मानक पर हैं। विभाग ने इस लापरवाही पर जिलों से जवाब मांगा है। रिपोर्ट...
शिक्षकों को स्कूलों के पास कुत्ता भगाने के लिए जरूरी कदम उठाए जाने संबंधित आदेश से टीचर भड़क गए हैं। शिक्षक संघ ने इस पर आपत्ति जताते हुए इसका विरोध शुरू कर दिया है।
बिहार के स्कूलों में प्रार्थना के दौरान लाउडस्पीकर का इस्तेमाल जरूरी कर दिया गया है। शुक्रवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिशा-निर्देश जारी किया है। अभिभावक लाउड स्पीकर के जरिये स्कूलों के चेतना सत्र की गतिविधियां सुनेंगे। इससे वे स्कूल न आने वाले बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेंगे।
भागलपुर में टीएमबीयू के पूर्व रजिस्ट्रार विकास चंद्रा के साथ 12 नवंबर को हुई मारपीट के मामले में शिक्षा विभाग ने कार्रवाई शुरू की है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छह कर्मचारियों का तबादला किया और चार पर...
नए साल में बिहार के चुनिंदा शिक्षकों के वेतन में बढ़ोतरी होने वाली है। शिक्षा विभाग जूनियर टीचर से कम मूल वेतन पर तैनात सीनियर नियोजित शिक्षकों की सैलरी में बढ़ोतरी करने जा रहा है।
बिहार के एक सरकारी स्कूल में तैनात बीपीएससी शिक्षक को गर्भवती बताकर मातृत्व अवकाश (मैटरनिटी लीव) दे दिया गया। शिक्षा विभाग ने बताया कि तकनीकी कारणों की वजह से ऐसा हुआ है। शिक्षक 6 महीने के अवैतनिक अवकाश (अनपेड लीव) पर है।
बिहार के हर प्रखंड में मॉर्डन स्कूल खुलेंगे। पहले वहां के एक विद्यालय का चयन इसके लिए किया जाएगा। फिर इस योजना का विस्तार अनुमंडलों में किया जाएगा। हर अनुमंडल में एक-एक मॉडल स्कूल होंगे। इसकी जानकारी शिक्षा विभाग के एसीएस एस सिद्धार्थ ने दिया।
बिहार सरकार द्वारा लागू की गई नई टीचर नियमावली के मुताबिक जो शिक्षक स्कूल में लगातार देरी से पहुंच रहे हैं, उनका दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया जाएगा। विभिन्न मामलों में शिक्षकों को सस्पेंड करने से लेकर उन्हें बर्खास्त करने तक की सजा का प्रावधान नई नियमावली में किया गया है।
बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने कहा कि जो शिक्षक स्थानीय राजनीति में शामिल होंगे या स्कूल का माहौल बिगाड़ेंगे, तीन दिन का नोटिस देकर उनका दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
बिहार में विशिष्ट शिक्षक नियमावली को नीतीश कैबिनेट से मंजूरी दी गई है। इसके तहत नियोजित शिक्षकों के लिए पांच बार सक्षमता परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। नियोजित से विशिष्ट शिक्षक बनने वाले शिक्षकों का फिलहाल ट्रांसफर नहीं होगा। हालांकि, गड़बड़ी करने वालों का तबादला कर दिया जाएगा।
बिहार के सभी सरकारी स्कूलों में महीने में एक बार पैरेंट्स-टीचर मीटिंग आयोजित की जाएगी। बिहार शिक्षा विभाग ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।
आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चें अब ड्रापआउट नहीं हो, वो आगे की पढ़ाई के लिए प्राथमिक स्कूल में नामांकित हो। इसके लिए आंगनबाड़ी केंद्रों को प्राथमिक स्कूल से टैग किया गया है। आईसीडीएस की मानें तो हर साल 15 से 20 फीसदी बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र से निकलने के बाद स्कूल नहीं जाते थे
शिक्षा विभाग के अपर सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने मधेपुरा जिले के कुमारखंड प्रखंड के इसराइन बेला पंचायत स्थित उत्क्रमित उर्दू मध्य विद्यालय घौडदौल में वीडियो कॉल कर शैक्षणिक स्थिति एवं अन्य प्रकार की हालात का जायजा लिया। उन्होंने विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका जूही भारती की जमकर तारीफ की।
वर्ष 2022-23 में पहली से पांचवीं तक की कक्षा में एक करोड़ 24 लाख 45 हजार 251 नामांकन हुआ था। वहीं यह संख्या 2023-24 में घटकर एक करोड़ 18 लाख 17 हजार 896 रह गई है। आंकड़ों के मुताबिक एक साल में 6 लाख 27 हजार 355 नामांकन घटे हैं।
'शिक्षा की बात हर शनिवार' कार्यक्रम में बच्चों से संवाद के दौरान ACS एस सिद्धार्थ ने अपने बचपनी की कहानी और किस्से बच्चों के साथ साझा किए। उन्होने बताया कि वो भी बचपन में खूब कंचे खेलते थे, पंतग उड़ाते थे। यहीं नहीं पढ़ने में वो मेधावी नहीं थे, लेकिन ठीक-ठाक थे। मेहनत करके आईएएस बने।
मधुबनी के टेंगरा मुशहरी में स्थित प्राथमिक स्कूल का वर्जुअल निरीक्षण के दौरान मिली लापरवाही को लेकर एसीएस एस सिद्धार्थ ने डीईओ से जवाब तलब किया है। और 15 दिसंबर तक का समय दिया है। निरीक्षण के दौरान पता चला कि टोला सेवक भरोसे पूरा स्कूल चल रहा है।
बिहार शिक्षा विभाग के ACS एस सिद्धार्थ ने मधुबनी के मुशहरी में स्थित प्राथमिक विद्यालय में वीडियो कॉल कर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान पता चला कि स्कूल टाइमिंग में मास्टर साहब सब्जी लेने गए हैं। बच्चे फर्श पर बोरी बिछाकर बैठे हैं। क्लास में सिर्फ 22-25 भी दिखे, जबकि 137 बच्चे स्कूल में नामित हैं।
प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर बीईओ को निलंबित कर दिया है। उनपर 8 लोगों को बीपीएससी शिक्षक के नाम पर फर्जी तरीके से बहाली करने के आरोप लगे थे, जो जांच में सही पाए गए।
एसीएस एस सिद्धार्थ ने गुरुवार को कुछ स्कूलों में अचानक वीडियो कॉल कर वहां का ताजा हाल जाना। इस दौरान सुपौल जिले के एक सरकारी स्कूल में हेडमास्टर ही ड्यूटी से गायब मिले। विभाग ने इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है।
विभाग ने जारी आदेश में कहा है कि सभी स्कूलों में बच्चे बेसिक गणित और गणित के प्रश्नों का हल करना प्रतिदिन एक घंटी में सीखेंगे। वहीं, प्रतिदिन दूसरी घंटी में एक घंटे हर बच्चे को पाठ्यपुस्तक बोलकर पढ़ना सिखाया जाएगा।
Banshidhar Brajwasi Profile: बिहार विधान परिषद की तिरहुत स्नातक सीट के नवनिवार्चित विधान पार्षद वंशीधर ब्रजवासी को शिक्षा विभाग के खिलाफ लगातार आंदोलन और फिर आईएएस अफसर केके पाठक से झगड़े ने पहले नेता और अब माननीय एमएलसी बना दिया है।
बिहार के सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति की फर्जी संख्या दिखा रहे शिक्षकों को पर अब एक्शन होगा। एसीएस एस सिद्धार्थ ने सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों को लिखे पत्र में इस बात का जिक्र किया है। स्कूल संचालन में की जा रही धोखाधड़ी को खेदजनक बताया है।
31 जनवरी तक बंद होंगी बू-मॉडल की 4 हजार आईसीटी लैब31 जनवरी तक बंद होंगी बू-मॉडल की 4 हजार आईसीटी लैब31 जनवरी तक बंद होंगी बू-मॉडल की 4 हजार आईसीटी लैब31 जनवरी तक बंद होंगी बू-मॉडल की 4 हजार आईसीटी लैब
बिहार में विशेष परिस्थितियों में टीचर ट्रांसफर की घोषणा के बाद अब तक 33 हजार से ज्यादा शिक्षकों ने अलग-अलग आधार पर स्थानांतरण की मांग की है। आवेदन की समय सीमा 15 दिसंबर को खत्म हो रही है जिसके बाद सरकार फैसला लेगी।