फॉलोवर घट रहे, इसलिए दे रहे गैर-जिम्मेदाराना बयान; पूर्व CM अशोक गहलोत पर क्यों भड़के मदन राठौड़
राजस्थान के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा और आरएसएस पर देश की चुनाव प्रक्रिया को बदलने का आरोप लगाया था। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा…

राजस्थान के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा और आरएसएस पर देश की चुनाव प्रक्रिया को बदलने का आरोप लगाया था। राठौड़ ने गहलोत के बयान को 'गैर-जिम्मेदाराना' करार देते हुए कहा कि एक वरिष्ठ और तीन बार मुख्यमंत्री रहे नेता को ऐसा बयान शोभा नहीं देता। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि गहलोत के फॉलोवर्स लगातार कम हो रहे हैं और यही उनकी बौखलाहट का कारण है।
राठौड़ ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना की निंदा करते हुए कहा कि भाजपा और पूरा संगठन पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है। उन्होंने इसे मानवता पर हमला बताते हुए केंद्र सरकार की सुरक्षा नीति का समर्थन किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव प्रक्रिया पर स्पष्टता लाते हुए राठौड़ ने बताया कि सबसे पहले बूथ, मंडल और जिला अध्यक्षों का चुनाव होता है, इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष चुना जाता है। उन्होंने कहा कि नई कार्यकारिणी के गठन तक वर्तमान कार्यकारिणी ही काम करती रहेगी।
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए राठौड़ ने कहा कि हाल ही में कांग्रेस ने अपने 'एक्स' हैंडल पर एक आपत्तिजनक पोस्टर साझा किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिना सिर की तस्वीर थी। राठौड़ ने कहा कि यह "सर तन से जुदा" जैसी खतरनाक मानसिकता को बढ़ावा देने वाला कृत्य है। उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस आखिर राजनीति को किस स्तर तक ले जाना चाहती है। राठौड़ ने दोहराया कि मोदी केवल भाजपा के नहीं, बल्कि पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं और उनके खिलाफ इस प्रकार का कृत्य निंदनीय है।
गुजरात में होने वाले भाजपा के प्रशिक्षण शिविर को लेकर राठौड़ ने जानकारी दी कि इसमें सांसद, विधायक और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। शिविर में संगठनात्मक मजबूती, रणनीति और सामाजिक विषयों पर चर्चा की जाएगी। पाकिस्तान से आए शरणार्थियों के मुद्दे पर राठौड़ ने कहा कि सरकार उनके पुनर्वास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जिनकी संपत्तियों पर पाकिस्तान में कब्जा हो गया है, उन्हें भारत में आवास मुहैया कराया जाएगा और हर संभव सहायता दी जाएगी।