मध्य प्रदेश के इंदौर में मोबाइल फोन में ब्लास्ट होने से नवीं क्लास में पढ़ने वाली बच्ची की मौत हो गई है। सामने आया है कि बच्ची स्मार्टफोन को चार्जिंग पर लगाकर बात कर रही थी, जिस दौरान धमाका हुआ और कान, चेहरे और जबड़े में आई चोट के बाद उसकी जान चली गई। इसके बाद से ही स्मार्टफोन्स के सुरक्षित होने पर सवाल खड़े होने लगे हैं। फोन में बहुत ज्यादा दबाव और गर्मी के चलते ब्लास्ट हो सकता है। ऐसे में आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा, जिससे आप सुरक्षित रहें।
फोन को चार्ज करते समय गेम खेलना, वीडियो देखना या भारी ऐप्स का इस्तेमाल करना उसे ज्यादा गर्म कर सकता है।
नकली या लोकल चार्जर बैटरी को नुकसान पहुंचा सकते हैं और ओवरहीटिंग का खतरा बढ़ा सकते हैं।
हमेशा फास्ट चार्जिंग का इस्तेमाल करने से बैटरी जल्दी खराब हो सकती है और फोन गर्म हो सकता है।
धूप में या बंद कार के अंदर फोन छोड़ना खतरनाक हो सकता है। हीट बढ़ने से बैटरी फट सकती है।
जरूरत से ज़्यादा ऐप्स बैकग्राउंड में चलने से प्रोसेसर पर लोड बढ़ता है और फोन गर्म होता है।
पुराना सॉफ्टवेयर कभी-कभी ओवरहीटिंग का कारण बन सकता है। अपडेट से बग्स फिक्स होते हैं।
लंबे समय तक गेम खेलने से प्रोसेसर और GPU ज़्यादा गर्म हो सकते हैं।
कुछ मोबाइल कवर गर्मी को बाहर निकलने नहीं देते, जिससे हीट और बढ़ जाती है।
बैटरी फूलना या फोन का पिछला हिस्सा उभरा दिखे तो यह ब्लास्ट का संकेत हो सकता है।
लंबे समय तक चार्जिंग से बैटरी पर लगातार लोड रहता है, जो खतरनाक हो सकता है।