महाशिवरात्रि के साथ ही महाकुंभ का समापन हो रहा है। अंतिम दिन करीब 1.18 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। वहीं, अंतिम स्नान पर्व के कारण महाकुंभ क्षेत्र में हर तरफ भीड़ देखने को मिली। रेलवे स्टेशन से लेकर घाटों तक श्रद्धालुओं का सैलाब रहा।
महाकुंभ के अंतिम दिन प्रयागराज के रेलवे स्टेशनों पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली।
शिवालयों में भारी भीड़ को देखते हुए मेला प्रशासन ने शिवालयों के आसपास भारी सुरक्षा व्यवस्था की है। सभी प्रमुख शिव मंदिरों के परिसरों में पुलिस के साथ अर्द्ध सैनिक बल भी तैनात किए गए हैं।
महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने के बाद स्नानार्थियों ने क्लॉक रूम में गंगाजल भी जमा किया।
अब तक महाकुंभ में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 66 करोड़ पार हो गया है। अंतिम स्नान पर के मौके पर स्नानार्थियों पर 20 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा कराई। पुष्प वर्षा के प्रभारी वी के सिंह ने बताया कि स्नानार्थियों पर हर बार गुलाब की 20 क्विंटल पंखुड़ियों की वर्षा कराई गई वहीं, अब तक 120 क्विंटल पंखुड़ियों की पुष्प वर्षा कराई गई है।
महाकुंभ के समापन पर भारतीय वायुसेना के विमानों ने संगम के ऊपर से उड़ान भरी। महाशिवरात्रि के दिन संगम क्षेत्र में लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने पहुंचे थे। इसी बीच आसमान से एकसाथ कई उड़ते विमानों की तेज आवाज सुनाई पड़ी।
महाशिवरात्रि के चलते महाकुंभ मेले के आसपास स्थित शिव मंदिरों के बाहर श्रद्धालुओं की कतारें देखने को मिली।
महाशिवरात्रि के अगले दिन यानी 27 फरवरी को सुबह 8 बजे तक नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है। भीड़ को देखते हुए इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है।