यीडा की अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी का नक्शा मंजूर, 230 एकड़ में विकसित होगा पहला चरण
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने सेक्टर-21 में विकसित होने वाली अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी के लेआउट मास्टर प्लान (भू उपयोग) को मंजूरी दे दी है। फिल्म सिटी में यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे व्यावसायिक गतिविधियां होंगी।
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने सेक्टर-21 में विकसित होने वाली अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी के लेआउट मास्टर प्लान (भू-उपयोग) को मंजूरी दे दी है। फिल्म सिटी में यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे व्यावसायिक गतिविधियां होंगी। इन गतिविधियों का तीन जोन में विकास होगा, जबकि फिल्म सिटी की इमारतें, ग्रीन बेल्ट और आंतरिक सड़कों को चार अलग-अलग जोन में विकसित किया जाएगा।
प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी को एक हजार एकड़ में विकसित किया जाना है। पहला चरण 230 एकड़ और दूसरा चरण 670 एकड़ में विकसित होगा। दिसंबर में बोनी कपूर ने प्राधिकरण को पहले चरण का लेआउट प्लान सौंपा था, जिसे प्राधिकरण ने गुरुवार को स्वीकृति दे दी। बोनी कपूर की कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट और भूटानी ग्रुप मिलकर फिल्म सिटी का निर्माण करेंगे। कुल 230 एकड़ क्षेत्रफल में से 155 एकड़ में औद्योगिक और 75 एकड़ में व्यावसायिक गतिविधियां विकसित की जाएंगी। फिल्म सिटी का निर्माण करने वाले कंपनी भूटानी इंफ्रा के सीईओ आशीष भूटानी ने कहा कि फिल्म सिटी के मास्टर प्लान को मंजूरी मिलने से वह उत्साहित हैं। इसके निर्माण का काम शीघ्र शुरू करने की तैयारियां प्रारम्भ कर दी गई हैं। उम्मीद है कि फरवरी महीने में फिल्म सिटी का भूमिपूजन कर इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि यह फिल्म सिटी दुनिया की सबसे आधुनिक और अनोखी होगी। यह देश का एक पर्यटन स्थल भी बनेगी।
तीन जोन में व्यावसायिक गतिविधियां : फिल्म सिटी में व्यावसायिक गतिविधियों का विकास तीन जोन में होगा। इनमें अभिनेताओं के ठहरने के लिउ होटल, विश्वविद्यालय, प्रशिक्षण केंद्र, थीम पार्क, शॉपिंग सेंटर, डिज्नीलैंड के अलावा पांच और सात सितारा होटल बनाए जाएंगे। यहां बनने वाला एम्यूजमेंट पार्क लोगों को आकर्षित करेगा। व्यावसायिक गतिविधियां यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे पर विकसित होने से इसका नजारा एक्सप्रेसवे पर सफर करने वाले यात्री भी देख सकेंगे।
चार जोन में औद्योगिक गतिविधियां होंगी
फिल्म सिटी में औद्योगिक गतिविधियों को चार अलग-अलग जोन बनाकर विकसित किया जाएगा। इनमें विभिन्न प्रकार की इमारतें, ग्रीन बेल्ट और आंतरिक सड़कों का निर्माण होगा। फिल्म बनाने में इस्तेमाल होने वाली अधिकांश गतिविधियां यहीं पर विकसित की जाएंगी। इनमें स्टूडियो, अयोध्या का राम मंदिर, उत्तराखंड के चार धाम एवं देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों की अनुकृति के साथ प्रमुख लोकेशन के स्टूडियो होंगे। फिल्म सिटी में लंदन, कनाडा, स्विट्जरलैंड जैसी प्रमुख लोकेशन के स्टूडियो भी विकसित होंगे। यह सभी स्टूडियो डिजिटल और सौर ऊर्जा पर आधारित होंगे।
मथुरा, वृंदावन नजदीक
फिल्म सिटी से 40 मिनट दूर मथुरा, वृंदावन और एक घंटे की दूरी पर ताजमहल है। मथुरा और आगरा जाने वाले पर्यटक फिल्म सिटी भी आएंगे। कंपनी का दावा है कि एनसीआर में आने वाले 40 से अधिक विदेशी पर्यटक यहां रुकना पसंद करेंगे।
औद्योगिक भू-उपयोग (इमारत, ग्रीन बेल्ट और सड़क)
जोन क्षेत्रफल
पहला : 380541 वर्गमीटर
दूसरा : 168364 वर्गमीटर
तीसरा : 44611.75 वर्गमीटर
चौथा : 33745 वर्गमीटर
कुल : 627261.75 वर्गमीटर
नोट 155 एकड़ में 6,27,261.75 वर्गमीटर होते हैं।
जोन वार व्यावसायिक भू-उपयोग
जोन निर्माण क्षेत्रफल
ए इमारत : 255285.75 वर्गमीटर
बी सड़क : 17819 वर्गमीटर
सी ग्रीन बेल्ट : 30409 वर्गमीटर
कुल तीनों गतिविधि : 303513.75 वर्गमीटर
नोट : 75 एकड़ में 3,03,513.75 वर्गमीटर होते हैं।
परियोजना पर 1510 करोड़ रुपये खर्च होंगे
● फिल्म निर्माण के संसाधन पर खर्च 832.91 करोड़ रुपये
● स्टूडियो, ओपन सेट्स सहित हॉस्पिटैलिटी 373.93 करोड़
● सर्विस एकोमोडेशन 315.07 करोड़ रुपये
डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण ने कहा, ''फिल्म सिटी के पहले चरण का लेआउट (भू उपयोग) प्लान के नक्शे को मंजूरी दे दी गई है। अब कंपनी की ओर से इसके शिलान्यास की तैयारी शुरू हो जाएगी। यह नक्शा सिर्फ भू-उपयोग का है, निर्माण कार्यों के नक्शे अलग से पास होंगे।''