यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) क्षेत्र में इस वर्ष 200 औद्योगिक इकाइयां शुरू करने की तैयारी है। इन इकाइयों में दिसंबर 2025 तक करीब 4.47 लाख से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने सेक्टर-21 में विकसित होने वाली अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी के लेआउट मास्टर प्लान (भू उपयोग) को मंजूरी दे दी है। फिल्म सिटी में यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे व्यावसायिक गतिविधियां होंगी।
मुरादाबाद-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर चन्दौसी-बहजोई के बीच हाइवे से करीब तीन किलोमीटर अंदर स्थित कोतवाली क्षेत्र के गांव खेतापुर में एक काफी पुरानी सुरंग मिली है। दावा किया जा रहा कि खेतापुर में किसी जमाने में राजा पृथ्वीराज चौहान के सेनापति चूड़िमाराज का किला था। यहां आल्हा-ऊदल का युद्ध भी हुआ था।
जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास घर बनाने का सपना देखने वाले 1.11 लाख लोगों की किस्मत का फैसला शुक्रवार को हो गया। 451 आवासीय भूखंड योजना का इंडिया एक्सपो मार्ट में 8 घंटे तक ड्रॉ चला। इसमें 451 आवेदकों को घर बनाने का मौका मिला।
ग्रेटर नोएडा के पास जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास प्रस्तावित जापानी, कोरियन और अमेरिकन सिटी के बाद ऑस्ट्रियाई सिटी बसाने की तैयारी है। ऑस्ट्रिया के 24 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को निवेश की संभावनाओं को तलाशने के लिए यमुना सिटी और ग्रेटर नोएडा का दौरा किया।
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने 10 हजार हेक्टेयर में बसने वाले न्यू आगरा अर्बन सेंटर को विकसित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। नए आगरा का खाका भी तैयार हो चुका है। यह शहर सांस्कृतिक धरोहर, पर्यावरण, यातायात और औद्योगिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बनेगा।
राया हेरिटेज सिटी यमुना एक्सप्रेसवे के 101 किलोमीटर पर वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर को सीधे जोड़ने के लिए प्रस्तावित 6.9 किलोमीटर लंबे ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के किनारे बसाई जाएगी। यह राया अर्बन सेंटर मास्टर प्लान-2031 का हिस्सा है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निकटवर्ती क्षेत्रों में दो प्रकार के भू-उपयोग को मंजूरी मिल गई है। इससे एयरपोर्ट के आसपास विकसित होने वाली औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले मजदूरों और कर्मचारी तथा अधिकारियों के लिए फैक्ट्री परिसर में ही मकान, दुकान, स्कूल का रास्ता साफ हो गया है।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के पास घर बनाने का सपना देख रहे लोगों को एक बार फिर मौका दिया गया है। इसके लिए इस बार 451 भूखंडों की योजना शुरू की गई है।
यमुना प्राधिकरण (यीडा) ने किसानों के लीजबैक मामलों का झंझट खत्म करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मास्टर प्लान 2041 को मंजूरी मिलने के बाद गांवों में आबादी का सीमांकन (पेरीफेरी) के बाहर ही भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। फिलहाल 15 गांवों का सर्वे शुरू कराया गया है।