DND की खाली पड़ी जमीन को वापस लेने की तैयारी, नोएडा प्राधिकरण कराएगा सर्वे
डीएनडी पर खाली पड़ी जमीन को वापस लेने की तैयारी है। नोएडा प्राधिकरण इस पर टोपोग्राफिकल सर्वे कराएगा। इसके लिए टेंडर जारी कर दिया गया है।

डीएनडी पर खाली पड़ी जमीन को वापस लेने की कवायद नोएडा प्राधिकरण ने शुरू कर दी है। प्राधिकरण टोपोग्राफिकल सर्वे कराएगा। इसके लिए प्राधिकरण ने टेंडर जारी कर दिया है। एजेंसियां 28 मई तक आवदेन कर सकती हैं।
टोल फ्री चल रहा डीएनडी
पहले उच्च न्यायालय और फिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से डीएनडी टोल फ्री चल रहा है। वर्ष 2016 तक नोएडा टोल ब्रिज कंपनी यहां पर वाहन चालकों से शुल्क वसूलती थी। उस समय उच्च न्यायालय ने इसको टोल फ्री करने का आदेश दिया था। इसके बाद पिछले साल उच्चतम न्यायालय ने भी आदेश को बरकरार रखा।
कॉन्ट्रैक्ट को बताया गलत
सुप्रीम कोर्ट ने इसको बनाने के लिए हुए अनबुंध को ही गलत बताया था। हाल में ही सुप्रीम कोर्ट ने टोल ब्रिज कंपनी की उस याचिका को भी खारिज कर दिया जिसमें फैसले पर पुर्नविचार करने का आग्रह किया गया था।
खाली पड़ी जमीन को लेने की तैयारी
अब स्थाई तौर पर डीएनडी टोल फ्री रहने को देखते हुए प्राधिकरण टोल प्लाजा व सड़क के अलावा खाली पड़ी जमीन को अपने प्रयोग के लिए लेने की तैयारी में है। अभी तक यह जमीन नोएडा टोल ब्रिज कंपनी के कब्जे में है। यह डूब क्षेत्र में करीब 330 एकड़ जमीन है।
टेंडर जारी
प्राधिकरण अधिकारियों का कहना है कि खाली पड़ी जमीन किस प्रयोग के लिए आ सकती है, इसको देखते हुए इसका टोपोग्राफिकल सर्वे कराने के लिए टेंडर जारी किया है। इस सर्वे में करीब 45 लाख रुपये का खर्चा आएगा। टेंडर में चिन्हित होने वाली एजेंसी को जमीन का सर्वे करने के साथ-साथ सीमाएं भी चिन्हित करनी होगी।
यह होता है टोपोग्राफिकल सर्वे
यह एक प्रकार का वह सर्वे है जो किसी क्षेत्र की ऊंचाई, ढलान, प्राकृतिक और मानव निर्मित संरचनाओं का विस्तृत विवरण प्राप्त करता है। यह सर्वेक्षण निर्माण और विकास परियोजनाओं के लिए आवश्यक है। इससे भूमि की सतह की जानकारी प्राप्त होती है और परियोजनाओं को सही ढंग से योजनाबद्ध किया जा सकता है। इससे जमीन का विस्तृत नक्शा बनाया जा सकता है।