भारतीय स्टार्टअप्स में छंटनी, एआई का बढ़ता प्रभाव
बिजनेस में मुनाफे की दिशा में बढ़ते स्टार्टअप अब नई भर्तियों से दूरी बना रहे हैं। कंपनियों ने खर्च कम करने और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रभाव को समझने के लिए कर्मचारियों की छंटनी की है। जोमैटो, कार्स...

नोट - इसे मिंट से लिया है। लोगो भी लगा सकते हैं। बायलाइन दी गई है। ---------------------------------------------------------------------- मुंबई, रंजनी राघवन/देविना सेनगुप्ता मुनाफे की तरफ बढ़ रहे या आईपीओ की तैयारी कर रहे स्टार्टअप अब नई भर्तियों से दूरी बना रहे हैं। कंपनियों ने खर्च कम करने और यह समझने के लिए कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) उनके काम को कैसे बदलेगा, अपने खर्चों में कटौती शुरू कर दी है। कुछ कंपनियों ने ऐसे कर्मचारियों को हटा दिया है या उन्हें नई भूमिका दे दी है जिनका काम मुख्य व्यवसाय से जुड़ा नहीं था या जिनका प्रदर्शन उम्मीद के अनुसार नहीं था। जोमैटो, कार्स 24 और गपशप जैसी टेक कंपनियों ने पिछले कुछ महीनों में छंटनी की है।
जबकि स्विगी और फ्लिपकार्ट ने भी कई विभागों को कम कर कर्मचारियों को दूसरे कामों में लगा दिया है। कार्स 24 के सह-संस्थापक और सीईओ विक्रम चोपड़ा ने बताया कि कंपनी ने अपने प्रोजेक्ट्स की सूची को रीफाइन किया है और अब वह अपने मुख्य क्षेत्रों—इस्तेमाल हुई कार प्लेटफॉर्म, कारों को किराए पर देने और अंतरराष्ट्रीय कारोबार पर ध्यान देगी। उन्होंने कहा कि हम अभी बड़े स्तर पर भर्तियों की योजना नहीं बना रहे हैं। 26 अप्रैल के एक ब्लॉग में चोपड़ा ने बताया कि कंपनी ने लगभग 200 लोगों की छंटनी की है, परफॉर्मेंस नहीं बल्कि स्ट्रक्चर के कारण। क्विक कॉमर्स कंपनी जेपटो में टैलेंट एक्विजिशन हेड अनुप्रिया मलाना ने कहा कि पिछले साल के मुकाबले इस साल कंपनी उतनी तेजी से भर्तियां नहीं कर रही है। उन्होंने बताया कि अब टैलेंट के दोबारा इस्तेमाल पर जोर है और कंपनी ने जूनियर टेक एग्जिक्यूटिव्स को डाटा साइंस जैसी भूमिकाओं में शिफ्ट किया है। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म गपशप के प्रवक्ता ने कहा कि हम रणनीतिक क्षेत्रों में भर्ती जारी रख रहे हैं। फिलहाल हमारा हमारा ध्यान संसाधनों के अनुकूलन पर है। गपशप ने अप्रैल के मध्य में लगभग 300 कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की थी। इंडियन एंजल नेटवर्क की सह-संस्थापक पद्मजा रुपारेल ने स्टार्टअप जगत में हालिया समायोजन जैसे कि छंटनी को एक सुधार बताया है जो अत्यधिक वृद्धि की अवधि के बाद हो रहा है। उनका मानना है कि अब संस्थापक लंबी रणनीति बना रहे हैं और शेयरधारकों के लिए सतत मूल्य सृजन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। पेज ग्रुप इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर अंशुल लोढ़ा ने कहा कि हमारा ध्यान अब बिक्री, तकनीक और सामान्य प्रबंधन नेतृत्व जैसे प्रमुख पदों पर वरिष्ठ लोगों की भर्ती पर है ताकि एक मजबूत टीम तैयार की जा सके। फिल्कार्ट ने पिछले 18 महीनों में एक दर्जन से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों को खो दिया है, लेकिन कई वरिष्ठ स्तर की भर्तियां भी की हैं। वॉलमार्ट की आईपीओ बाउंड इकाइयों ने अपने हेल्थ डिवीजन और एक अन्य प्लेटफॉर्म को बंद कर दिया। वहीं जोमैटो ने भी कस्टमर सर्विस में एआई का इस्तेमाल बढ़ा दिया है जिससे पिछले कुछ ही महीनों में 600 से ज्यादा लोगों क निकाला गया है। कंपनी ने हाल ही क्वॉर्टर चार के नतीजों को घोषणा करते हुए बताया था कि उन्होंने अपनी एक डिलिवरी सेक्शन को बंद भी कर दिया है। इसी तरह स्विगी ने अपने जीनी ऑन-डिमांड पिकअप और ड्रॉप सेवा को भी बंद कर दिया। क्लेरिक्यूएंट पार्टनर्स की मैनेजिंग पार्टनर ज्योति नाथ ने कहा कि हम यह देख रहे हैं कि स्टार्टअप क्षेत्र के वरिष्ठ पेशेवर अब 10-20% वेतन कटौती के साथ नई जिम्मेदारियां स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।
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