चलते-चलते : म्यूजियम की खोज से मिला उड़ने वाले डायनासोर का सबूत
एजेंसी। हाल ही में खोजा गया संरक्षित आर्कियोप्टेरिक्स जीवाश्म ने वैज्ञानिकों को यह

एजेंसी। हाल ही में खोजा गया संरक्षित आर्कियोप्टेरिक्स जीवाश्म ने वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद की है कि लगभग 15 करोड़ साल पहले पक्षियों ने पहली बार उड़ान कैसे भरी थी। यह जीवाश्म 2022 में शिकागो के फील्ड म्यूजियम द्वारा प्राप्त किया गया था। यह पहला ऐसा नमूना है जिसमें ऊपरी हड्डी पर विशेष टर्शियल पंख पाए गए हैं। ये पंख और शरीर के बीच एक लाइन बनाते हैं जो उड़ान रहित पंखधारी डायनासोरों में नहीं देखी जाती। यह सुझाव देता है कि यह उड़ान के लिए आवश्यक एक महत्वपूर्ण विकासात्मक परिवर्तन था। डॉ. जिंगमाई ओ'कॉनर (एसोसिएट क्यूरेटर) ने कहा कि हमें लगता है कि यह पहला ज्ञात डायनासोर है जो अपने पंखों का उपयोग करके उड़ान भरने में सक्षम था।
इस जीवाश्म की जांच सीटी स्कैन और यूवी लाइट की मदद से की गई जिससे वैज्ञानिकों ने इसकी संरचना का और अधिक स्पष्ट चित्र प्राप्त किया। इस खोज से यह पुष्टि होती है कि आर्कियोप्टेरिक्स उड़ान भरने में सक्षम था जिससे यह अब तक का ज्ञात सबसे प्रारंभिक उड़ान-सक्षम डायनासोर बन जाता है।
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