साथ घूमने के बहाने दोस्त को अगवा कर मर्डर, सीवर टैंक में फेंकी लाश; ग्रेटर नोएडा में सनसनीखेज मर्डर
ग्रेटर नोएडा के पास जेवर के कुरैब गांव में एक कुरियर कंपनी में काम करने वाले युवक का अपहरण करने के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके बाद शव सीवर टैंक में फेंक दिया गया। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
ग्रेटर नोएडा के पास जेवर के कुरैब गांव में एक कुरियर कंपनी में काम करने वाले युवक का अपहरण करने के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके बाद शव सीवर टैंक में फेंक दिया गया। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वारदात में शामिल एक आरोपी अब भी फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है।
डीसीपी साद मियां खां ने बताया कि जेवर थानाक्षेत्र के कुरैब गांव में मोनू उर्फ मुनेंद्र परिवार के साथ रहता था। वह कुरियर का काम करता था। उसके पड़ोस में ही अंकित और प्रिंस रहते थे। तीनों अच्छे दोस्त थे। प्रिंस और अंकित 23 जनवरी को मोनू के पास आए और कार से कहीं घूमने की बात कहकर निकल गए। देर रात तक जब मोनू घर नहीं लौटा तो उसके पिता ने जेवर थाने में बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई। मामला संज्ञान में आते ही पुलिस की चार टीमें युवक की तलाश में लग गईं। जेवर के अलावा एसओजी और बीटा टू थाने की टीम भी इसमें लगाई गईं।
रविवार को ग्राम बीरमपुर और नंगला हांडा के बीच चक रोड के पास सीवर टैंक में एक व्यक्ति का शव मिलने की सूचना मिली। परिजनों ने लाश की मोनू के रूप में पहचान की। परिजनों से मिली तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ हत्या की धारा भी बढ़ाई गई। शव मिलने के कुछ ही घंटे बाद पुलिस ने मोनू की हत्या करने वाले तीन आरोपियों को दबोच लिया। आरोपियों की पहचान जेवर के कुरैब गांव निवासी अंकित, प्रिंस और मेरठ के कुटि निवासी जतिन के रूप में हुई। एक आरोपी आकाश अब भी फरार है। मुख्य आरोपी से वारदात में इस्तेमाल पिस्तौल भी बरामद कर ली गई है। प्रिंस और जतिन के पास से भी तमंचा और कारतूस बरामद हुआ है।
वारदात के बाद मुख्य आरोपी अंकित और प्रिंस मेरठ के कई स्थानों पर रहे। मेरठ में दोनों की रिश्तेदारी भी है। पुलिस इस मामले में आरोपियों को पनाह देने वाले लोगों से भी पूछताछ कर सकती है। आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने अवैध संबंधों के शक में मोनू की हत्या की है।
नाराज परिजनों ने प्रदर्शन किया
युवक की हत्या से नाराज परिजनों ने सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन किया। परिजनों का आरोप है कि गांव के ही आरोपियों ने गुरुवार शाम कार से मोनू का अपहरण किया। शव की पहचान न हो सके, इसके लिए पहले चेहरे पर गोली मारी गई और बाद में शव जंगल में सीवर टैंक में फेंक दिया। परिजनों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने उन्हें समझाया और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
साथ में खाना खाया, फिर जान ले ली
पुलिस के मुताबिक, मुनेंद्र को आरोपी अंकित, जतिन और प्रिंस कार में बैठाकर मेरठ ले गए। उस समय तक मुनेंद्र को अपहरण किए जाने की जानकारी नहीं थी। आरोपियों ने होटल पर साथ बैठकर खाना भी खाया। इसके बाद गांव के समीप मुनेंद्र को कार से नीचे उतारकर दो गोलियां मारकर हत्या कर दी।
गांव में लोगों से हमदर्दी दिखाने लगे आरोपी
गांव में जब मुनेंद्र के गायब होने की लोग चर्चा करने लगे तो तीनों आरोपी ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए कह रहे थे कि कहीं चला गया होगा। एक-दो दिन में लौट आएगा। जब परिजनों को यह पता चला गया कि मोनू की हत्या उसके साथियों ने ही की है तो आरोपी गांव से फरार हो गए और मोबाइल भी बंद कर दिया।