अरविंद केजरीवाल पर उलटा चढ़ गया 'जहर', यमुना पर कही दो बातों से डूबी लुटिया
- दिल्ली विधानसभा चुनाव में यमुना का मुद्दा खूब जोर शोर से उठाया गया। भाजपा ने जहां केजरीवाल को यमुना की सफाई का वादा याद दिलाया तो वहीं केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर युमना में जहर मिलाने का आरोप लगा दिया। लेकिन दोनों ही मामलों केजरीवाल खुद फंसते नजर आए।
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Delhi Elections Result Live: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे लगभग साफ हैं। दिल्ली की सत्ता से आम आदमी पार्टी की विदाई तय हो चुकी है। बीजेपी 26 साल का सूखा खत्म कर दिल्ली में सरकार बनाने जा रही है। भाजपा फिलहाल 47 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं जबकि आम आदमी पार्टी 23 सीटों पर आगे चल रही है। आम आदमी पार्टी के बड़े नेता, अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया तक अपनी सीट नहीं बचा पाए। इसकी वजह अरविंद केजरीवाल के उन दो बयान को बताया जा रहा है जिसे लेकर दिल्ली विधानसभा चुनाव में खूब घमासान हु
जहर के मुद्दें पर कैसे फंसे केजरीवाल?
दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच जब आतिशी ने दिल्ली के पानी में अमोनिया स्तर बढ़ने का दावा किया तो केजरीवाल ने इस पूरे मामले को जहर से जोड़ दिया। उन्होंने हरियाणा सरकार पर आरोप लगा दिया कि दिल्ली की जनता को मारने की साजिश रचते हुए हरियाणा सरकार यमुना के रास्ते दिल्ली आने वाले पानी में जहर मिला रही है। अरविंद केजरीवाल ने ना सिर्फ प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये दावा किया बल्कि वह खुद जनसभा में जाकर लोगों से डायरेक्ट यह बात कहने लगे। ऐसे में बीजेपी में भी हलचल मच गई और हरियाणा के सीएम को खुद मामले की सफाई देने के लिए सामने आना पड़ा। हालांकि अरविंद केजरीवाल खुद अपने मामले में उस वक्त फंस गए जब चुनावों आयोग ने उनके दावों पर सबूत मांग लिया। चुनाव आयोग ने पूछा कि केजरीवाल किन सबूतों के आधार पर यमुना में जहर मिलाने और दिल्ली में नरसंहार का दावा कर रहे हैं। केजरीवाल ने इसका जवाब देते हुए कहा था कि पानी में अमोनिया का स्तर इतना ज्यादा बढ़ गया है कि दिल्ली के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी इसे ठीक नहीं कर पा रहे। ऐसे में पानी जहरीला हो गया है जिससे लोगों को बीमारी हो सकती है।
उधर बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल को इस मुद्दे पर यह कहते हुए घेरा कि वह खुद 10 सालों में युमना की सफाई नहीं कर पाए और अब इसका ठीकरा बीजेपी पर फोड़ रहे हैं। इस दौरान भाजपा ने केजरीवाल के कटआउट को यमुना में डुबोकर खूब निशाना साधा था।
2020 वाला वादा नहीं हुआ पुरा, खुद कर लिया था स्वीकार
अरविंद केजरीवाल ने साल 2020 के विधानसभा चुनावों में खुद जनता से कहा था कि अगर मैं इस बार युमना की सफाई नहीं करवा पाया तो मुझे अगले चुनाव में वोट मत देना। इस बार भाजपा ने उनके इस बयान को भी खूब उठाया और उन्हें जमकर घेरने की कोशिश। इसके अलावा अरविंद केजरीवाल खुद कई मौकों पर यह स्वीकार करते नजर आए कि वह साल 2020 में किए गए अपने तीन वादे नहीं पूरे कर सके। इससे जनता का भरोसा अरविंद केजरीवाल पर उठता नजर आया जिसका असर सीधा चुनाव परिणामों में देखने को मिला।