नई दिल्ली, आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने जेल से छूटने के बाद हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार शुरू किया। उन्होंने 20 सितंबर को यमुनानगर में अपना पहला रोड शो आयोजित किया। केजरीवाल 13...
केजरीवाल ने आतिशी को ही सीएम क्यों बनाया, इसे लेकर शाजिया इल्मी ने पावर सेंटर वाली वजह बताई। जानिए आम आदमी पार्टी का पावर सेंटर वाला मामला।
दावा ---- - आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य ने सुरक्षा को खतरा बताया -
मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे चुके अरविंद केजरीवाल जल्द अपना सरकारी बंगला खाली करने जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बुधवार को कहा कि केजरीवाल आवास, गाड़ी समेत सभी सरकारी सुविधाएं छोड़ने जा रहे हैं।
दिल्ली के विधानसभा चुनाव में आप आधी आबादी को साधने में जुटी है। वर्ष 2020 में हुए विधानसभा चुनावों में दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में से 30 में महिलाओं का मत-प्रतिशत औसत से अधिक रहा।
अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी ने नई सरकार बनाने का दावा पेश किया है। सवाल यह कि क्या कैबिनेट भी बदलेगी?
केजरीवाल के इस्तीफे को बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने राजनीतिक पैंतरेबाजी बताते हुए इसे चुनावी चाल कहा है। यह भी पूछ लिया कि केजरीवाल के जेल में रहने के दौरान दिल्ली वालों को जो परेशानी हुई है उसका हिसाब कौन देगा?
केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने आरोप लगाया है कि जम्मू-कश्मीर में विधान सभा चुनाव के बाद राहुल गांधी और उमर अब्दुल्ला का एजेंडा सभी आतंकवादियों को रिहा कराने का और पाकिस्तान से वार्ता करने का है। पढ़ें देश-दुनिया की 5 बड़ी खबरें।
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल की ओर से आरोप लगाए जाने के बाद भाजपा ने भी इसे मुद्दा बना लिया है। आरोप लगाया गया है कि आतिशी के माता-पिता ने आतंकवादी अफजल गुरु को फांसी की सजा से बचाने की कोशिश की थी।
किए गए ऐलान के मुताबिक केजरीवाल ने दो दिन में सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। आज की घोषणा के मुताबिक सीएम पद की अगली पारी के लिए आतिशी तैयार हैं और उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया है।
जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल ने कहा कि अब वो जनता की अदालत में अग्निपरीक्षा देंगे। इस बात को लेकर उनका सीधा इशारा है कि वे अब अपने मुद्दों को लेकर जनता के सामने जाना चाहते हैं।
केजरीवाल के उत्तराधिकारी का चेहरा सामने आ चुका है। आतिशी का नाम सामने आने के बाद उन्होंने कहा कि उनका एकमात्र लक्ष्य अरविंद केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री बनाना है।
अरविंद केजरीवाल ने अपने इस्तीफे का ऐलान करते हुए ही साफ कर दिया था कि मनीष सिसोदिया भी नहीं चाहते कि जब तक उन पर ऐसा दाग है, वह कुर्सी संभालें। मनीष सिसोदिया भी जनता की अदालत से क्लीन चिट होने के बाद ही लौटना चाहते हैं।
कथित शराब घोटाले में कई महीनों तक जेल में रहने के बाद बाहर निकले केजरीवाल ने रविवार को इस्तीफे की घोषणा की थी। केजरीवाल ने कहा है कि वह तब तक दोबारा सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे जब तक चुनाव जीतकर जनता से ईमानदारी का सर्टिफिकेट हासिल नहीं कर लेते हैं।
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह अब मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तभी बैठेंगे जब जनता चुनाव जितवाकर उन्हें 'ईमानदारी का सर्टिफिकेट' दे दे। भाजपा प्रवक्ता ने इस दलील पर केजरीवाल से एक सवाल पूछा है।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के मुख्यमंंत्री अरविंद केजरीवाल आज अपने पद से इस्तीफा देने जा रहे हैं। इस बीच दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कुर्सी पर कौन बैठता है, मुख्यमंत्री की कुर्सी तो आज भी केजरीवाल की है और अगले 5 साल भी उन्हीं की रहेगी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से अरविंद केजरीवाल आज शाम को इस्तीफा दे देंगे। उनकी जगह कौन कार्यभार संभालेगा इसे लेकर पार्टी दो दिनों से मंथन कर रही है। अब माना जा रहा है कि दोपहर 12 बजे नाम का ऐलान हो जाएगा।
अरविंद केजरीवाल 2015 में लगातार दूसरी बार सीएम पद संभालने के बाद से फ्लैगस्टाफ रोड स्थित इस बंगले में रह रहे हैं। 2013 में पहली बार मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद वह तिलक लेन स्थित बंगले में रहे, जिसे उन्होंने 49 दिनों के भीतर पद छोड़ने के बाद खाली कर दिया था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने इस्तीफा देने की घोषणा के बाद कहा था कि वो जेल से बाहर आने के बाद अग्निपरीक्षा देना चाहते हैं। इस पर दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष ने चुनौती दी है कि अगर हिम्मत है तो अग्निपरीक्षा दीजिए। इस तरह उन्होंने अंत में कहा कि दिल्ली की जनता आपसे मुक्ति चाहती है।
दिल्ली के अगले सीएम के लिए केजरीवाल सरकार की ताकतवर मंत्री आतिशी, मुख्यमंत्री की पत्नी सुनीता केजरीवाल के अलावा सौरभ भारद्वाज, कैलाश गौतम और गोपाल राय जैसे मंत्रियों के नामों की खूब चर्चा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने तीखा वार किया है। उन्होंने कहा है कि उनके लिए अपना ईगो दिल्ली की समस्याओं से बड़ा है। उन्हें सत्ता का मोह है। इसके अलावा उन्होंने केजरीवाल के इस्तीफे को ड्रामा बताया है।
आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के ऐलान की प्रशंसा की है। दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केजरीवाल ने इस्तीफा देने का फैसला कर बिल्कुल वैसा ही किया है, जैसा भगवान राम ने मर्यादा के लिए अयोध्या की गद्दी छोड़कर किया था।
अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है। इसे लेकर बीजेपी ने पूरी रणनीति बना ली है जिसके जरिए वह दिल्ली में उसकी विफलताओं को गिनाएगी। बीजेपी अपने सात लोकसभा सांसदों के साथ दिल्ली सरकार के खिलाफ अभियान चलाएगी।
Arvind Kejriwal: अरविंद केजरीवाल रविवार सुबह जब पार्टी कार्यालय पहुंचे तो वहां मौजूद ज्यादातर विधायकों को भी यह नहीं पता था कि इस्तीफे का ऐलान होने वाला है। यही वजह है कि केजरीवाल ने जब इस्तीफा देने की बात कही तो न केवल कार्यकर्ता बल्कि कई विधायक भी हैरान दिखे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को अचानक दो दिन में अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि पूर्व डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया उनके उत्तराधिकारी नहीं होंगे।
अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा होने पर दिल्ली में नई सरकार का गठन होगा और इसके साथ ही रुके हुए कामों में तेजी आएगी। दिल्ली में अभी कई ऐसे महत्वपूर्ण कार्य हैं, जो कैबिनेट बैठक नहीं होने के चलते रुके हुए हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) मुख्यमंत्री के इस्तीफे के मास्टर स्ट्रोक के साथ जनता के बीच जाएगी। ‘आप’ ने राजधानी में जल्दी चुनाव कराने की मांग करके अपने इरादे साफ कर दिए हैं।
अरविंद केजरीवाल ने रविवार को बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि वह दो दिन बाद दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे। केजरीवाल की घोषणा पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की प्रतिक्रिया सामने आई है।
इस्तीफे का ऐलान करते हुए केजरीवाल ने चुनाव आयोग से जल्द चुनाव करवाने की भी मांग की। इस साल के अंत में होने वाले महाराष्ट्र और झारखंड के साथ ही दिल्ली का चुनाव भी करवाए जाने की मांग की गई।
अरविंद केजरीवाल के दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा देने के मामले पर जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि कोर्ट का प्रोसिजर है, केस तो उनका खत्म नहीं हुआ है। अभी उनको जमानत मिली, अभी ट्रायल होगा। और फिर फैसला आएगा। उनको पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था।